Ganga Conservation Uttarakhand : Uttarakhand Chief Secretary Directs Expedited Ganga Conservation Efforts
Ganga Conservation Uttarakhand : देहरादून , 02 अगस्त 2025 : उत्तराखंड में गंगा और उसकी सहायक नदियों के संरक्षण और कायाकल्प के प्रयासों को गति देने के लिए, मुख्य सचिव आनंद बर्धन की अध्यक्षता में राज्य गंगा समिति की 18वीं बैठक सचिवालय में संपन्न हुई। बैठक में मुख्य सचिव ने सभी संबंधित विभागों और कार्यदायी संस्थाओं को गंगा से जुड़े सभी कार्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने विशेष रूप से लिक्विड और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के कार्यों को गंभीरता से लेने पर ज़ोर दिया। उन्होंने जिला गंगा समितियों की बैठकों को भी नियमित रूप से आयोजित करने के निर्देश दिए ताकि स्थानीय स्तर पर भी कार्यों की प्रगति की समीक्षा की जा सके।
सीवेज मैनेजमेंट प्लांट्स (एसटीपी) के निर्माण में हो रही देरी पर चिंता व्यक्त करते हुए, उन्होंने जल निगम को इन परियोजनाओं को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए कहा। साथ ही, कोटद्वार, पौड़ी गढ़वाल, रुद्रप्रयाग, गौरीकुंड और तिलवाड़ा में एसटीपी निर्माण में हो रही देरी को देखते हुए, संबंधित ज़िलाधिकारियों को एक महीने के भीतर भूमि हस्तांतरण जैसे मुद्दों को सुलझाने का आदेश दिया।
मुख्य सचिव ने पूरे प्रदेश में सीवेज मैनेजमेंट का ‘गैप एनालिसिस’ करने के भी निर्देश दिए ताकि कमी को पहचानकर उचित कदम उठाए जा सकें। उन्होंने गंगा और उसकी सहायक नदियों की फ्लड प्लेन ज़ोनिंग और हाइड्रोलॉजिकल सर्वे के कार्यों में भी तेज़ी लाने के लिए कहा।
बैठक में मॉनिटरिंग सिस्टम को ऑनलाइन करने और बाय-प्रोडक्ट (स्लज) के लिए एक प्रभावी स्लज मैनेजमेंट प्लान बनाने पर भी चर्चा हुई। इसके अलावा, राज्य में बची हुई 37 लेगेसी वेस्ट साइट्स को जल्द से जल्द साफ़ करने के लिए कार्य योजना प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया।
इस बैठक में प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव शैलेश बगौली, नितेश कुमार झा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।