By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
  • क्राइम
  • देश-विदेश
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्पोर्ट्स
  • स्वास्थ्य
  • वीडियो न्यूज़
Search
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Reading: श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में विशेषज्ञों ने बताया, रूमेटाॅइड रोगी आंखों को काॅर्नियल अल्सर से बचाएं
Share
Notification Show More
Latest News
साढेे 11 हजार फीट की ऊंचाई पर बन रही 30 किमी लंबी सुंरग के 2027 तक तैयार होने की उम्‍मीद
देश-विदेश
भारत में भी बढने लगा है रिवर क्रूज पर्यटन, एक वर्ष में 19.4 प्रतिशत की वृद्धि
देश-विदेश
बीच समंदर में विकराल लपटों से घिरा जहाज, यात्रियों ने लगाई छलांग
देश-विदेश
हाऊस ऑफ हिमालयाज से जोडे जा रहे उत्‍तराखंड के 150 से अधिक उत्पादों
उत्तराखंड
सरकारी अस्पतालों में रेफरल सिस्टम पर उखडे मुख्‍य सचिव
स्वास्थ्य
Aa
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Aa
  • पर्यटन
  • राजनीती
Search
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
Follow US
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Himalaya Ki Awaj > Blog > स्वास्थ्य > श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में विशेषज्ञों ने बताया, रूमेटाॅइड रोगी आंखों को काॅर्नियल अल्सर से बचाएं
स्वास्थ्य

श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में विशेषज्ञों ने बताया, रूमेटाॅइड रोगी आंखों को काॅर्नियल अल्सर से बचाएं

Web Editor
Last updated: 2025/07/20 at 9:22 AM
Web Editor
Share
6 Min Read
SHARE

श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल एण्ड हेल्थ साइंसेज़ के नेत्र रोग विभाग द्वारा एक दिवसीय सीएमई का आयोजन
पीजी प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की डाॅ तन्वी एवम डाॅ श्रेष्ठा अव्वल

