नई दिल्ली : जल्द ही आपको गांव और कस्बों में बीमा सखियां नजर आएंगी। ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं को सशक्त करनेे के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय एवं भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस साझेदारी के तहत, देशभर में स्वयं सहायता समूह की प्रशिक्षित महिलाओं को ‘बीमा सखी’ के रूप में ग्राम पंचायत स्तर पर नियुक्त किया जाएगा।
बीमा सखियाँ, विशेष रूप से ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में, बीमा एजेंट के रूप में कार्य करेंगी और लाखों लोगों के घरों तक किफायती बीमा समाधान पहुंचाने में सक्षम होंगी। बीमा सखियों द्वारा अपने स्थानीय ज्ञान और सामाजिक जुड़ाव के माध्यम से समुदायों को बीमा के महत्व, एलआईसी के उत्पादों और वित्तीय सुरक्षा के बारे में जागरूक करने का काम किया जाएगा। योजना के प्रमुख लाभ:
* महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण – बीमा सखियाँ उद्यमिता के माध्यम से आत्मनिर्भर बनेंगी।
* रोजगार सृजन और महिला श्रम बल में भागीदारी – ग्रामीण स्तर पर महिला श्रम बल की भागीदारी बढ़ेगी।
* लचीला और समावेशी बीमा तंत्र – समुदाय आधारित, भरोसेमंद और किफायती बीमा सेवाएँ सुलभ होंगी।