By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
  • क्राइम
  • देश-विदेश
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्पोर्ट्स
  • स्वास्थ्य
  • वीडियो न्यूज़
Search
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Reading: Kalp Kedar Temple : देखें वीडियो : विडंबना : एक बार फिर मलबे में दबा धराली का ऐतिहासिक कल्‍प केेदार मंदिर
Share
Notification Show More
Latest News
उत्तराखंड में क्लीनिक हेतु क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में शिथिलता पर जोर
स्वास्थ्य
प्रदेश के 10 हजार प्रतियोगियों को मिलेगा निःशुल्क कोचिंग योजना का लाभ
करियर
दीपावली का तोहफा : राज्य कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में तीन प्रतिशत वृद्धि, शासनादेश जारी
उत्तराखंड
भवनों पर नंबर प्लेट लगाने का आदेश निरस्त, सीएम धामी ने जांच के दिए निर्देश
उत्तराखंड
आयुर्वेद और योग सेवा के लिए डॉ.  पसबोला को काशी हिन्दी विद्यापीठ का मानद D.Litt
उत्तराखंड
Aa
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Aa
  • पर्यटन
  • राजनीती
Search
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
Follow US
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Himalaya Ki Awaj > Blog > उत्तराखंड > Kalp Kedar Temple : देखें वीडियो : विडंबना : एक बार फिर मलबे में दबा धराली का ऐतिहासिक कल्‍प केेदार मंदिर
उत्तराखंड

Kalp Kedar Temple : देखें वीडियो : विडंबना : एक बार फिर मलबे में दबा धराली का ऐतिहासिक कल्‍प केेदार मंदिर

Web Editor
Last updated: 2025/08/05 at 3:18 PM
Web Editor
Share
3 Min Read
SHARE

Kalp Kedar Temple : Uttarkashi Cloudburst: Historical Kalp Kedar Temple Buried Again

 

Kalp Kedar Temple : देहरादून, 05 अगस्त 2025 : उत्‍तरकाशी जिलेे की हर्षिल घाटी में आई आपदा का असर ऐतिहासिक कल्‍प केदार मंदिर पर भी पडा है। विडंबना ही है कि प्राकृतिक आपदा के कारण संभवत: मंदिर एक बार फिर मलबे में दब गया है। किसी ग्रामीण ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है कि जिसमें वह चिल्‍लाते हुए कह रहा कि हमारा कल्‍प केदार मंदिर भी गया। अपने में रहस्‍यमय समेटे यह मंदिर वर्षों से इतिहास प्रेमियों और श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहा। बताया जाता है आदि शंकराचार्य ने ही यहां 240 मंदिरों के समूह की स्‍थापना करवाई थी, लेकिन नदी में आई बाढ के कारण वे सब मलबे में दब गए थे। हालांकि अभी यह रहस्‍य अनसुलझा ही है कि क्‍या वहां 240 मंदिर थे।

Kalp Kedar Temple Dharali : आज तक नहीं सुलझ पाया कल्प केदार मंदिर का रहस्‍य

वर्ष 1815 में एक स्‍काटिश यात्री और ईस्‍ट इंडिया कंपनी के अफसर जेम्स बाइली फ्रेजर ने गंगा और यमुना के उदगम स्‍थलों की यात्रा की थी। वह पहला यूरोपियन था जो हिमालय के इतना नजदीक पहुंचा। उसने अपनेे यात्रा वृतांत ‘जर्नल ऑफ ए टूर थ्रू पार्ट ऑफ द स्नोइंग रेंज ऑफ द हिमाला माउंटेंस’ में धराली से मिलती जुलती जगह का उल्‍लेख किया है। हालांकि पुस्‍तक में धराली नाम का जिक्र नहीं है, लेकिन मंदिरों काेे वह हैरत से देखता रहा। इतना ही नहीं, आज से लगभग डेढ सौ साल पहले खींची गई एक तस्वीर भी इस बात का सबूत है कि यहां एक से अधिक मंदिर थे। यह तस्वीर ब्रिटिश फोटोग्राफर सैमुअल ब्राउन (संभवतः सैमुअल बोर्न) ने ली थी। इस दुर्लभ तस्वीर में कल्प केदार के मौजूदा मंदिर के साथ दो अन्य मंदिर भी दिखाई देते हैं। दरसअल, सैमुअल ब्राउन ने 1863 से 1870 के बीच भारत में फोटोग्राफी की थी। अमेरिका के लॉस एंजिल्स स्थित गेटी म्यूजियम में ‘स्मॉल टेंपल्स ऑन द गैंगेस एट डेराली’ शीर्षक से एक फोटो मौजूद है, जो 1865 की है। इसमें डेराली को धराली ही माना जाता है। खास बात यह है कि तस्‍वीर में उस समय भागीरथी नदी आज के बहाव से विपरीत दिशा में बहती दिखायी दे रही है, जहां अब गंगोत्री हाईवे है। यह तस्वीर आज भी पुरातत्व विभाग और स्थानीय घरों में संरक्षित है, जो इस मंदिर के ऐतिहासिक महत्व को दर्शाती है।