देहरादून : श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के नेत्र रोग विभाग द्वारा रविवार को एक दिवसीय उच्चस्तरीय निरंतर चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम (सी.एम.ई.) ‘काॅर्निया 360° 2.0’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य रूमेटाइड आर्थराइटिस से पीड़ित रोगियों में होने वाली काॅर्निया संबंधी जटिलताओं पर जनजागरुकता फैलाना एवम् बीमारी की रोकथाम पर प्रकाश डालना था।
कार्यक्रम में उत्तराखण्ड स्टेट आॅप्थलमोलॉजिकल सोसाइटी (य.ूके.एस.ओ.एस.) के तत्वावधान में प्रतिष्ठित संस्थानों से आए नेत्र रोग विशेषज्ञों ने शिरकत की। विशेषज्ञों ने रूमेटाइड रोगियों की आंखों में होने वाली जटिलताओं, विशेष रूप से काॅर्निया की गंभीर बीमारियों के निदान और उपचार पर विस्तार से जानकारी साझा की। साथ ही, रोग से आंखों और काॅर्निया को बचाने हेतु उपयोगी चिकित्सा सुझाव भी दिए। कार्यक्रम के दौरान अस्पताल के चेयरमैन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने आयोजकों को शुभकामनाएं दीं और चिकित्सा शिक्षा के इस प्रयास की सराहना की।
नेत्र रोग विभाग, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल द्वारा आयोजित इस सम्मेलन ने विशेषज्ञों को आपस में विचार-विमर्श करने और नई चिकित्सीय प्रगति से परिचित होने का एक उपयोगी मंच प्रदान किया।
श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज, देहरादून में आयोजित प्रतिष्ठित कार्यक्रम में वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञों और चिकित्सा क्षेत्र के विद्वानों ने नेत्र रोगों विशेषकर रूमेटॉइड आर्थराइटिस से संबंधित जटिलताओं पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम का आयोजन यू.के.एस.ओ.एस. (उत्तराखंड स्टेट ऑप्थैल्मोलॉजिकल सोसायटी) के तत्वावधान में किया गया। आयोजन समिति में डॉ. राजेश तिवारी (अध्यक्ष, यू.के.एस.ओ.एस.), प्रो. डॉ. तरन्नुम शकील (विभागाध्यक्ष, नेत्र रोग विभाग), प्रो. डॉ. मनोज गुप्ता (निदेशक), प्रो. डॉ. कुमुद सकलानी (कुलपति, एसजीआरआर विश्वविद्यालय), प्रो. डॉ. अशोक नायक (प्राचार्य), प्रो. डॉ. अनिल मलिक (सीएमई कार्यक्रम प्रभारी) एवं डॉ. सतांशु माथुर (सचिव, यू.के.एस.ओ.एस.) जैसे अनेक वरिष्ठ चिकित्सकों की उपस्थिति रही। इस अवसर पर वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ. देवेश शर्मा ने कहा कि रूमेटॉइड आर्थराइटिस से ग्रस्त रोगियों में कॉर्नियल अल्सर यानी आंख की पुतली में घाव होने की आशंका सामान्य लोगों की तुलना में अधिक होती है। ऐसे मामलों में समय रहते अल्सर की पहचान और उपचार दृष्टि को बचाने की कुंजी है। चिकित्सकों ने आमजन को नेत्र स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की अपील की और रूमेटॉइड रोगियों की नियमित नेत्र जांच करवाने पर बल दिया।
कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं शोधार्थियों एवं चिकित्सकों की बड़ी संख्या में सहभागिता रही। संगोष्ठी का उद्देश्य नेत्र विज्ञान के क्षेत्र में नवीन जानकारियों का आदान-प्रदान और जनजागरूकता को बढ़ावा देना रहा। कार्यक्रम में डाॅ. बंदना येन ने कार्निलय छिद्रण के आपातकालीन प्रबंधन में अपने सर्जिकल अनुभवों को साझा किया, जो नेत्र चिकित्सकों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित हुए। संक्रामक किरैटाइटिस जैसे जटिल नेत्र संक्रमणों पर प्रकाश डालते हुए डाॅ. अंकित शर्मा ने गंभीर मामलों के निदान एवं उपचार की रणनीतियों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने विशेष रूप से उन परिस्थितियों पर ध्यान केंद्रित किया, जहां संक्रमण तेजी से दृष्टि को प्रभावित कर सकता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं नेत्र रोग विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. डाॅ. तरन्नुम शकील ने संक्रमण रोगों के नैदानिक व सूक्ष्मजैविक पहलुओं पर गहन दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि रूमेटॉइड आर्थराइटिस से ग्रसित रोगियों में सूखी आंखें आम होती हैं, जिससे काॅर्निया की सुरक्षा घट जाती है और संक्रमण या अल्सर की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने रोगियों को नियमित नेत्र परीक्षण कराने और आँखों में जलन, लालिमा अथवा दृष्टि धुंधली होने पर तुरंत नेत्र विशेषज्ञ से संपर्क करने की सलाह दी।
कार्यक्रम के प्रमुख आकर्षणों में चार प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थानों श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल, दून मेडिकल काॅलेज, हिमालयन इंस्टीटयूट (जाॅलीग्रांट), और एम्स ऋषिकेश के मेडिकल पीजी छात्र-छात्राओं के बीच हुई पीजी प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता रही, जिसमें प्रतिभागियों ने जोश व उत्साह से भाग लिया। इस प्रतियोगिता मंे पहला स्थान श्री गुरु राम राय इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल एंड हेल्थ साईंसेज
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के नाम रहा, एस जी आर मेडिकल कॉलेज से डाॅ तन्वी एवम डाॅ श्रेष्ठा अव्वल रहीं। दूसरे स्थान पर हिमालयन इंस्टीटयूट (जाॅलीग्रांट) की डाॅ मलिका एवम डाॅ ऋतुपर्णां रहीं। तीसरे स्थान पर एम्स ऋषिकेश की डाॅ कीर्ति और डाॅ अमित रहे।
संगोष्ठी का समापन प्रो. डाॅ. तरन्नुम शकील के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने सभी वक्ताओं, प्रतिभागियों, आयोजन समिति तथा कार्यक्रम के सभी सहयोगियों का हार्दिक आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर डाॅ आर.पी.सिंह, डाॅ तारिख मसूद, डाॅ आशीष गोयल, डाॅ भावना मलिक, डाॅ राना उसमानी आदि भी उपस्थित रहे।

