By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
  • क्राइम
  • देश-विदेश
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्पोर्ट्स
  • स्वास्थ्य
  • वीडियो न्यूज़
Search
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Reading: उत्‍तराखंड के सभी जिलों में होगा सिविल डिफेंस का विस्तार
Share
Notification Show More
Latest News
पौड़ी जिले के 130 कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स के लिए कैंसर सर्वाइवरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम का समापन
स्वास्थ्य
आपदा मित्र योजना की तर्ज पर शुरू होगी आपदा सखी योजना : सीएम
उत्तराखंड
देहरादून शहर को  03 नई ओटोमेटेड पार्किंग जल्द 
उत्तराखंड
 ऋषिकेश में आईडीपीएल श्मशान घाट के पास नदी में डूबने से दो बच्चियां की मौत, एक को बचाया 
क्राइम
रुद्रप्रयाग में वाहन पर गिरा पत्‍थर, एक की मौत , पांच घायल
क्राइम
Aa
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Aa
  • पर्यटन
  • राजनीती
Search
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
Follow US
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Himalaya Ki Awaj > Blog > उत्तराखंड > उत्‍तराखंड के सभी जिलों में होगा सिविल डिफेंस का विस्तार
उत्तराखंड

उत्‍तराखंड के सभी जिलों में होगा सिविल डिफेंस का विस्तार

Web Editor
Last updated: 2025/05/13 at 5:00 AM
Web Editor
Share
10 Min Read
SHARE

देहरादून : मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन की अध्यक्षता में सोमवार को उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में शासन के वरिष्ठ अधिकारियों तथा सेना व पैरा मिलिट्री फोर्सेज के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक हुई। बैठक में वर्तमान परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए भविष्य के लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाने तथा विभिन्न आपदाओं के समय त्वरित व प्रभावी रिस्पांस करने सहित अन्य विषयों पर चर्चा हुई। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों तथा एजेंसियों की आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन ने कहा कि उत्तराखण्ड सामरिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण और संवेदनशील है। राज्य की सीमाएं चीन और नेपाल से लगी हैं, इसलिए सतर्कता और पुख्ता तैयारी बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए यह आवश्यक है कि सिविल डिफेंस के दायरे को प्रदेश के अन्य जनपदों में भी विस्तारित किया जाए। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में अभी सिर्फ जनपद देहरादून ही सिविल डिफेंस जनपद के रूप में अधिसूचित है। उन्होंने सचिव गृह को प्रदेश के ऐसे जनपदों तथा क्षेत्रों को चिन्हित करने को कहा जिन्हें सिविल डिफेंस के रूप में नोटिफाई किया जा सकता है। उन्होंने इसे लेकर शीघ्र प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि किसी भी प्रकार की आपदा तथा वर्तमान परिदृश्य की पुनरावृत्ति होने की स्थिति में यह आवश्यक है कि प्रत्येक स्तर पर तैयारी को पुख्ता रखा जाए। हमें हर परिस्थिति के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि सिविल एडमिनिस्ट्रेशन तथा सेना व अन्य फोर्सेज के साथ आपसी समन्वय तथा तालमेल बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि निरंतर रूप से सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाए, जिससे यह पता चलता रहे कि किन-किन क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वर्ष में कम से कम तीन बार इस तरह की अंतर विभागीय बैठक आयोजित की जाए। इस दौरान उन्होंने बेहतर समन्वय के लिए विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारियों, सेना, वायु सेना और अर्द्धसैनिक बलों के वरिष्ठ अधिकारियों का वाट्सएप गु्रप बनाने तथा सभी विभागों तथा एजेंसियों को सिंगल प्वाइंट कांटेक्ट नामित करने के निर्देश दिए।
बैठक में प्रमुख सचिव श्री आरके सुधांशु, पुलिस महानिदेशक श्री दीपम सेठ, डिप्टी जी0ओ0सी सब एरिया श्री आर.एस. थापा, प्रमुख सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुन्दरम, सचिव गृह श्री शैलेश बगौली, सचिव श्री नितेश कुमार झा, सचिव श्री सचिव कुर्वे, सचिव डॉ0 आर. राजेश कुमार, महानिदेशक, नागरिक सुरक्षा डॉ0 पी.वी.के. प्रसाद, कमिश्नर गढ़वाल श्री विनय शंकर पाण्डेय, सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन, आईजी. गढ़वाल श्री राजीव स्वरूप, महानिरीक्षक, आई.टी.बी.पी, श्री संजय गुंज्याल, आईजी एसडीआरएफ श्री अरुण मोहन जोशी, आई.जी. अग्निशमन एवं आपात सेवाएं, मुख्तार मोहसिन, महानिदेशक, सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग श्री बंशीधर तिवारी, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन श्री आनंद स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआईजी श्री राजकुमार नेगी, जिलाधिकारी देहरादून श्री सविन बंसल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून श्री अजय सिंह, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो0 ओबैदुल्लाह अंसारी आदि मौजूद थे।

