By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
  • क्राइम
  • देश-विदेश
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्पोर्ट्स
  • स्वास्थ्य
  • वीडियो न्यूज़
Search
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Reading: Dehradun seed rakhi : ‘सीड राखी’ : पहले कलाई पर सजेगी, फिर बगिया में
Share
Notification Show More
Latest News
15 अक्टूबर से अमेरिका के लिए अंतरराष्ट्रीय डाक सेवाएं फिर से 
देश-विदेश
विरासत को संवार विकास की नई रोशनी से दून जगमग
उत्तराखंड
प्रदेशभर में दवा कंपनियों और मेडिकल स्टोर्स पर छापे
स्वास्थ्य
दिल के इलाज में नई क्रांति : श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में उत्तराखंड का पहला सफल ‘ड्यूल ट्रांसकैथेटर वाल्व रिप्लेसमेंट’
स्वास्थ्य
फायर शो के दौरान लगी आग, सर्किल बार का लाइसेंस 15 दिन के लिए निलंबित
क्राइम
Aa
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Aa
  • पर्यटन
  • राजनीती
Search
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
Follow US
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Himalaya Ki Awaj > Blog > Uncategorized > Dehradun seed rakhi : ‘सीड राखी’ : पहले कलाई पर सजेगी, फिर बगिया में
Uncategorizedउत्तराखंड

Dehradun seed rakhi : ‘सीड राखी’ : पहले कलाई पर सजेगी, फिर बगिया में

Web Editor
Last updated: 2025/08/07 at 3:36 AM
Web Editor
Share
3 Min Read
SHARE

Dehradun Women Make Eco-Friendly ‘Seed Rakhi’ for Rakshabandhan

Contents
Dehradun seed rakhi :  रक्षाबंधन पर बाजार में आकर्षक ईको फ्रेंडली सीड राखियों की धूमतुलसी, अपराजिता, बेल एवं अन्य सुगंध हर्बल प्लांट के सीड से बनी है बीज राखियां  

Dehradun seed rakhi :  रक्षाबंधन पर बाजार में आकर्षक ईको फ्रेंडली सीड राखियों की धूम

तुलसी, अपराजिता, बेल एवं अन्य सुगंध हर्बल प्लांट के सीड से बनी है बीज राखियां

  

Dehradun seed rakhi : देहरादून, 6 अगस्त 2025: इस साल रक्षाबंधन पर, देहरादून की महिला स्वयं सहायता समूह एक अनूठी पहल के साथ सामने आए हैं। उन्होंने पर्यावरण के अनुकूल सीड राखियां बनाई हैं, जो भाई-बहन के पवित्र रिश्ते के साथ-साथ प्रकृति के प्रति प्रेम का भी संदेश देती हैं। इन राखियों में तुलसी, अपराजिता, बेल, अश्वगंधा और सूरजमुखी जैसे कई औषधीय और हर्बल पौधों के बीज पिरोए गए हैं। रक्षाबंधन के बाद इन राखियों को गमले या मिट्टी में रोपने से एक सुंदर पौधा जन्म लेगा, जो इस पावन पर्व की स्मृति को हमेशा हरा-भरा रखेगा।

पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए आयुष विभाग, देहरादून ने विकास भवन सभागार में एक विशेष बीज राखी वितरण कार्यक्रम आयोजित किया। मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह ने इन राखियों का अनावरण किया और स्कूली बच्चों को वितरित कर उन्हें रक्षाबंधन की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बच्चों को इन इको-फ्रेंडली राखियों का महत्व समझाते हुए कहा कि यह सिर्फ एक धागा नहीं, बल्कि पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारी का प्रतीक है। इस अवसर पर सभी ने सीड राखी बांधकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प भी लिया।

जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी ने बताया कि इन राखियों में प्राकृतिक बीज संलग्न किए गए हैं। रक्षाबंधन के बाद जब राखी को मिट्टी में दबाया जाएगा, तो कुछ ही समय में एक नया हर्बल पौधा अंकुरित होगा। इस पहल का मुख्य उद्देश्य बच्चों, युवाओं और पूरे समाज में पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाना और वृक्षारोपण को प्रोत्साहित करना है।

