हरिद्वार में 14 जुलाई से 23 जुलाई तक बंद रहेंगे सभी शिक्षण संस्थान
हरिद्धार : श्रावण मास की पवित्र कांवड़ यात्रा 11 जुलाई शुक्रवार से शुरू हो रही है। यात्रा के दौरान हरिद्वार में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। इसलिये मेले के सुचारु संचालन और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए व्यापक प्रशासनिक इंतजाम किए गए हैं। आज अपराह्न 4 बजे से मेला समाप्ति तक जिले में 16 सुपर जोनल मजिस्ट्रेट, 37 जोनल मजिस्ट्रेट और 124 सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है, जो दो पाली में काम करेंगे। हरिद्वार नगर क्षेत्र की जिम्मेदारी नगर मजिस्ट्रेट को और उप-मंडलों की जिम्मेदारी संबंधित उप जिलाधिकारियों को सौंपी गई है।
कांवड़ मेला नियंत्रण कक्ष की स्थापना सीसीआर में की गई है, जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रोबेशन अधिकारी अविनाश भदौरिया और आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत को सौंपी गई है। नियंत्रण कक्ष को 24 घंटे संचालित करने के लिए 12 कार्मिकों की ड्यूटी लगाई गई है।
कांवड़ यात्रा को देखते हुए हरिद्वार जिले के सभी विद्यालय, महाविद्यालय, तकनीकी शिक्षण संस्थान और आंगनबाड़ी केंद्र 14 जुलाई से 23 जुलाई तक बंद रहेंगे। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि इस दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़, मार्ग बंद होने और ट्रैफिक डायवर्जन की वजह से विद्यार्थियों को आने-जाने में असुविधा हो सकती है। इसलिए 10 दिन का अवकाश घोषित किया गया है। आदेश का उल्लंघन करने पर संबंधित संस्थाओं पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन के अनुसार, 23 जुलाई तक चलने वाले देश के सबसे बड़े कांवड़ मेले में लगभग सात करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
दूसरी ओर, कांवड़ मेले के दौरान 11 से 27 जुलाई तक रेलवे हर दिन पांच मेला स्पेशल ट्रेनें चलाएगा। दिल्ली से हरिद्वार के लिए सुबह 3 बजकर पांच मिनट पर और और शाम 4 बजकर 25 मिनट पर रेलगाड़ी चलेंगी, जो शामली, सहारनपुर, रुड़की होते हुए हरिद्वार पहुंचेंगी। मुरादाबाद से लक्सर के लिए सुबह सवा चार बजे स्पेशल ट्रेन चलेगी। दिल्ली शाहदरा से ऋषिकेश के लिए सुबह 4 बजकर 20 मिनट और आलमनगर से ऋषिकेश के लिए दोपहर 12 बजकर पांच मिनट पर विशेष रेलगाड़ी चलाई जाएंगी। वापसी में सभी ट्रेनें देर रात या सुबह चलेंगी।
(सौजन्य : पीबी)