गोपेश्वर: सैलानी अब विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी के दीदार कर सकेंगे। उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित फूलों की घाटी रविवार को पर्यटकों के लिए खोल दी गई । बेस कैंप घांघरिया से 49 पर्यटकों के पहले दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। सेंचुरी एरिया होने के कारण पर्यटक फूलों की घाटी में रात्रि को नहीं रुक सकते हैं। पर्यटकों को फूलों की घाटी का घूमने के बाद उसी दिन बेस कैंप घांघरिया लौटना होगा। बेस कैंप घांघरिया में पर्यटकों के ठहरने की समुचित व्यवस्था है।
इस साल फूलों की घाटी 31 अक्टूबर तक पर्यटकों के लिए खुली रहेगी। फूलों की घाटी ट्रैक अपने फूलों के लिए दुनिया भर में मशहूर है। रोचक बात ये है कि ये घाटी हर 15 दिन में अपना रंग बदल लेती है। फूलों की कुछ प्रजाति ऐसी है जो आपको सिर्फ यही देखने को मिलती है। फूलों की घाटी दुर्लभ हिमालयी वनस्पतियों से समृद्ध है और जैव विविधता का अनुपम खजाना है। यहां 500 से अधिक प्रजाति के रंग बिरंगी फूल खिलते है। हर साल बड़ी संख्या में देश-विदेश से पर्यटक फूलों की घाटी का दीदार करने आते है। प्रकृति प्रेमियों के लिए फूलों की घाटी से टिपरा ग्लेशियर, रताबन चोटी, गौरी और नीलगिरी पर्वत के विहंगम नजारे भी देखने को मिलते हैं।
