उत्तरकाशी: सिलक्यारा सुरंग में औगर मशीन के जरिए खोज बचाओ अभियान की राह में बड़ा अवरोध आया है। मशीन के आगे अब तक की सबसे बड़ी बाधा आई है। कल शाम ड्रिलिंग के दौरान मलबे के बीच सरियों का जाल आया। औगर मशीन के ब्लेड सरियों के जाल में फंसे फंस गई है। औगर का अगला हिस्सा पाइप की आखिरी मुहाने पर बुरी तरह फंस गया है।
औगर मशीन के ब्लड को वहां से निकलना बेहद मुश्किल हो रहा है। फिलहाल एजेंसियों के पास कोई रास्ता नहीं है। किस तरह से औगर मशीन की ब्लेडों को बाहर निकल जाए और जाल को काटा जाए।
खोज बचाव टीम से जुड़ी एजेंसियां अब वर्टिकल ड्रिलिंग पर विचार कर रही है। थोड़ी देर में मीटिंग साइट पर सबसे बड़ी बैठक होने वाली है। जिसमें वर्टिकल ड्रिलिंग शुरुआत करने का फैसला लिया जाएगा। ओएनजीसी, एसजीवीएनएल व बीआरओ अब वर्टिकल ड्रिलिंग की तैयारी मे है। वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए मशीन को पूरी तरह से इंस्टॉल कर लिया गया है। अब मशीन को कार्य स्थल पर लेकर जाने की तैयारी है।
सीमा सड़क संगठन ने वर्टिकल ड्रिलिंग की जगह पहुंचाने के लिए पहले से ही सड़क तैयार कर ली है और अब ट्रैक की मजबूती बनाते हुए सामान पहुंचाया जाएगा