Bird Flu Alert in Uttarakhand: Chicken Banned for Wild Animals in Zoos and Reserves
देहरादून, 22 अगस्त 2025 : उत्तराखंड में वन्यजीवों के निवाले में शामिल चिकन प्रतिबंधित कर दिया गया है! पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में बर्ड फ्लू के मामलों की पुष्टि के बाद उत्तराखंड वन विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है। संक्रमण के खतरे को देखते हुए राज्य के सभी चिड़ियाघरों और संरक्षित वन क्षेत्रों में मांसाहारी जानवरों को चिकन देना पूरी तरह से रोक दिया गया है।
विशेष रूप से देहरादून के मालसी ज़ू में अब बाघ, तेंदुआ और अन्य मांसाहारी प्राणियों को बीफ परोसा जा रहा है, ताकि बर्ड फ्लू के संक्रमण से बचा जा सके। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह कदम एहतियातन उठाया गया है और यह रोक तब तक जारी रहेगी जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती।
राज्य के प्रतिष्ठित संरक्षित क्षेत्र — कॉर्बेट टाइगर रिजर्व, राजाजी नेशनल पार्क और अन्य वन संरचनाओं में भी बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट मोड पर काम किया जा रहा है। सभी कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे बर्ड फ्लू से जुड़ी एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) का सख्ती से पालन करें।
वन विभाग ने पशुपालन विभाग के साथ समन्वय बनाकर किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया देने की योजना बनाई है। इसके साथ ही, चिड़ियाघर परिसरों को रोजाना सैनिटाइज किया जा रहा है और पर्यटकों को भी वन्यजीवों से दूरी बनाए रखने को कहा गया है।
बर्ड फ्लू, जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा कहा जाता है, एक गंभीर संक्रामक बीमारी है जो पक्षियों के जरिए फैलती है और कभी-कभी मनुष्यों को भी अपनी चपेट में ले सकती है। इससे न केवल पक्षियों का जीवन खतरे में पड़ता है, बल्कि पूरे इकोसिस्टम और स्वास्थ्य तंत्र पर भी असर पड़ सकता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने से मांसाहारी जानवरों और इंसानों दोनों में यह वायरस फैल सकता है। यही कारण है कि अब राज्यभर में चिकन को लेकर बेहद सतर्कता बरती जा रही है।