देहरादून: गैंग रेप पीड़िता किशोरी गर्भवती पाई गई है। उसकी उम्र और दिमागी स्थिति इतनी कम है कि उसे यह समझ ही नहीं आ रहा है कि नियति और दरिंदों की नीयत ने उसे जिंदगी के किस मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया है। यह कहानी उस किशोरी की है, जिसके साथ देहरादून आईएसबीटी पर 12 अगस्त की रात को खड़ी बस के भीतर सामूहिक दुष्कर्म किया गया।
सामूहिक दुष्कर्म की पीड़िता को आईएसबीटी से रेस्क्यू किए जाने के बाद से उसे बालिका निकेतन में रखा गया है। उसे ब्लीडिंग होने के बाद राजकीय जिला अस्पताल (कोरोनेशन) लाया गया था। जहां उसके गर्भवती होने की पुष्टि से हड़कंप मच गया। उसकी स्थिति को देखते हुए दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रेफर किया गया। जिला चिकित्सालय की वरिष्ठ स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ ने किशोरी की हालत पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को पत्र लिखा। हालांकि, मुख्य चिकित्सा अधिकारी संजय जैन अभी इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। पुलिस और बाल कल्याण समिति समेत जिला प्रोबेशन अधिकारी आदि के स्तर से भी बयान जारी करने में विशेष एहतियात बरती जा रही है।
सीएमओ को भेजे गए पत्र में यह बात सामने आई कि 14 वर्षीय किशोरी के गर्भपात कराने को लेकर भी परामर्श किया जा रहा है। क्योंकि, उल्लेख किया गया है कि किशोरी की उम्र इतनी कम है कि यह गर्भावस्था उसके लिए जानलेवा साबित हो सकती है। साथ ही उसके गर्भपात को लेकर भी अलग तरह की चुनौती बताई गई है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि किशोरी ‘विशेष’ मानसिक स्थिति के कारण यह समझ नहीं पा रही है कि वह किस स्थिति में पहुंच गई है। कुल मिलाकर पत्र किशोरी के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ाने वाला भी है।
आईएसबीटी पर गैंग रेप से पहले भी हैवानियत का शिकार होती रही किशोरी
गैंग रेप पीड़िता 14 वर्षीय किशोरी की गर्भावस्था की स्थिति को देखते हुए चिकित्सक मान रहे हैं कि आईएसबीटी की घटना उसके लिए पहली नहीं थी। आशंका है कि वह पहले से ही दरिंदगी का शिकार हो रही थी। बाल कल्याण समिति, महिला आयोग और पुलिस आदि में दर्ज कराए गए बयान में भी किशोरी ने कहा कि उसके साथ मुरादाबाद स्थित गांव से ही हैवानियत की जा रही थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक किशोरी ने बयान में अपने किसी रिश्तेदार का नाम लिया है। संभवतः एसआईटी ने उस व्यक्ति के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने लिए संबंधित क्षेत्र की पुलिस से संपर्क किया है। बहुत संभव है कि किशोरी के साथ रेप में कई और नाम शामिल हो सकते हैं।
डीएनए जांच कराएगी पुलिस, न्याय के लिए हरसंभव कोशिश
किशोरी के साथ 12 अगस्त की रात को आईएसबीटी पर बस में रेप और अब उसके गर्भवती होने के बाद पुलिस की जांच कई दिशा में आगे बढ़ रही है। क्योंकि, किशोरी के साथ मुरादाबाद से दरिंदगी किए जाने की बाते भी सामने आई हैं। ऐसे में पुलिस कार्रवाई को पुख्ता करने के लिए सभी आरोपियों की डीएनए जांच करा सकती है। ताकि किशोरी को न्याय दिलाने और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने में कोई कसर बाकी न रह जाए।
रिमांड में लिए गए आरोपी जेल भेजे गए, कपड़े और कंबल बरामद
पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिए गए सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों (परिवहन निगम के नियमित/अनुबंधित कर्मचारी) को अवधि पूरी हो जाने के बाद वापस सुद्धोवाला जेल में दाखिल करा दिया गया है। इस दौरान पुलिस ने उनसे अपराध की कड़ी को जोड़ा। साथ ही घटना के समय पहने गए कपड़ों और बस में नीचे बिछाए गए कंबल को बरामद कर लिया गया है। जिनकी फोरेंसिक जांच कराकर अधिक से अधिक साक्ष्यों को प्राप्त करने का प्रयास किया जाएगा।
शनिवार को सीडब्ल्यूसी ने इसकी रिपोर्ट पटेलनगर कोतवाली पुलिस को दी। मामला जब वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह के संज्ञान में आया तो उन्होंने इसे गंभीरता लेते हुए पटेलनगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक कमल कुमार लुंठी को दिशा निर्देश जारी किए। रविवार को एसएसआइ मनमोहन नेगी व चौकी प्रभारी आइएसबीटी देवेश खुगशाल ने टीम सहित सीसीटीवी फुटेज व गार्ड के बयान से पांचों आरोपितों की पहचान कर सभी को गिरफ्तार कर लिया। जिस बस में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म हुआ पुलिस ने उसे सीज किया। इसी कड़ी में एसआईटी के गठन के साथ जांच आगे बढ़ रही है।