देहरादून: उत्तराखंड सरकार निवेशक सम्मेलन में हुए करार को धरातल पर उतारने की तेजी से कवायद कर रही है। ऐसे 28 करार चिह्नित किए गए हैं जिनमें सर्वाधिक संभावना है। इनमें नंबर पर अदाणी समूह से हुए करार शामिल हैं।
अदाणी समूह ने निवेशक सम्मेलन में 3700 करोड़ की राशि के करार किए हैं। यह समूह मुख्य रूप से ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश करने का इच्छुक है। प्रदेश सरकार इन सभी करार को धरातल पर उतारने के लिए तेजी से कदम आगे बढ़ा रही है।
प्रदेश में बीते दिसंबर को वैश्विक निवेशक सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस सम्मेलन के लिए 2.50 लाख करोड़ के करार करने का लक्ष्य रखा गया था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वयं इस निवेशक सम्मेलन में निवेशकों को आमंत्रित करने की कमान संभाली थी।
इसका फायदा यह हुआ कि सम्मेलन से पहले ही प्रदेश सरकार 2.50 लाख करोड़ के निवेश करार करने में सफल रही थी। निवेशक सम्मेलन के दौरान कुल मिलाकर 3.50 लाख करोड़ के 1779 निवेश करार किए गए। इनमें से 44 हजार करोड़ के करार धरातल पर भी उतर चुके हैं। यानी इनमें निवेश तय माना जा रहा है। प्रदेश सरकार ने इसके बाद सम्मेलन में हुए करार को प्राथमिकता श्रेणी के आधार पर आंका। इसके तहत इन्हें उच्च प्राथमिकता श्रेणी, सामान्य श्रेणी और निम्न श्रेणी में विभाजित किया।
उच्च प्राथमिकता श्रेणी में 28 करार रखे गए हैं। जिनको मार्च तक मूर्त रूप देने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं इनकी समीक्षा कर रहे हैं। इस कड़ी में वह ऊर्जा, पर्यटन, उद्योग, परिवहन व आयुष के क्षेत्र में हुए करार की समीक्षा कर चुके हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इन करार को धरातल पर उतारने के लिए पूरे प्रयास किए जाएं। निवेशकों को जहां भी परेशानी या समस्या आ रही है उसका समाधान किया जाए।