SGRR University disaster relief : देहरादून, 16 अगस्त 2025: 79वें स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर जहां पूरा देश आजादी का जश्न मना रहा था, वहीं श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय (एसजीआरआरयू) ने उत्तरकाशी के धराली आपदा प्रभावितों के जख्मों पर मरहम लगाने का बीड़ा उठाया। मानवीय संवेदनाओं से ओत-प्रोत इस पहल के तहत विश्वविद्यालय ने राहत और खाद्य सामग्री से भरे दो ट्रक सहित चार वाहन शुक्रवार सुबह धराली के लिए रवाना किए।
कुलपति डॉ. कुमुद सकलानी और रजिस्ट्रार डॉ. लोकेश गंभीर ने हरी झंडी दिखाकर इन वाहनों को रवाना किया। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के माननीय प्रेसिडेंट श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने इस अवसर पर कहा, “संकट की इस घड़ी में एसजीआरआर परिवार के सभी सदस्य पीड़ितों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर संभव सहयोग करें। यह हमारा धर्म है और हमारा कर्तव्य भी।”
धराली में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा ने कई परिवारों को बेघर कर दिया है, उनके घर, रोजगार और सपने छीन लिए हैं। ऐसे में एसजीआरआर विश्वविद्यालय और श्री महंत इंद्रेश अस्पताल ने न केवल राहत सामग्री भेजने की जिम्मेदारी ली है, बल्कि पीड़ितों को निःशुल्क उपचार और उनके बच्चों को कुछ चुनिंदा पाठ्यक्रमों में निःशुल्क शिक्षा प्रदान करने का भी वचन दिया है।
यह राहत सामग्री, जिसमें दवाइयां, खाद्यान्न, कंबल, कपड़े और अन्य आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं, उत्तरकाशी जिले के बड़कोट स्थित एसजीआरआर पब्लिक स्कूल के माध्यम से प्रभावित गांवों तक पहुंचाई जा रही है। एसजीआरआर पब्लिक स्कूल, बड़कोट की प्रधानाचार्य कमला रावत और एसजीआरआर पब्लिक स्कूल, पुरोला के प्रधानाचार्य उत्तम सिंह चौहान ने अपर जिलाधिकारी (एडीएम) उत्तरकाशी और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर राहत वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित की है। उत्तरकाशी जनपद के अंतर्गत आने वाले एसजीआरआर ग्रुप के सभी संस्थानों को राहत और बचाव कार्यों में हर संभव योगदान देने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। यह पहल केवल औपचारिक मदद नहीं, बल्कि संवेदनशीलता, करुणा और सामाजिक उत्तरदायित्व का एक जीवंत उदाहरण है। धराली की ठंडी हवाओं और टूटी छतों के बीच, यह राहत सामग्री पीड़ितों के लिए केवल सामान नहीं, बल्कि एक उम्मीद की किरण है, यह भरोसा कि वे अकेले नहीं हैं, पूरा एसजीआरआर परिवार उनके साथ खड़ा है।