By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
  • क्राइम
  • देश-विदेश
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्पोर्ट्स
  • स्वास्थ्य
  • वीडियो न्यूज़
Search
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Reading: पंचायतीराज अफसर को निदेशक ने किया मुख्‍यालय अटैच
Share
Notification Show More
Latest News
चमोली में बरसाती नदी में फंसे पांच बच्‍चे
उत्तराखंड
रेल के 74,000 डिब्‍बे और 15000 इंजन सीसीटीवी कैमरों से होंगे लैस
देश-विदेश
पिता बात बात पर तान देता था बंदूक, डीएम ने शस्‍त्र लाइसेंस किया निलंबित
उत्तराखंड
देहरादून : पंचायत चुनाव में पहली बार वोट 38371 मतदाता
उत्तराखंड
तकनीकी शिक्षा में गुणवत्ता और रोजगारपरकता को प्राथमिकता दें : मुख्यमंत्री
उत्तराखंड
Aa
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Aa
  • पर्यटन
  • राजनीती
Search
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
Follow US
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Himalaya Ki Awaj > Blog > उत्तराखंड > पंचायतीराज अफसर को निदेशक ने किया मुख्‍यालय अटैच
उत्तराखंड

पंचायतीराज अफसर को निदेशक ने किया मुख्‍यालय अटैच

Web Editor
Last updated: 2024/10/11 at 3:20 AM
Web Editor
Share
6 Min Read
SHARE

देहरादून :  देहरादून के जिला पंचायतीराज अधिकारी विद्या सिंह सोमनाल को  तमाम आरोपों के चलते निदेशक पंचायतीराज निधि यादव ने गुरुवार को मुख्यालय अटैच कर दिया है। उनसे साक्ष्यों के साथ 07 दिन के भीतर आरोपों पर जवाब मांगा गया है।

निदेशक पंचायतीराज निधि यादव ने विद्या सिंह की जगह जिला सहायक पंचायतीराज अधिकारी संजय प्रकाश बडोनी को डीपीआरओ का प्रभार दिया है। वह अग्रिम आदेश तक इस पद पर बने रहेंगे। मुख्यालय अटैच किए गए विद्या सिंह की लचर कार्यप्रणाली का पहला मामला डोईवाला में पंचायत चुनाव के लिए कराए गए परिसीमन में गड़बड़ी से जुड़ा है। डोईवाला में सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) पद पर तैनात रहे राजेंद्र सिंह गुसाईं पर तथ्यों से छेड़छाड़ करने, अधिकारियों को गुमराह करने और बिना सक्षम अनुमति के परिसीमन में धांधली आदि के आरोप लगे हैं। जिस पर जिलाधिकारी के आदेश के क्रम में सहायक विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह के विरुद्ध विद्या सिंह सोमनाल ने 07 अक्टूबर को डालनवाला थाने में एफआइआर दर्ज कराई है।

निदेशक पंचायतीराज निधि यादव ने पाया कि परिसीमन की प्रक्रिया के लिए शासन की ओर से गठित समिति में डीपीआरओ सदस्य एवं सचिव के रूप में नामित हैं। इसके बाद भी प्रस्तावों के अनंतिम प्रकाशन से पूर्व डीपीआरओ के रूप में स्वयं विद्या सिंह ने तथ्यों का परीक्षण नहीं किया। ऐसे में वह आरोपी सहायक विकास अधिकारी के समान प्रकरण में दोषी हैं। साथ ही इस एफआइआर की जानकारी निदेशक को न देना भी गंभीर कृत्य है। एफआइआर से पूर्व निदेशक की आवश्यक होती है। यहां तक कि एफआइआर के बाद भी इसकी जानकारी निदेशक को नहीं दी गई।

साइन बोर्ड लगाने में खेल, डीपीआरओ ने मूंद ली थी आंखें
पंचायतीराज निदेशक निधि यादव के नोटिस के अनुसार सहायक विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह गुसाईं पर ग्राम पंचायतों में साइन बोर्ड लगाने के कार्यों में अधिप्राप्ति नियमावली के उल्लंघन के आरोप भी लगे हैं। साइन बोर्ड लगाने के कार्य ग्राम प्रधान/ग्राम पंचायत विकास अधिकारी ने किए हैं और 2700 रुपये प्रति साइन बोर्ड के हिसाब से भुगतान भी उन्हीं के माध्यम से किया गया। इस पर तल्ख टिप्पणी करते हुए निदेशक ने कहा कि या तो डीपीआरओ को विधि स्थापित नियमों की जानकारी नहीं है या उन्होंने जानबूझकर इस अनियमितता पर आंखें मूंद ली। यदि ऐसा नहीं है तो क्यों सहायक विकास अधिकारी और अन्य पर कार्रवाई अमल में नहीं लाइ गई।

डीपीआरओ ने जांच कराई और रिपोर्ट दबा ली
डोईवाला विकासखंड के ही ग्राम पंचायत प्रतीतनगर के वार्ड 05 के सदस्य आशीष जोशी ने जुलाई 2024 को शिकायती पत्र देकर गांव में विकास कार्यों में अनियमितता का आरोप लगाया था। इस मामले में डीपीआरओ ने सहायक विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह को जांच अधिकारी नामित किया था। जांच रिपोर्ट डीपीआरओ विद्या सिंह को 30 अगस्त को उपलब्ध करा दी गई थी। हालांकि, विद्या सिंह ने जांच रिपोर्ट दबा दी और कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं, वैदिक नगर (प्रतितनगर) निवासी एलम सिंह ने इस रिपोर्ट को आरटीआइ में प्राप्त किया और 06 सितंबर को निदेशक को उपलब्ध कराया। जिसके बाद ग्राम प्रधान पूजा भारद्वाज को निदेशक ने निलंबित किया। इसे निदेशक ने जिला पंचायतीराज अधिकारी के रूप में विद्या सिंह की अक्षमता करार दिया।

