देहरादून : राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बी. वी. आर. सी. पुरुषोत्तम ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों/जिला निर्वाचन अधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों/पुलिस अधीक्षकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर मतदान को लेकर जरूरी दिशा निर्देश दिए। उन्होंने पोलिंग पार्टियों के रवाना होने से लेकर, पोलिंग और ईवीएम को स्ट्रांग रूम में जमा करने तक के संबंध में सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ इलेक्शन कमीशन आफ इंडिया द्वारा समय-समय पर जारी विभिन्न जानकारियां साझा की।
सचिवालय स्थित मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से की गई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि दूरस्थ पोलिंग बूथ के लिए जिन पोलिंग पार्टियों को दो या तीन दिन पहले रवाना होना है उन्हें यह बात भी खास ध्यान देनी है कि वह जहां रात को विश्राम करेंगे वहीं ईवीएम को भी रखना है। इसकी जानकारी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को भी देना जरूरी होगी। पोलिंग पार्टियां यह भी ध्यान रखें कि वह किसी राजनीतिक दल के या निजी व्यक्तियों के आवास पर किसी भी हालत में ना रुके। ईवीएम को निर्धारित मानकों वाले वाहनों में ही ले जाया जाए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मॉक पोल और वीवीपैट के बारे में भी जिला निर्वाचन अधिकारियों को जरूरी जानकारी दी। ईवीएम खराब होने की स्थिति में क्या कदम उठाए जाने और क्या नहीं इस बारे में भी जरूरी दिशा निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि मॉक पोल का विवरण भी ठीक से दर्ज कर लिया जाए।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने चैलेंज वोट, टेस्ट वोट, टेंडर वोट आदि के बारे में भी जानकारी साझा की। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि इस बात का ध्यान रखें कि शाम 5:00 बजे के बाद कोई भी व्यक्ति मतदेय स्थल के गेट के अंदर नहीं आ पाएं। साथ ही इस बात का भी विशेष ध्यान रखने की जरूरत है कि शाम 5:00 बजे तक गेट के अंदर आए मतदाता को मतदाता पर्ची जरूर दे दी जाए। यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि शाम 5:00 बजे तक जो मतदाता मतदेय स्थल के गेट के भीतर आ चुके हैं उनका मतदान हर हालत में करा लिया जाए। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मतदेय स्थलों पर भीड़ मैनेजमेंट, आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने, बूथ हेल्थ मैनेजमेंट प्लान और पोस्टल बैलेट आदि के बारे में भी जानकारी दी।बैठक में अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे, संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीमती नमामि बंसल, श्री
प्रताप शाह, श्री मस्तू दास आदि शामिल थे।