By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
  • क्राइम
  • देश-विदेश
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्पोर्ट्स
  • स्वास्थ्य
  • वीडियो न्यूज़
Search
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Reading: बदरीनाथ धाम में बहे मलेशिया से आए पिता पुत्र, पिता को बचाया, पुत्र लापता
Share
Notification Show More
Latest News
महिलाओं के लिए दून असुरक्षित ! महिला आयोग ने किया खारिज
उत्तराखंड
सितंबर में भी जारी रह सकता है प्राकृतिक आपदाओं का सिलसिला
उत्तराखंड
बीएसएनएल ने बढ़ाई ‘आज़ादी का प्लान’ की अवधि, 15 सितंबर तक फायदा
उत्तराखंड
अफगानिस्तान में भीषण भूकंप, 800 से अधिक की मौत, हजारों घायल
देश-विदेश
केदारनाथ के बाद बदरीनाथ यात्रा भी रोकी गई, अभी हेमकुंड साहिब भी नहीं जा पाएंगे श्रद्धालु
उत्तराखंड
Aa
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Aa
  • पर्यटन
  • राजनीती
Search
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
Follow US
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Himalaya Ki Awaj > Blog > उत्तराखंड > बदरीनाथ धाम में बहे मलेशिया से आए पिता पुत्र, पिता को बचाया, पुत्र लापता
उत्तराखंड

बदरीनाथ धाम में बहे मलेशिया से आए पिता पुत्र, पिता को बचाया, पुत्र लापता

Web Editor
Last updated: 2024/09/24 at 4:32 AM
Web Editor
Share
1 Min Read
SHARE

बद्रीनाथ : मलेशिया से बद्रीनाथ धाम आए दो तीर्थ यात्री नदी में बह गए। इनमें से एक को एसडीआरएफ ने बचा लिया, जबकि दूसरा लापता है। उसकी तलाश की जा रही है। दो पिता पुत्र थे।

घटना मंगलवार की है।  बद्रीनाथ धाम के गांधी घाट से दो व्यक्तियों के बहने की सूचना SDRF को प्राप्त हुई। उक्त सूचना पर एसडीआरएफ एवम अन्य फोर्स द्वारा तत्काल मौके पर पहुँचकर एक व्यक्ति को करीब 200 मीटर की दूरी पर जाकर बचा लिया गया किंतु दूसरा व्यक्ति नदी के तेज बहाव में लापता हो गया जिसकी SDRF रेस्क्यू टीम द्वारा सर्चिंग की जा रही है।

पूछताछ करने पर जानकारी प्राप्त हुई कि नदी में बहने वाले दोनों व्यक्ति पिता-पुत्र थे जिसमें पिता को रेस्क्यू कर लिया गया जिनका नाम सुरेश चंद्र पुत्र केदारनाथ निवासी मलेशिया एवम लापता व्यक्ति का नाम डॉक्टर बलराज सेठी पुत्र सुरेश चंद उम्र 40 वर्ष निवासी मलेशिया जो अपने परिवार के चार अन्य सदस्यों के साथ दिनांक 14 सितंबर 2024 को भारत आए थे।

चारधाम की यात्रा करने के उपरांत आज दिनांक 24 सितंबर 2024 को श्री बद्रीनाथ धाम पहुंचे थे रेस्क्यू किए गए व्यक्ति सुरेश चंद्र विवेकानंद अस्पताल में उपचाराधीन है।

You Might Also Like

महिलाओं के लिए दून असुरक्षित ! महिला आयोग ने किया खारिज

सितंबर में भी जारी रह सकता है प्राकृतिक आपदाओं का सिलसिला

बीएसएनएल ने बढ़ाई ‘आज़ादी का प्लान’ की अवधि, 15 सितंबर तक फायदा

केदारनाथ के बाद बदरीनाथ यात्रा भी रोकी गई, अभी हेमकुंड साहिब भी नहीं जा पाएंगे श्रद्धालु

केदारनाथ यात्रा 3 सितंबर तक स्थगित, मौसम को देखते हुए लिया फैसला

TAGGED: Father and son from Malaysia drowned in Badrinath Dham, father saved, son missing
Web Editor September 24, 2024
Share this Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article बदरी-केदार मंदिर में भोग और प्रसाद की गुणवत्ता पर रखी जाएगी नजर
Next Article अयोध्‍या में रामलला के वस्‍त्रों पर सुशोभित हुई उत्‍तराखंड की ऐपण कला
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

100 Followers Like
100 Followers Follow
100 Followers Follow
100 Subscribers Subscribe
4.4k Followers Follow
- Advertisement -
Ad imageAd image

Latest News

महिलाओं के लिए दून असुरक्षित ! महिला आयोग ने किया खारिज
उत्तराखंड September 1, 2025
सितंबर में भी जारी रह सकता है प्राकृतिक आपदाओं का सिलसिला
उत्तराखंड September 1, 2025
बीएसएनएल ने बढ़ाई ‘आज़ादी का प्लान’ की अवधि, 15 सितंबर तक फायदा
उत्तराखंड September 1, 2025
अफगानिस्तान में भीषण भूकंप, 800 से अधिक की मौत, हजारों घायल
देश-विदेश September 1, 2025

Recent Posts

  • महिलाओं के लिए दून असुरक्षित ! महिला आयोग ने किया खारिज
  • सितंबर में भी जारी रह सकता है प्राकृतिक आपदाओं का सिलसिला
  • बीएसएनएल ने बढ़ाई ‘आज़ादी का प्लान’ की अवधि, 15 सितंबर तक फायदा
  • अफगानिस्तान में भीषण भूकंप, 800 से अधिक की मौत, हजारों घायल
  • केदारनाथ के बाद बदरीनाथ यात्रा भी रोकी गई, अभी हेमकुंड साहिब भी नहीं जा पाएंगे श्रद्धालु

साथियों, ये है हिमालय की आवाज. आप सोच रहे होंगे कि इतने पोर्टल के बीच एक और पोर्टल. इसमें क्या अलग है. यूं तो इसमें भी खबर ही होंगी, लेकिन साथ ही होगी हिमालय की आवाज यानी अपनी माटी, अपने गांव गली और चौक की बात. जल-जंगल और जमीन की बात भी. पहाड़ के विकास के लिए हम दमदार आवाज बनेंगे. आप सभी शुभचिंतकों के सहयोग का आकांक्षी. : किरण शर्मा, संस्‍थापक

Most Viewed Posts

  • मक्‍की की वजह से पर्यटन के नक्‍शे पर आया यह गांव (5,682)
  • राज्य में 12 पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशन बनाए गए (5,642)
  • टिहरी राजपरिवार के पास 200 करोड से अधिक की संपत्ति (4,138)
  • कम मतदान प्रतिशत वाले बूथों पर जनजागरूकता में जुटा चुनाव आयोग (3,952)
  • प्रधानमंत्री माेदी और गृह मंत्री शाह जल्‍द आएंगे उत्‍तराखंड (3,885)
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Follow US

© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?