World Oriental Medicine & Acupuncture Day 2025: Benefits and Insights by Dr. Nishi Bhatt
देहरादून, 23 अक्टूबर 2025 : 24 अक्टूबर को विश्वभर में विश्व ओरिएंटल मेडिसिन एवं एक्यूपंक्चर दिवस मनाया गया। इस अवसर पर धीअमृतम्, देहरादून की डॉ. निशी भट्ट (डी.ओ.एम.ए.) ने इस प्राचीन और वैज्ञानिक चिकित्सा प्रणाली के महत्व पर प्रकाश डाला।
डॉ. भट्ट ने कहा कि ओरिएंटल मेडिसिन और एक्यूपंक्चर शरीर की ऊर्जा प्रणाली को संतुलित कर स्वास्थ्य को प्राकृतिक तरीके से पुनर्स्थापित करने में सहायक हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 15 वर्षों में उन्होंने देश और विदेश से आने वाले हज़ारों रोगियों का उपचार किया है और मस्तिष्क आघात (ब्रेन ट्रॉमा), बाल विकास विकार, तथा मोटर न्यूरॉन डिजीज (एमएनडी) जैसे जटिल रोगों में इस चिकित्सा पद्धति के माध्यम से उल्लेखनीय परिणाम हासिल किए हैं।
डॉ. भट्ट ने कहा, “यह चिकित्सा प्रणाली शरीर और मन के बीच संतुलन स्थापित करती है। मस्तिष्क आघात के मामलों में यह तंत्रिका तंत्र की पुनर्प्राप्ति में मदद करती है, बच्चों के विकास संबंधी विकारों में न्यूरो कार्यप्रणाली सुधारती है और एमएनडी जैसे रोगों में जीवन की गुणवत्ता बढ़ाती है।”
उन्होंने आगे बताया कि यह पद्धति शरीर को एक समग्र तंत्र मानती है, जहाँ ‘ची’ यानी जीवन ऊर्जा के प्रवाह में रुकावट रोगों का कारण बनती है। उनका उद्देश्य इन अवरोधों को दूर करके शरीर की स्व-चिकित्सा शक्ति को सक्रिय करना है।
इस प्रकार, विश्व ओरिएंटल मेडिसिन एवं एक्यूपंक्चर दिवस पर डॉ. भट्ट ने इस प्राचीन चिकित्सा विज्ञान के फायदों और इसके वैज्ञानिक दृष्टिकोण को उजागर किया।
