यमुनोत्री धाम के पास स्याना चटटी में भस्खलन का मलबा जमा होने से यमुना का प्रवाह आंशिक तौर पर अवरुद्ध, हटाया जा रहा मलबा
उत्तरकाशी : बादल फटने के बाद क्षतिग्रस्त हुए यमुनोत्री नेशनल हाईवे की मरम्मत का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। यहां अब बेली ब्रिज बनाया जा रहा है। इससे जल्द से जल्द आवागमन सुचारु किया जा सके। बेली ब्रिज के निर्माण के लिए आवश्यक सामग्री वाहन द्वारा सिलाई बैंड तक पहुंचा दी गई है,जिसे धीरे-धीरे आवश्यकतानुसार ओजरी नामक स्थान तक पहुंचाया जा रहा है। दूसरी ओर बादल फटने के बाद बहेे नौ श्रमिकों में से सात का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। उनकी तलाश अभी भी जारी है, जबकि दो शव पहले ही मिल गए थे दूसरी ओर यमुनोत्री धाम के पास स्याना चटटी में भस्खलन का मलबा जमा होने से यमुना नदी का प्रवाह आंशिक तौर पर अवरुद्ध हुआ है।
जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सड़क मार्ग बहाली के कार्य में कोई लापरवाही न बरती जाए तथा कार्यों को तीव्र गति से पूर्ण किया जाए। जिलाधिकारी ने निर्देश देते हुए कहा कि जब तक ओजरी में सड़क पूरी तरह से बहाल नहीं हो जाती,तब तक यात्रियों एवं स्थानीय लोगों को पैदल मार्ग से सुरक्षित एवं सुगम आवागमन की व्यवस्था सुनिश्चित रखें। सिलाई बैंड के पास क्षतिग्रस्त सड़क मार्ग को यातायात के लिए खोल दिया गया है,जिससे क्षेत्र में आवागमन आंशिक रूप से बहाल हो सका है।
जिलाधिकारी ने कहा स्यानचट्टी क्षेत्र में भारी वर्षा एवं भूस्खलन के कारण यमुना नदी के किनारे मलबा जमा हो गया था,जिससे नदी का जलप्रवाह में आंशिक अवरुद्ध हुआ है। सिंचाई विभाग द्वारा मलबा हटाने और यमुना नदी में अवरुद्ध जल के निकासी कार्य किया जा रहा है इस कार्य के लिए जेसीबी,पोकलैंड समेत अन्य भारी मशीनरी मौके पर तैनात की गई है।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यमुना नदी में आंशिक अवरुद्ध पानी निकासी कार्य में तेजी लाई जाए तथा किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से बचने के लिए सभी एहतियाती कदम सुनिश्चित किए जाए।
सिलाई बैंड हादसे में लापता लोगों की खोज के लिए एनडीआरएफ,एसडीआरएफ,आईटीबीपी,पुलिस,आपदा प्रबंधन एवं राजस्व विभाग की टीमें लगातार अभियान में जुटी हुई हैं। वहीं यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर ओजरी के पास अवरुद्ध सड़क मार्ग पर यात्रियों और स्थानीय लोगों के आवागमन हेतु ट्रांसशिपमेंट व्यवस्था के अंतर्गत दोनों छोर पर पर्याप्त संख्या में वाहन तैनात किए गए हैं,ताकि आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा न हो।