देहरादून : ऊर्जा निगम इस माह भी प्रदेश के 27 लाख उपभोक्ताओं को राहत देने जा रहा है। बाजार से सस्ती बिजली खरीदने के चलते फ्यूल एंड पावर पर्चेज कास्ट एडजेस्टमेंट (एफपीपीसीए) के तहत बिल में छूट मिलेगी। इस माह आने वाले बिल में औसतन 88 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से रियायत मिलेगी। ऊर्जा निगम 100 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि उपभोक्ताओं को समायोजन के माध्यम से लौटा रहा है। जुलाई से प्रत्येक माह बिजली उपभोक्ताओं को छूट दी जा रही है।
उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग के टैरिफ विनियमों के अनुसार ऊर्जा निगम की मासिक विद्युत क्रय लागत अनुमोदित विद्युत क्रय लागत से अधिक होती है तो उसे उपभोक्ताओं के बिजली बिलों में फ्यूल एंड पावर पर्चेज कास्ट एडजेस्टमेंट (एफपीपीसीए) मद में वसूल लिया जाता है। वहीं, यदि मासिक विद्युत क्रय लागत अनुमोदित विद्युत क्रय लागत से कम होती है तो उसे उपभोक्ताओं के बिजली बिलों में एफपीपीसीए मद में ही वापस किया जाता है।
ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार ने बताया कि आयोग ने टैरिफ आदेश में वर्ष 2024-25 की औसत विद्युत क्रय लागत 5.03 रुपये प्रति यूनिट अनुमोदित की थी, जिसके सापेक्ष ऊर्जा निगम की अप्रैल से सितंबर की अवधि में औसत विद्युत क्रय लागत 4.71 रुपये प्रति यूनिट रही, जो कि अनुमोदित विद्युत क्रय लागत के सापेक्ष 0.32 प्रति यूनिट (6.4 प्रतिशत) कम है। जिसके कारण विद्युत क्रय लागत मद में कुल 324 करोड़ रुपये की बचत हुई।
इस धनराशि को ऊर्जा निगम प्रत्येक माह के बिल में छूट के रूप में उपभोक्ताओं को लौटा रहा है। जुलाई में 39.06 करोड़ रुपये (0.30 रुपये प्रति यूनिट), अगस्त में 67.10 करोड़ (0.52 रुपये प्रति यूनिट), सितंबर में 28.88 करोड़ (0.23 रुपये प्रति यूनिट), अक्टूबर में 84.19 करोड़ रुपये (0.70 प्रति यूनिट) और अब नवंबर में 104.49 करोड़ (0.88 रुपये प्रति यूनिट) की छूट प्रदान की गई है।