विभागों के साथ बेहतर समन्वय के प्रयास किए जाएं
देहरादून। मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन ने कहा कि आपदाओं का प्रभावी तरीके से सामना करने के लिए यह आवश्यक है कि विभिन्न विभागों, संस्थानों तथा एजेंसियों के मध्य आपसी सामंजस्य का मजबूत होना नितांत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग, पुलिस, स्वास्थ्य, लोक निर्माण, पेयजल, विद्युत, अग्निशमन, परिवहन, आईटी विभाग, सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, बीआरओ आदि विभागों के बीच अच्छा सामंजस्य होना जरूरी है। जितना अच्छा समन्वय होगा, आपदा के समय उतना बेहतर काम किया जा सकेगा।

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र मुख्य कंट्रोल रूम होगा
देहरादून। मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन ने कहा कि आपदाओं के दृष्टिकोण से यूएसडीएमए स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र मुख्य कंट्रोल रूम रहेगा। प्रदेश में स्थापित अन्य विभागों के कंट्रोल रूम नियमित तौर पर सूचनाओं को एसईओसी के साथ साझा करेंगे। विभिन्न आपदाओं के समय समन्वय एसईओसी से किया ही जाएगा।

सायबर वॉरफेयर पर भी नजर रखी जाए
देहरादून। मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन ने किसी भी आपात स्थिति के लिए संचार व्यवस्था को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने साइबर वारफेयर से निपटने के लिए भी आईटी विभाग को हर पल एलर्ट रहने तथा समुचित कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

फेक न्यूज पर रखें निगरानी
देहरादून। मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन ने सोशल मीडिया में फेक न्यूज की भी निगरानी करने तथा भ्रामक खबरें और सूचनाएं प्रसारित करने वाले लोगों के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने सूचना तथा पुलिस विभाग को इस पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए। उन्होंने लोगों से भी अपील की कि किसी भी प्रकार की न्यूज तथा पोस्ट को प्रसारित करने से पहले जांच कर लें कि सूचना सही है या नहीं। ज्ञातव्य है कि फेक न्यूज को पोस्ट करने वाला व्यक्ति जितना दोषी है, उतना ही दोषी उसे प्रसारित और रिपोस्ट करने वाला व्यक्ति भी है और कानून तथा आईटी एक्ट के तहत कड़ी कार्यवाही के प्रावधान हैं।

फायर हाइड्रेंट्स की जांच की जाए
देहरादून। अग्नि संबंधित विभिन्न घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण हेतु मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन ने प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर लगे फायर हाइड्रेंट्स की जांच करने तथा आवश्यकतानुसार नए फायर हाइडें्रट्स स्थापित करने को कहा। इस संबंध में उन्होंने कमिश्नर गढ़वाल तथा कमिश्नर कुमाऊं को शीघ्र समुचित कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

एसईओसी में स्थापित करें सिविल डिफेंस का कंट्रोल रूम
देहरादून। मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन ने कहा कि सेना के साथ जुड़े सिविल डिफेंस के हॉटलाइन नंबर को एसईओसी में स्थापित किया जाए ताकि किसी भी प्रकार की आपदा के समय विभिन्न एजेंसियों के साथ बेहतर समन्वय हो सके। साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि पुलिस विभाग में स्थापित सिविल डिफेंस के कंट्रोल रूम हो एसईओसी में स्थापित किया जाए। उन्होंने कहा कि एसईओसी में 24ग्7 मैन पावर उपलब्ध है, लिहाजा यहां से बेहतर समन्वय हो सकता है।

महत्वपूर्ण संरचनाओं की सुरक्षा ऑडिट करें
देहरादून। मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन ने प्रदेश के हेलीपैड तथा छोटे एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था को भी पुख्ता रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हेलीपैड तथा छोटे एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था हेतु पुलिस विभाग में नए पदों पर भर्ती की जाए।

संसाधनों की जानकारी एसईओसी को उपलब्ध कराई जाए
देहरादून। मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन ने कहा कि विभिन्न विभागों तथा एजेंसियों के पास जो भी संसाधन उपलब्ध हैं, उनकी सूची तथा विवरण एसईओसी को उपलब्ध कराया जाए, ताकि आवश्यकता पड़ने पर उन्हें गतिमान किया जा सके। उन्होंने जीआईएस बेस्ड डाटाबेस बनाने के भी निर्देश दिए।

महत्वपूर्ण संस्थानों तथा परिसंपत्तियों का सुरक्षा आडिट कराएं
देहरादून। मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन ने प्रदेश के स्थापित विभिन्न महत्वपूर्ण संस्थानों, परिसंपत्तियों तथा बांधों की सुरक्षा व्यवस्था हेतु खतरे की आशंका के आधार पर पुनः सुरक्षा ऑडिट करने के निर्देश दिए।