देहरादून और ऋषिकेश में भारतीय ग्रामोत्थान संस्था के तहत मोहिनी स्वयं सहायता समूह, हरिओम स्वयं सहायता समूह सहित कुल 9 महिला समूह इस तरह की इको-फ्रेंडली राखियां तैयार कर रहे हैं। इन राखियों को बाजार में काफी सराहा जा रहा है और इनकी मांग भी बढ़ रही है। यह न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बना रहा है, बल्कि समाज में एक सकारात्मक बदलाव भी ला रहा है।

इस कार्यक्रम में जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार समेत कई अन्य अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। यह पहल यह दर्शाती है कि छोटे-छोटे रचनात्मक प्रयासों से भी बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं।

You Might Also Like

विरासत को संवार विकास की नई रोशनी से दून जगमग

अतिक्रमण पर चला डंडा, खाली कराए फुटपाथ 

विंग कमांडर डॉ. सरिता पंवार को राज्यपाल ने किया सम्मानित 

मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण पर वैश्विक विमर्श

स्वदेशी अपनाकर बनाएं विकसित उत्तराखंड : सीएम

TAGGED: This Rakshabandhan, women's self-help groups in Dehradun are crafting unique 'seed rakhis' embedded with herbal plant seeds. This eco-friendly initiative promotes environmental conservation and empowers local women.
Web Editor August 7, 2025
Share this Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article Dehradun women-operated parking : परेड ग्राउंड में ओटोमेटेड पार्किंग में खडा कीजिए वाहन और फ्री शटल सेवा से गंतव्‍य तक जाइए
Next Article Uttarkashi landslide rescue : धराली में कुदरत का कहर : 50 फीट मलबे ने खडी की चुनौतियों की दीवार
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

100 Followers Like
100 Followers Follow
100 Followers Follow
100 Subscribers Subscribe
4.4k Followers Follow
- Advertisement -
Ad imageAd image

Latest News

15 अक्टूबर से अमेरिका के लिए अंतरराष्ट्रीय डाक सेवाएं फिर से 
देश-विदेश October 14, 2025
विरासत को संवार विकास की नई रोशनी से दून जगमग
उत्तराखंड October 14, 2025
प्रदेशभर में दवा कंपनियों और मेडिकल स्टोर्स पर छापे
स्वास्थ्य October 14, 2025
दिल के इलाज में नई क्रांति : श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में उत्तराखंड का पहला सफल ‘ड्यूल ट्रांसकैथेटर वाल्व रिप्लेसमेंट’
स्वास्थ्य October 14, 2025

Recent Posts

  • 15 अक्टूबर से अमेरिका के लिए अंतरराष्ट्रीय डाक सेवाएं फिर से 
  • विरासत को संवार विकास की नई रोशनी से दून जगमग
  • प्रदेशभर में दवा कंपनियों और मेडिकल स्टोर्स पर छापे
  • दिल के इलाज में नई क्रांति : श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में उत्तराखंड का पहला सफल ‘ड्यूल ट्रांसकैथेटर वाल्व रिप्लेसमेंट’
  • फायर शो के दौरान लगी आग, सर्किल बार का लाइसेंस 15 दिन के लिए निलंबित

साथियों, ये है हिमालय की आवाज. आप सोच रहे होंगे कि इतने पोर्टल के बीच एक और पोर्टल. इसमें क्या अलग है. यूं तो इसमें भी खबर ही होंगी, लेकिन साथ ही होगी हिमालय की आवाज यानी अपनी माटी, अपने गांव गली और चौक की बात. जल-जंगल और जमीन की बात भी. पहाड़ के विकास के लिए हम दमदार आवाज बनेंगे. आप सभी शुभचिंतकों के सहयोग का आकांक्षी. : किरण शर्मा, संस्‍थापक

Most Viewed Posts

  • मक्‍की की वजह से पर्यटन के नक्‍शे पर आया यह गांव (5,773)
  • राज्य में 12 पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशन बनाए गए (5,734)
  • टिहरी राजपरिवार के पास 200 करोड से अधिक की संपत्ति (4,229)
  • कम मतदान प्रतिशत वाले बूथों पर जनजागरूकता में जुटा चुनाव आयोग (4,075)
  • प्रधानमंत्री माेदी और गृह मंत्री शाह जल्‍द आएंगे उत्‍तराखंड (4,009)
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Follow US

© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?