पिछले दिनों गडगाड गदेरे से भारी मात्रा में मलबा आने के कारण यमुना नदी का प्रवाह रुक गया था, जिससे स्यानाचट्टी के पास एक अस्थायी झील बन गई थी। हालांकि, अब जलस्तर घट रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री ने भविष्य में ऐसी स्थिति से बचने के लिए तत्काल उपाय करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को जल्द से जल्द जल भराव और भूस्खलन से प्रभावित लोगों को हुए नुकसान का आकलन करने और रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। इसके अलावा, उन्होंने आवाजाही बाधित होने के कारण खेतों में फंसी आलू की फसल की उचित मूल्य पर खरीद की व्यवस्था करने के लिए भी कहा।
इस दौरान सीएम ने कुपड़ा कुंशाला पुल का भी निरीक्षण किया और जल्द से जल्द इसका निर्माण कार्य शुरू करने के निर्देश दिए ताकि आवाजाही सामान्य हो सके। उन्होंने जब तक पुल का निर्माण नहीं हो जाता, तब तक लोगों के लिए एक वैकल्पिक पैदल मार्ग बनाने का भी निर्देश दिया। सीएम धामी ने कहा कि सरकार इस संकट की घड़ी में हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि पीड़ितों को हुए नुकसान का आकलन करके जल्द से जल्द हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री के साथ इस दौरान पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल, यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल, बीजेपी जिलाध्यक्ष नागेंद्र चौहान और अन्य अधिकारी मौजूद थे।