विधवा से दुष्‍कर्म कर किया ब्‍लैकमेल, 20 लाख रुपये ऐंठे

देहरादून:  महाराष्ट्र के व्यक्ति पर दून में रह रही विधवा महिला ने ब्लेकमेल कर दुष्कर्म करने, करीब 20 लाख रुपये ऐंठने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। महिला के पति की वर्ष 2020 में मृत्यु हो गई थी। पीड़िता का सात साल का बच्चा है। आरोपित महिला के पति का दोस्त है। वसंत विहार थानाध्यक्ष महादेव उनियाल के

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मदमहेश्वर ट्रेक पर गोडार के पास पुल बहने से फंसे 106 लोग सकुशल रेस्क्यू

रुद्रप्रयाग : शुक्रवार को मदमहेश्वर ट्रेक पर गोडार नामक स्थान पर नदी पर बना वैकल्पिक पुल बहने से वहां मौजूद 100 से ज्‍यादा लोग फंस गए। सूचना पर, SDRF टीम ने SI भगत कंडारी के नेतृत्व में तत्काल कार्रवाई की और घटनास्थल के लिए रवाना हुई। SDRF के सेनानायक श्री मणिकांत मिश्रा के निर्देशानुसार लोगों के सुरक्षित रेस्क्यू के लिए

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एसआरएचयू जौलीग्रांट में ऑथोरशिप कार्यशाला आयोजित

डोईवाला (देहरादून) : स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय जौलीग्रांट में ऑथोरशिप (लेखक) कार्यशाला का आयोजन किया गया। एक दिवसीय कार्यशाला में विश्वविद्यालय के फैकल्टी सदस्यों सहित छात्र-छात्राएं ने प्रतिभाग किया। डॉ. बीसी रॉय सभागार में एसआरएचयू की लाईब्रेरी व ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस के संयुक्त तत्वावधान में लेखक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन एसआरएचयू के कुलपति डॉ. राजेन्द्र डोभाल

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इस वर्ष 51 हजार से अधिक वीआइपी कर चुके हैं बदरी केदार के दर्शन

रुद्रप्रयाग: इस वर्ष बदरीनाथ व केदारनाथ धाम में अब तक 51,696 वीआइपी दर्शन कर चुके हैं। इससे श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) को रुपये 1,55,08,800 की आय प्राप्त हुई है। बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय के अनुसार इस वर्ष 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के पश्चात अब तक 15,612 विशिष्ट व अतिविशिष्ट और उनके संदर्भों से आए महानुभावों ने दर्शनों का लाभ उठाया है। इससे बीकेटीसी को रूपये 46,83,600 का लाभ हुआ। इसी प्रकार 27 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के पश्चात वहां अभी तक 36,084 हजार विशिष्ट व अतिविशिष्ट महानुभाव दर्शनों के लिए पहुंचे। इनसे बीकेटीसी को रूपये 1,08,25,200 प्राप्त हुए। उल्लेखनीय है कि यात्राकाल में दोनों धामों में प्रोटोकॉल के तहत वीआईपी व वीवीआईपी श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। बीकेटीसी वीआईपी श्रद्धालुओं को प्राथमिकता के आधार पर दर्शन कराती थी और प्रसाद भी देती थी। इन श्रद्धालुओं से किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता था। वीआईपी व वीवीआईपी श्रद्धालुओं के नाम पर अनेक अव्यवस्थाएं भी पैदा होती थीं। इस वर्ष यात्राकाल से पूर्व बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र ने देश के चार बड़े मंदिरों श्री वैष्णोदेवी, श्री तिरूपति बाला जी, श्री सोमनाथ व श्री महाकाल मंदिर में विभिन्न व्यवस्थाओं के अध्ययन के लिए अलग-अलग दल भेजे थे। इन दलों ने वहां की व्यवस्थाओं का अध्ययन कर मंदिरों में आने वाले विशिष्ट व अति विशिष्ट महानुभावों से दर्शनों के लिए शुल्क निर्धारित करने का प्रस्ताव रखा था। बीकेटीसी ने अध्ययन दलों के सुझाव पर प्रति व्यक्ति 300 रुपये निर्धारित किया था। बीकेटीसी द्वारा नयी व्यवस्था कायम किए जाने के बाद वीआईपी व वीवीआईपी के नाम पर अनावश्यक रूप से दर्शनों के लिए घुसने वालों पर भी रोक लगी है। बीकेटीसी ने इस नई व्यवस्था की शुरुआत इस वर्ष केदारनाथ धाम से शुरू की थी। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने पर बीकेटीसी ने पहली पर्ची मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की काटी थी। मुख्यमंत्री ने 300 रूपये का शुल्क चुका कर दर्शन किये थे।

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नए साल से बीमा क्षेत्र में होगा बडा बदलाव

नई दिल्ली: नए साल में इंश्योरेंस सेक्टर में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (इरडा) एक उत्पाद के तहत कई इंश्योरेंस खरीदने की सुविधा

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