डोईवाला (देहरादून): हिमालयन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज जौलीग्रांट (एचएसएमएस) में मंथन 2024 का आयोजन किया गया। इसमें उद्योग जगत से आए विशेषज्ञों ने छात्रों से संवाद स्थापित कर उद्योग जगत की आवश्यकता के अनुरूप अपडेट रहने की बात कही।
स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय जौलीग्रांट (एसआरएचयू) के हिमालयन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (एचएसएमएस) कॉलेज की ओर से आदि कैलाश सभागार में बिजनेस कॉन्क्लेव मंथन 2024 का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता उत्तराखंड पीएचडी सीसीआई उत्तराखंड के अध्यक्ष हेमंत कोचर ने छात्र-छात्राओं से सफलता प्राप्त करने के लिए सकारात्मक ऊर्जा, प्रबंधन, जुनून, कड़ी मेहनत और रिलेशन बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि आज आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस व्यवसाय में भी काफी मददगार साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि अच्छे इंटरपर्सनल स्किल्स और बाजार का विशलेषण करने की क्षमता अपने अंदर विकसित करें तो निश्चित ही सफलता मिलेगी। एसआरएचयू के कुलपति डॉ. राजेंद्र डोभाल ने उद्यमशीलता ईको सिस्टम, इसके अवसरों और चुनौतियों के विषय में जानकारी दी। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए सबसे जरूरी चीज है प्रबंधन (मैनजमेंट)। उन्होंने छात्रों से उद्योग और उसकी अपेक्षाओं के बारे में अधिक व्यवहारिक दृष्टिकोण विकसित करने की बात कही।
इसके बाद आयोजित पैनल डिस्कस्न में ब्रिडकुल के जीएम एचआर अनुप कुमार, टपरवेयर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के संचालन प्रमुख श्यामल चटर्जी, आईटीसी के मानव संसाधन प्रबंधक रोशन राणा ने कार्यस्थल में सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक कौशल विकसित करना विषय पर चर्चा की। डॉ. अमित नौटियाल ने सत्र का संचालन किया। दूसरे सत्र में उद्यमी मानसिकता को बढ़ावा देना विषय पर चर्चा की गई। इसमें सीईओ जिविसा वेलनेस सारिका पंछी, संस्थापक पाथल स्टेज मेजर गोर्की चंदोला, संस्थापक बोंग ट्विस्ट किचनेट सुवेंदु बरई ने अपने विचार रखे। डॉ. रजत डिमरी ने उद्यमशीलता की भावना और नवाचार को विकसित करने पर संवाद को प्रोत्साहित करते हुए सत्र का संचालन किया। इसके पश्चात छात्र-छात्राओं न विशेषज्ञों से प्रश्न पूछे। इससे पूर्व एचएसएमएस के प्रिंसिपल डॉ. मोहित वर्मा ने उपस्थित सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने मंथन 2024 की भूमिका के बारे में उपस्थित छात्र-छात्राओं को बताया। कार्यक्रम संयोजक डॉ. श्वेता सेठी ने कार्यक्रम के अंत सभी का धन्यवाद दिया। इस अवसर पर डॉ. अपूर्व त्रिवेदी, डॉ. सोनम, एकता, डॉ. गीता, डॉ. रवीन्द्र, डॉ. सौरभ जोशी, उपेन्द्र सक्सेना, प्रियांक और डॉ. गार्गी आदि उपस्थित रहे।