Uttarakhand Agitation Activists Demand Reservation, Warn of Major Protest
देहरादून, 15 सितंबर 2025 : उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच ने रविवार को देहरादून स्थित शहीद स्मारक पर आयोजित बैठक में राज्य आंदोलनकारियों की लंबित मांगों पर चर्चा की गई और सरकार के प्रति आक्रोश व्यक्त किया गया। आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया, तो वे आंदोलन करेंगे।
बैठक में वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार ने राज्य आंदोलन के शहीदों के परिजनों और चिन्हित आंदोलनकारियों के लिए 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण का कानून तो पारित कर दिया है, लेकिन इसका वास्तविक लाभ आज तक नहीं मिल पाया है। मंच के अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक का संचालन संयोजक पूरण सिंह लिंगवाल ने किया।
प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती और केशव उनियाल ने कहा कि जिन आंदोलनकारियों ने राज्य निर्माण के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया, आज 25 साल बाद भी उनकी अनदेखी हो रही है। उन्होंने इसे बेहद दुखद बताते हुए सरकार से उनकी भावनाओं को समझने का आग्रह किया।
वरिष्ठ मातृशक्ति पुष्पलता सीलमाणा और टिहरी से आए शिवराज सिंह समेत कई अन्य वक्ताओं ने भी मुख्यमंत्री से मांग की कि वे मुजफ्फरनगर कांड की बरसी से पहले आंदोलनकारियों की समस्याओं पर ठोस कदम उठाएं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने इस दिशा में कोई पहल नहीं की, तो शहीद परिवारों और आंदोलनकारियों का विश्वास सरकार से उठ जाएगा और उनमें असंतोष बढ़ेगा।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि सरकार पर दबाव बनाने के लिए मंच जल्द ही एक बड़ा धरना आयोजित करेगा। इस बैठक में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए बड़ी संख्या में आंदोलनकारियों ने हिस्सा लिया, जिनमें कई प्रमुख सदस्यों ने अपने विचार साझा किए।