Uttarakhand STF cyber fraud arrest : मुख्य आरोपी छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा क्षेत्र से गिरफ्तार
Uttarakhand STF cyber fraud arrest : देहरादून, 3 अगस्त 2025 – उत्तराखंड एसटीएफ ने एक बड़े साइबर धोखाधड़ी रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस मामले में मुख्य आरोपी हर विलास नंदी को छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी एक सेवानिवृत्त सूबेदार मेजर से 34.17 लाख रुपये की ठगी के बाद हुई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ, नवनीत सिंह के अनुसार, जौलीग्रांट निवासी एक सेवानिवृत्त सूबेदार मेजर ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि फेसबुक पर एक ट्रेडिंग ऐप देखकर उन्होंने उसे डाउनलोड किया और ‘अपोलो एकेडमी ग्रुप’ में शामिल हो गए। इस ग्रुप में, ‘जसलीन कौर’ और ‘जॉन पीटर हुसैन’ जैसे नाम वाले लोगों ने ट्रेडिंग के नाम पर उनसे विभिन्न बैंक खातों में 34,17,000 रुपये जमा करवाए।
जांच में पुलिस ने बैंक खातों, मोबाइल नंबरों और सोशल मीडिया अकाउंट्स का विश्लेषण किया। इससे पता चला कि धोखाधड़ी के मास्टरमाइंड हर विलास नंदी के खाते से जुड़ी ईमेल आईडी फिलीपींस में ऑपरेट हो रही थी, जबकि उसका फेसबुक अकाउंट और मेल आईडी दुबई में बनाए गए थे। ठगी का पैसा भी दुबई में ही निकाला गया था।
पुलिस को जब आरोपी की तलाश में छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा में होने का पता चला, तो यह एक बड़ी चुनौती थी। लेकिन एसटीएफ की टीम ने हार नहीं मानी। तकनीकी मदद से लगातार उसकी निगरानी की गई और जैसे ही वह सामान्य स्थिति में बाहर निकला, उसे दबोच लिया गया।
गिरफ्तारी के बाद आरोपी के पास से यूएई, ओमान और अमेरिका की विदेशी मुद्रा, यूएई का रेजिडेंट कार्ड, भारतीय आधार कार्ड, पैन कार्ड और एक मोबाइल फोन बरामद हुआ। पूछताछ में हर विलास नंदी ने बताया कि वह 10 साल दुबई में रहकर आया है। वह मजदूरों को लालच देकर उनके खाते 50 हजार से 1 लाख रुपये में बेचता था। गृह मंत्रालय के एनसीआरपी पोर्टल पर भी उसके खाते के खिलाफ देशभर में 37 शिकायतें दर्ज मिली हैं।
पुलिस का मानना है कि यह गिरोह सोशल मीडिया पर ऑनलाइन ट्रेडिंग का लालच देकर लोगों से ठगी करता था। आरोपी की गिरफ्तारी से इस मामले में और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है। यह घटना दर्शाती है कि साइबर अपराधी विदेशों से भी भारतीय नागरिकों को निशाना बना रहे हैं।