You Might Also Like

सरकारी अस्पतालों में रेफरल सिस्टम पर उखडे मुख्‍य सचिव

धामी सरकार का अल्टीमेटम : मरीजों की जिंदगी से नहीं होगा खिलवाड़, रैफर प्रक्रिया होगी जवाबदेह

Brain Disease Treatment Done with Advanced  MMAE Technology at Shri Mahant Indiresh Hospital

श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में अत्याधुनिक तकनीक MMAE से किया गया मस्तिष्क की बीमारी का इलाज

वाइब्रेंट विलेज में हेल्थ और वेलनेस सेंटरों की संभावना पर काम करने के निर्देश

TAGGED: Experts at Shri Mahant Indiresh Hospital said, rheumatoid patients should protect their eyes from corneal ulcers
Web Editor July 20, 2025
Share this Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article उत्‍तराखंड पुलिस ने ढूंढ निकाला मेवा, बतासी और मिश्री का गांव
Next Article टिहरी में कांवडियों से भरा ट्रक पलटा, 12 घायल
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

100 Followers Like
100 Followers Follow
100 Followers Follow
100 Subscribers Subscribe
4.4k Followers Follow
- Advertisement -
Ad imageAd image

Latest News

साढेे 11 हजार फीट की ऊंचाई पर बन रही 30 किमी लंबी सुंरग के 2027 तक तैयार होने की उम्‍मीद
देश-विदेश July 22, 2025
भारत में भी बढने लगा है रिवर क्रूज पर्यटन, एक वर्ष में 19.4 प्रतिशत की वृद्धि
देश-विदेश July 22, 2025
बीच समंदर में विकराल लपटों से घिरा जहाज, यात्रियों ने लगाई छलांग
देश-विदेश July 22, 2025
हाऊस ऑफ हिमालयाज से जोडे जा रहे उत्‍तराखंड के 150 से अधिक उत्पादों
उत्तराखंड July 22, 2025

Recent Posts

  • साढेे 11 हजार फीट की ऊंचाई पर बन रही 30 किमी लंबी सुंरग के 2027 तक तैयार होने की उम्‍मीद
  • भारत में भी बढने लगा है रिवर क्रूज पर्यटन, एक वर्ष में 19.4 प्रतिशत की वृद्धि
  • बीच समंदर में विकराल लपटों से घिरा जहाज, यात्रियों ने लगाई छलांग
  • हाऊस ऑफ हिमालयाज से जोडे जा रहे उत्‍तराखंड के 150 से अधिक उत्पादों
  • सरकारी अस्पतालों में रेफरल सिस्टम पर उखडे मुख्‍य सचिव

साथियों, ये है हिमालय की आवाज. आप सोच रहे होंगे कि इतने पोर्टल के बीच एक और पोर्टल. इसमें क्या अलग है. यूं तो इसमें भी खबर ही होंगी, लेकिन साथ ही होगी हिमालय की आवाज यानी अपनी माटी, अपने गांव गली और चौक की बात. जल-जंगल और जमीन की बात भी. पहाड़ के विकास के लिए हम दमदार आवाज बनेंगे. आप सभी शुभचिंतकों के सहयोग का आकांक्षी. : किरण शर्मा, संस्‍थापक

Most Viewed Posts

  • मक्‍की की वजह से पर्यटन के नक्‍शे पर आया यह गांव (5,582)
  • राज्य में 12 पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशन बनाए गए (5,534)
  • टिहरी राजपरिवार के पास 200 करोड से अधिक की संपत्ति (4,036)
  • कम मतदान प्रतिशत वाले बूथों पर जनजागरूकता में जुटा चुनाव आयोग (3,841)
  • प्रधानमंत्री माेदी और गृह मंत्री शाह जल्‍द आएंगे उत्‍तराखंड (3,752)
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Follow US

© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?