पंचायतों का 4.22 करोड़ का अनुदान करा दिया सरेंडर
निदेशक निधि यादव ने नोटिस में वित्तीय वर्ष 2023-24 में त्रिस्तरीय पंचायतों को अनाबद्ध अनुदान की द्वितीय किश्त के लैप्स होने का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि विद्या सिंह सोमनाल ने इस राशि को समय पर अवमुक्त नहीं किया और वित्तीय वर्ष की समाप्ति पर राशि को सरेंडर कर दिया गया। जबकि केंद्रीय वित्त आयोग के अंतर्गत जारी अनुदान को 10 दिन के भीतर संबंधित पंचायतों को हस्तांतरित किया जाना अनिवार्य है। जाहिर है, यह प्रकरण भी बेहद गंभीर है।

गड़बड़ी पर हटाए गए सहायक विकास अधिकारी की जानकारी भी नहीं दी
डोईवाला विकास खंड में तमाम गड़बड़ी उजागर होने पर मुख्य विकास अधिकारी ने 03 अक्टूबर को सहायक विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह का स्थानांतरण प्रशासनिक आधार पर चकराता कर दिया था और उनकी जगह चकराता से राजेश नेगी को डोईवाला भेजा गया था। निदेशक ने कहा कि इस तरह के स्थानांतरण जिलाधिकारी या उनकी ओर से नामित अधिकारी की कमेटी की संस्तुति पर निदेशक स्तर से किए जाते हैं। विद्या सिंह ने इन तथ्यों से भी जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी को अवगत नहीं कराया। निदेशक निधि ने कहा कि इन तमाम कृत्यों को देखते हुए लगता है कि विद्या सिंह अपने कर्तव्यों के प्रति गंभीर नहीं हैं और उनका नियंत्रण अधीनस्थों पर नहीं है। इससे कार्यालय में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है।

You Might Also Like

चमोली में बरसाती नदी में फंसे पांच बच्‍चे

पिता बात बात पर तान देता था बंदूक, डीएम ने शस्‍त्र लाइसेंस किया निलंबित

देहरादून : पंचायत चुनाव में पहली बार वोट 38371 मतदाता

तकनीकी शिक्षा में गुणवत्ता और रोजगारपरकता को प्राथमिकता दें : मुख्यमंत्री

सभी विभागों के कार्यों का आउटपुट इंडिकेटर तैयार करने के निर्देश

TAGGED: Director attaches Panchayati Raj officer to headquarters
Web Editor October 11, 2024
Share this Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article एसजीआरआरयू में नवरंग डांडिया 2.0 की धूम
Next Article बेहतर इलाज के लिए नहीं लगानी होगी महानगरों की दौड़
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

100 Followers Like
100 Followers Follow
100 Followers Follow
100 Subscribers Subscribe
4.4k Followers Follow
- Advertisement -
Ad imageAd image

Latest News

चमोली में बरसाती नदी में फंसे पांच बच्‍चे
उत्तराखंड July 14, 2025
रेल के 74,000 डिब्‍बे और 15000 इंजन सीसीटीवी कैमरों से होंगे लैस
देश-विदेश July 14, 2025
पिता बात बात पर तान देता था बंदूक, डीएम ने शस्‍त्र लाइसेंस किया निलंबित
उत्तराखंड July 14, 2025
देहरादून : पंचायत चुनाव में पहली बार वोट 38371 मतदाता
उत्तराखंड July 14, 2025

Recent Posts

  • चमोली में बरसाती नदी में फंसे पांच बच्‍चे
  • रेल के 74,000 डिब्‍बे और 15000 इंजन सीसीटीवी कैमरों से होंगे लैस
  • पिता बात बात पर तान देता था बंदूक, डीएम ने शस्‍त्र लाइसेंस किया निलंबित
  • देहरादून : पंचायत चुनाव में पहली बार वोट 38371 मतदाता
  • तकनीकी शिक्षा में गुणवत्ता और रोजगारपरकता को प्राथमिकता दें : मुख्यमंत्री

साथियों, ये है हिमालय की आवाज. आप सोच रहे होंगे कि इतने पोर्टल के बीच एक और पोर्टल. इसमें क्या अलग है. यूं तो इसमें भी खबर ही होंगी, लेकिन साथ ही होगी हिमालय की आवाज यानी अपनी माटी, अपने गांव गली और चौक की बात. जल-जंगल और जमीन की बात भी. पहाड़ के विकास के लिए हम दमदार आवाज बनेंगे. आप सभी शुभचिंतकों के सहयोग का आकांक्षी. : किरण शर्मा, संस्‍थापक

Most Viewed Posts

  • मक्‍की की वजह से पर्यटन के नक्‍शे पर आया यह गांव (5,576)
  • राज्य में 12 पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशन बनाए गए (5,525)
  • टिहरी राजपरिवार के पास 200 करोड से अधिक की संपत्ति (4,030)
  • कम मतदान प्रतिशत वाले बूथों पर जनजागरूकता में जुटा चुनाव आयोग (3,831)
  • प्रधानमंत्री माेदी और गृह मंत्री शाह जल्‍द आएंगे उत्‍तराखंड (3,747)
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Follow US

© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?