 

You Might Also Like

दीपावली का तोहफा : राज्य कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में तीन प्रतिशत वृद्धि, शासनादेश जारी

भवनों पर नंबर प्लेट लगाने का आदेश निरस्त, सीएम धामी ने जांच के दिए निर्देश

आयुर्वेद और योग सेवा के लिए डॉ.  पसबोला को काशी हिन्दी विद्यापीठ का मानद D.Litt

विरासत को संवार विकास की नई रोशनी से दून जगमग

अतिक्रमण पर चला डंडा, खाली कराए फुटपाथ 

TAGGED: and how it was previously documented by a Scottish traveler and a British photographer., its connection to Adi Shankaracharya, The recent cloudburst in Uttarkashi's Harsil valley has reportedly buried the historical Kalp Kedar Temple under debris. Learn about the temple's fascinating history
Web Editor August 5, 2025
Share this Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article CM Dhami Uttarkashi cloudburst : आंध्र प्रदेश दौरा बीच में छोड देहरादून लौटे मुख्‍यमंत्री धामी
Next Article  Uttarkashi cloudburst medical response : धराली आपदा : मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, त्वरित राहत कार्य जारी
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

100 Followers Like
100 Followers Follow
100 Followers Follow
100 Subscribers Subscribe
4.4k Followers Follow
- Advertisement -
Ad imageAd image

Latest News

उत्तराखंड में क्लीनिक हेतु क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में शिथिलता पर जोर
स्वास्थ्य October 15, 2025
प्रदेश के 10 हजार प्रतियोगियों को मिलेगा निःशुल्क कोचिंग योजना का लाभ
करियर October 15, 2025
दीपावली का तोहफा : राज्य कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में तीन प्रतिशत वृद्धि, शासनादेश जारी
उत्तराखंड October 15, 2025
भवनों पर नंबर प्लेट लगाने का आदेश निरस्त, सीएम धामी ने जांच के दिए निर्देश
उत्तराखंड October 15, 2025

Recent Posts

  • उत्तराखंड में क्लीनिक हेतु क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में शिथिलता पर जोर
  • प्रदेश के 10 हजार प्रतियोगियों को मिलेगा निःशुल्क कोचिंग योजना का लाभ
  • दीपावली का तोहफा : राज्य कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में तीन प्रतिशत वृद्धि, शासनादेश जारी
  • भवनों पर नंबर प्लेट लगाने का आदेश निरस्त, सीएम धामी ने जांच के दिए निर्देश
  • आयुर्वेद और योग सेवा के लिए डॉ.  पसबोला को काशी हिन्दी विद्यापीठ का मानद D.Litt

साथियों, ये है हिमालय की आवाज. आप सोच रहे होंगे कि इतने पोर्टल के बीच एक और पोर्टल. इसमें क्या अलग है. यूं तो इसमें भी खबर ही होंगी, लेकिन साथ ही होगी हिमालय की आवाज यानी अपनी माटी, अपने गांव गली और चौक की बात. जल-जंगल और जमीन की बात भी. पहाड़ के विकास के लिए हम दमदार आवाज बनेंगे. आप सभी शुभचिंतकों के सहयोग का आकांक्षी. : किरण शर्मा, संस्‍थापक

Most Viewed Posts

  • मक्‍की की वजह से पर्यटन के नक्‍शे पर आया यह गांव (5,776)
  • राज्य में 12 पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशन बनाए गए (5,734)
  • टिहरी राजपरिवार के पास 200 करोड से अधिक की संपत्ति (4,229)
  • कम मतदान प्रतिशत वाले बूथों पर जनजागरूकता में जुटा चुनाव आयोग (4,077)
  • प्रधानमंत्री माेदी और गृह मंत्री शाह जल्‍द आएंगे उत्‍तराखंड (4,009)
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Follow US

© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?