रंद्रप्रयाग : पिछले तीन दिनों से सोनप्रयाग-मुनकटिया में हो रहे भूस्खलन से शटल सेवा एवं श्री केदारनाथ यात्रा प्रभावित हो रही है। पहाड़ी से रुक-रुक कर गिर रहे बोल्डर और मलबे की वजह से मार्ग बार-बार अवरुद्ध हो रहा है, जिससे यात्रियों की आवाजाही बाधित हो रही है। प्रशासन द्वारा मार्ग को सुचारु करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। तीर्थयात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए सोनप्रयाग से मुनकटिया तक निर्मित पैदल मार्ग पर बने अस्थाई पुल के एप्रोच पर गैबियन (पत्थरों से भरे मजबूत तार के बॉक्स) लगाकर मार्ग को ऊँचा किया जा रहा है। इसका उद्देश्य यह है कि नदी का जलस्तर बढ़ने की स्थिति में पुल के पहुंच मार्ग को नुकसान न पहुंचे और पैदल यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं की आवाजाही निर्बाध बनी रहे।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण(डीडीएमए) के अधिशासी अभियंता विनय झिंकवाण ने बताया कि यह वैकल्पिक अस्थाई मार्ग लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबा है, इसके अतिरिक्त मार्ग के दोनों तरफ नदी पर दो अस्थाई स्टील सेतु भी लगाए गए है। जो वर्तमान में यात्रा के लिए उपयुक्त है, किंतु कदाचित जलस्तर बढ़ने के कारण पुल की एप्रोच पर नदी का पानी आ रहा है। उन्होंने जानकारी दी कि पुल के एप्रोच को और सुरक्षित करने के लिए गैबियन लगाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है, ताकि नदी की धाराएँ पुल की एप्रोच को प्रभावित न कर सकें।
उन्होंने आश्वासन दिया कि यह कार्य शीघ्रता से पूर्ण कर लिया जाएगा, जिससे केदारनाथ यात्रा सुचारु रूप से जारी रह सके और श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।