CM Dhami Announces ₹300 Crore Housing Package for Uttarakhand Police Personnel
पुलिस कर्मियों के आवास के लिए 300 करोड की सौगात
देहरादून, 21 अक्टूबर 2025 : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऐलान किया कि आगामी तीन वर्षों तक पुलिस कर्मियों के आवासीय भवनों के निर्माण के लिए प्रतिवर्ष 100 करोड़ रुपये स्वीकृत किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि हर पुलिस कर्मी को आधुनिक आवास सुविधा उपiलब्ध कराई जा सके। वर्तमान में 688 नए आवासीय भवनों का निर्माण कार्य जारी है, जबकि 120 अतिरिक्त आवासों का निर्माण भी शीघ्र शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही पुलिस बैरकों और कार्यस्थलों के अपग्रेडेशन के लिए भी पर्याप्त धनराशि दी जा रही है, ताकि पुलिस कर्मियों को बेहतर जीवन एवं कार्य वातावरण मिले।
सोमवार को मुख्यमंत्री धामी पुलिस लाइन देहरादून स्थित शहीद स्मारक स्थल पर पुलिस स्मृति दिवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में बोल रहे थे। इससे पहले उन्होंने पुलिस बल के वीर जवानों को नमन कर उनके परिजनों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पुलिस के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि सरकार पुलिस बल को तकनीकी रूप से सशक्त और संसाधनयुक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि राज्य स्थापना की रजत जयंती पर सभी पुलिस कर्मियों को “विशेष रजत जयंती पदक” प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा भवाली, ढालमल्ला, नैनीडांडा, घनसाली और सतपुली में एसडीआरएफ के जवानों के लिए पाँच नई बैरकों के निर्माण की घोषणा भी की गई। कहा कि पुलिस कर्मियों के हितों को ध्यान में रखते हुए पुलिस कल्याण निधि को भी 2.50 करोड़ से बढ़ाकर 4.50 करोड़ रुपये किया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस कर्मियों के वेतन, भत्ते, चिकित्सा प्रतिपूर्ति और अवकाश से संबंधित सभी प्रक्रियाओं को अब पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया गया है।
धामी ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक थाने में महिला सुरक्षा के दृष्टिकोण से महिला हेल्प डेस्क के अंतर्गत क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में राज्य सरकार ने पुलिस भवनों के निर्माण के लिए कुल 500 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं, जो पूर्व वर्षों की तुलना में कई गुना अधिक है। कहा कि इस वर्ष कांवड़ यात्रा में चार करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं और चारधाम यात्रा में पचास लाख से अधिक भक्तों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित कर पुलिस ने उत्कृष्ट कार्य किया। उन्होंने कहा कि राज्य में प्राकृतिक आपदाओं, भीड़ नियंत्रण, वीआईपी कार्यक्रमों और राष्ट्रीय आयोजनों में भी पुलिस ने तत्परता से अपनी जिम्मेदारी निभाई है। आधुनिक युग में अपराध का स्वरूप बदल रहा है। नशा और साइबर अपराध जैसे नए खतरों से निपटने के लिए सरकार ने त्रिस्तरीय एंटी नारकोटिक फोर्स का गठन किया है। पिछले तीन वर्षों में इस फोर्स ने 6199 से अधिक नशे के कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई की है और 275 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ जब्त किए हैं। धामी ने कहा कि साइबर अपराध आज एक बड़ी चुनौती है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के युग में पुलिस को एक कदम आगे रहकर कार्य करना होगा। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड पुलिस ने साइबर फ्रॉड के मामलों में प्रभावी कार्रवाई करते हुए 63 करोड़ रुपये से अधिक की राशि पीड़ितों को वापस दिलाई है।
कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, सांसद नरेश बंसल, विधायक खजान दास, बृजमोहन गैरोला, सविता कपूर, मुख्य सचिव आनंद बर्धन, मुख्य सूचना आयुक्त राधा रतूड़ी, अपर पुलिस महानिदेशक पी वी के प्रसाद सहित बड़ी संख्या में अधिकारी और शहीदों के परिजन उपस्थित रहे। सभी ने शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित कर उनके अमर बलिदान को नमन किया।
