Efforts intensify to restore Gangotri highway submerged by Harsil lake
उत्तरकाशी, 28 अगस्त 2025 : हर्षिल में भागीरथी में बनी झील के पानी में डूबे गंगोत्री हाईवे को बहाल करने की कसरत तेज हो गई है। जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने सीमा सडक संगठन (बीआरओ) के अधिकारियों को जल्द से जल्द इस हिस्से की मरम्मत करने के निर्देश दिए हैं। सूत्रों के अनुसार झील के जलस्तर में जल्द कमी नहीं आती तो इस हिस्से में वैकल्पिक मार्ग तैयार करने पर भी विचार किया जा रहा है।
पांच अगस्त को धराली और हर्षिल क्षेत्र में हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण आई प्राकृतिक आपदा ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। अतिवृष्टि से हर्षिल क्षेत्र में एक अस्थायी झील बन गई, जिससे कई स्थानों पर सड़क संपर्क टूट गया और आवाजाही पूरी तरह बाधित हो गई थी। हालांकि प्रशासन स्थिति को सामान्य करने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रहा है। चारधाम यात्रा को ध्यान में रखते हुए, श्री गंगोत्री और यमुनोत्री धाम यात्रा को बहाल करने के लिए भी प्रयास किया जा रहा है। हर्षिल के पास राष्ट्रीय राजमार्ग का एक हिस्सा जलमग्न और क्षतिग्रस्त होने के कारण यात्रा बाधित है।
इसके अलावा लिमच्यागाड, डबरानी और सोनगाड जैसे संवेदनशील और चुनौतीपूर्ण स्थानों पर क्षतिग्रस्त मार्गों की मरम्मत के बाद अब उत्तरकाशी से हर्षिल तक सड़क संपर्क बहाल कर दिया गया है। इसके अलावा, प्रशासन ने हर्षिल और धराली के आसपास के इलाकों में बिजली, पानी और संचार सेवाओं को भी फिर से शुरू कर दिया है। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में जनजीवन को सामान्य बनाने के लिए, रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुएं और खाद्यान्न सामग्री लगातार वितरित की जा रही है।