एटीएफ की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए
देहरादून। मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन ने कहा उत्तराखण्ड राज्य विभिन्न प्रकार की आपदाओं को लेकर संवेदनशील है। वायु सेना के बड़े तथा आधुनिक विमानों से राहत और बचाव कार्य संचालित किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि वायु सेना के बड़े विमानों के लिए हेलीपैड में एटीएफ यानी विमान के ईंधन का पर्याप्त भंडारण और सुलभ उपलब्धता हो ताकि खोज एवं बचाव अभियान में किसी प्रकार की दिक्कत न हो।

समुदायों की सहभागिता जरूरी, जारूकता हो प्रचार-प्रसार
देहरादून। मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन ने कहा कि सीमा पर हमारे देश के वीर सैनिक देश की सुरक्षा के लिए मजबूती से डटे हैं, लेकिन आम नागरिकों को भी हर पल जागरूक और सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन को निर्देश दिए कि ब्लैक आउट तथा एलर्ट का सायरन बजने के दौरान लोगों को क्या करना है, इस संबंध में विस्तृत एडवाइजरी जारी की जाए तथा एसओपी बनाई जाएं। उन्होंने निरंतर अंतराल में विभिन्न प्रकार की आपदाओं से बचाव हेतु मॉक ड्रिल करने के निर्देश दिए।

You Might Also Like

आपदा मित्र योजना की तर्ज पर शुरू होगी आपदा सखी योजना : सीएम

देहरादून शहर को  03 नई ओटोमेटेड पार्किंग जल्द 

मुख्‍यमंत्री कीद घोषणाओं को पूरा करने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश

मुख्यमंत्री ने उत्तरांचल प्रेस क्लब की स्मारिका का विमोचन किया

लोक निर्माण विभाग को आढ़त बाजार चौड़ीकरण की डीपीआर तैयार करने के निर्देश

TAGGED: Civil defense will be expanded in all districts
Web Editor May 13, 2025
Share this Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article उत्‍तराखंड की आस्था, परम्परा और एकता के प्रतीक हैं लाटू देवता
Next Article  छोटे राज्यों में वित्तीय प्रदर्शन में उत्तराखंड दूसरे स्थान पर, गोवा अव्‍वल
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

100 Followers Like
100 Followers Follow
100 Followers Follow
100 Subscribers Subscribe
4.4k Followers Follow
- Advertisement -
Ad imageAd image

Latest News

पौड़ी जिले के 130 कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स के लिए कैंसर सर्वाइवरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम का समापन
स्वास्थ्य May 31, 2025
आपदा मित्र योजना की तर्ज पर शुरू होगी आपदा सखी योजना : सीएम
उत्तराखंड May 31, 2025
देहरादून शहर को  03 नई ओटोमेटेड पार्किंग जल्द 
उत्तराखंड May 31, 2025
 ऋषिकेश में आईडीपीएल श्मशान घाट के पास नदी में डूबने से दो बच्चियां की मौत, एक को बचाया 
क्राइम May 31, 2025

Recent Posts

  • पौड़ी जिले के 130 कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स के लिए कैंसर सर्वाइवरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम का समापन
  • आपदा मित्र योजना की तर्ज पर शुरू होगी आपदा सखी योजना : सीएम
  • देहरादून शहर को  03 नई ओटोमेटेड पार्किंग जल्द 
  •  ऋषिकेश में आईडीपीएल श्मशान घाट के पास नदी में डूबने से दो बच्चियां की मौत, एक को बचाया 
  • रुद्रप्रयाग में वाहन पर गिरा पत्‍थर, एक की मौत , पांच घायल

साथियों, ये है हिमालय की आवाज. आप सोच रहे होंगे कि इतने पोर्टल के बीच एक और पोर्टल. इसमें क्या अलग है. यूं तो इसमें भी खबर ही होंगी, लेकिन साथ ही होगी हिमालय की आवाज यानी अपनी माटी, अपने गांव गली और चौक की बात. जल-जंगल और जमीन की बात भी. पहाड़ के विकास के लिए हम दमदार आवाज बनेंगे. आप सभी शुभचिंतकों के सहयोग का आकांक्षी. : किरण शर्मा, संस्‍थापक

Most Viewed Posts

  • मक्‍की की वजह से पर्यटन के नक्‍शे पर आया यह गांव (5,548)
  • राज्य में 12 पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशन बनाए गए (5,502)
  • टिहरी राजपरिवार के पास 200 करोड से अधिक की संपत्ति (4,000)
  • कम मतदान प्रतिशत वाले बूथों पर जनजागरूकता में जुटा चुनाव आयोग (3,801)
  • प्रधानमंत्री माेदी और गृह मंत्री शाह जल्‍द आएंगे उत्‍तराखंड (3,715)
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Follow US

© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?