Uttarakhand Developed 2047 : Uttarakhand Chief Secretary Hoists Flag on I-Day, Pledges Developed State by 2047
Uttarakhand Developed 2047 : देहरादून, 15 अगस्त 2025: मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन ने आज 79वें स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर सचिवालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस गरिमामय समारोह में प्रमुख सचिवों, सचिवों, अपर सचिवों, सचिवालय प्रशासन के अधिकारियों, कर्मचारियों और बच्चों ने भाग लिया। मुख्य सचिव ने सभी को राष्ट्रीय पर्व की शुभकामनाएं देते हुए देश की आजादी के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले ज्ञात-अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया, और कहा कि यह देश उनके बलिदान का ऋणी है। उन्होंने इस दिन को उन असंख्य स्वतंत्रता सेनानियों के साहस और समर्पण को याद करने का अवसर बताया, जिन्होंने हमें आजादी का अनमोल उपहार दिया।
मुख्य सचिव ने इस अवसर पर “विकसित भारत 2047” के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उत्तराखंड की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने जोर दिया कि यह केवल एक संकल्पना नहीं, बल्कि उत्तराखंड इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कठोर परिश्रम कर रहा है। उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से एक समृद्ध और सशक्त उत्तराखंड की परिकल्पना तेजी से साकार हो रही है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड ने पिछले वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं, जिसके परिणामस्वरूप प्रदेश “सशक्त उत्तराखंड” के लक्ष्यों को प्राप्त कर रहा है। उन्होंने विशेष रूप से प्रदेश की मातृशक्ति और युवा शक्ति की महत्वपूर्ण भागीदारी का उल्लेख किया, जो राज्य को सर्वश्रेष्ठ राज्यों की श्रेणी की ओर अग्रसर कर रही है।
प्रधानमंत्री की अपेक्षा के अनुरूप वर्ष 2047 तक देश को विकसित बनाने के लिए, मुख्य सचिव ने उत्तराखंड को विनिर्माण केंद्र, कौशल केंद्र, आयुष प्रदेश, और वैश्विक पर्यटन स्थल बनाने के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने पहाड़ी फसलों, मोटे अनाजों और स्थानीय उत्पादों के माध्यम से उत्तराखंड की आजीविका को मजबूत करने की बात कही, साथ ही छोटे और मझोले किसानों को सशक्त बनाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने राज्य के विकास के लिए शासन और प्रशासनिक सुधारों पर विशेष ध्यान देने का आह्वान किया, इसकी शुरुआत राज्य सचिवालय और जनपदों से करने पर बल दिया। बढ़ती प्राकृतिक आपदाओं के मद्देनजर, उन्होंने शासन-प्रशासन में क्षमता निर्माण के लिए एक अभियान चलाने की आवश्यकता भी व्यक्त की।
मुख्य सचिव ने राज्य में हुए कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक और विकासात्मक पहलों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ऑन-लाइन अनुश्रवण-मूल्यांकन के लिए राज्य में पीएम गति शक्ति पोर्टल (स्टेट) तैयार किया गया है, जिसके माध्यम से कैपिटल असिस्टेंस योजना, मिसिंग लिंक योजना, डैशबोर्ड, सीएम कॉन्क्लेव पीएमजी, प्रगति, ई-समीक्षा, ई-आंकलन, मुख्यमंत्री घोषणा जैसे कार्यक्रमों की समीक्षा और मूल्यांकन किया जा रहा है। आवास विभाग के ऑनलाईन एप्लीकेशन सिस्टम ऐप को भारत सरकार के प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत विभाग द्वारा स्टेट बेस्ड सर्विस डिलीवरी प्लेटफार्म के लिए ‘बेस्ट प्रैक्टिस’ की श्रेणी में नामित किया गया है। उन्होंने ‘वाइब्रेंट विलेज’ कार्यक्रम के तहत उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ जिलों के 51 सीमावर्ती गांवों के बहुमुखी विकास के लिए केंद्र सरकार द्वारा चयन का भी उल्लेख किया।
उन्होंने बताया कि राज्य में “अपुणि सरकार” परियोजना के पोर्टल को भारत सरकार के प्रशासनिक एवं लोक शिकायत विभाग के NSDA फ्रेमवर्क द्वारा देशभर में ‘बेस्ट प्रैक्टिस’ के रूप में पहचान मिली है। जल संरक्षण के लिए, स्प्रिंग एवं रिवर रिजुविनेशन अथॉरिटी का गठन किया गया है, जिसका उद्देश्य प्राकृतिक जल स्रोतों और नदियों का सतत उपयोग सुनिश्चित करना है। उन्होंने “हाउस ऑफ हिमालय” जैसे ब्रांड को विकसित करने के लक्ष्य और “वोकल फॉर लोकल” जैसे प्रयासों से ग्रामीण और आर्थिक विकास को हासिल करने में राज्य की सफलता पर भी खुशी व्यक्त की।
मुख्य सचिव ने कहा कि सचिवालय हमारी प्रशासनिक व्यवस्था का केंद्र है, जो नीतियों को आकार देता है और देश-प्रदेश के विकास की दिशा निर्धारित करता है। उन्होंने सभी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी निष्ठा, पारदर्शिता और समर्पण के साथ करने का आह्वान किया, ताकि प्रदेश प्रगति के पथ पर अग्रसर हो। उन्होंने जोर दिया कि उनकी नीतियां और निर्णय प्रदेश के लोगों के जीवन को प्रभावित करते हैं, इसलिए हर कार्रवाई में जनता का कल्याण सर्वोपरि होना चाहिए। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की जनहित एवं राज्यहित की महत्वकांक्षी योजनाओं को सफल बनाने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया। मुख्य सचिव ने कहा कि हम एक ऐसे भारत में खड़े हैं, जो न केवल आर्थिक और तकनीकी क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है, बल्कि सामाजिक समावेशन, शिक्षा और पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में भी नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।
अंत में, मुख्य सचिव ने सभी से अपने दायित्वों को और अधिक जिम्मेदारी के साथ निभाने का आह्वान किया। उन्होंने ईमानदारी, दक्षता और नवाचार की भावना के साथ काम करने का आग्रह किया, ताकि महान राष्ट्र के सपनों को साकार किया जा सके। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए मिलकर प्रयास करने का आह्वान किया कि उनका हर निर्णय देश की प्रगति और लोगों के कल्याण में योगदान दे। इस अवसर पर प्रमुख सचिव श्री आर.के. सुधांशु, श्री एल. फैनई, श्री आर. मीनाक्षी सुन्दरम, सचिवगण, अपर सचिवगण एवं सचिवालय प्रशासन के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।