India Sees 26x Surge in Child Pornography Cases & 8x Rise in Child Cybercrimes
child cybercrimes India : वर्ष 2018 की तुलना में वर्ष 2022 में दर्ज मुकदमों की संख्या 26 गुना अधिक
बच्चों को लेकर साइबर अपराधों के मामले भी आठ गुना बढे
child cybercrimes India : देहरादून, 29 जुलाई 2025 : इंटरनेट का मायाजाल ही कुछ ऐसा है कि सारी दुनिया मुठठी मे समा गई है। लेकिन ज्ञान और मनोरंजन का यह असीम भंडार किसी दोधारी तलवार से कम नहीं है। एक अनुमान के अनुसार वर्ष 2023 में विश्व में पाेेेर्न (अश्लील) फिल्मों का कारोबार करीब 287 बिलियन डालर तक था। इतना ही नहीं दुनिया भर में 2021 में 98 फीसद पोर्न सामग्री ऑनलाइन देखी गई थी, जिसमें 69% उपयोगकर्ता अपने स्मार्टफोन पर थे। ऐसे में सबसे खतरनाक और चिंताजनक पहलू यह है इंटरनेट पर ऐसी सामाग्री खूब परोसी जा रही है, जिनमें बच्चों का यौन शोषण दिखाया गया है। नेशनल क्राइम कन्ट्रोल ब्यूरो के आंकडे भी इसकी तस्दीक कर रहे हैं। वर्ष 2018 से वर्ष 2022 के तुलनात्मक आंकडे बताते हैं कि देश में ऐसी सामाग्री परोसने को लेकर दर्ज हुए मुकदमों में लगभग 26 गुना से ज्यादा का उछाल आया है।
हाल के वर्षों में तकनीक के विस्तार और स्मार्टफोन की आसान उपलब्धता ने समस्या को और गहरा दिया है। अपराधी साइबर दुनिया का लाभ उठाकर बच्चों को जाल में फंसा रहे हैं, उनका यौन शोषण कर रहे हैं और फिर उस जघन्य अपराध की सामग्री को ऑनलाइन प्रसारित कर रहे हैं। देश में वर्ष 2018 में दर्ज ऐसे मामलों की संख्या महज 44 थी, जो वर्ष 2022 में बढकर 1171 हो गई। इतना ही नहीं बच्चों के खिलाफ कुल साइबर अपराधों के मामले भी करीब आठ गुना बढे हैं। वर्ष 2018 में कुल 232 मामले दर्ज किए गए थे, वहीं 2022 मे यह आंकडा 1823 हो गया है।