Haridwar STF arrests two members of Praveen Valmiki gang, uncovering land grabbing and extortion racket
हरिद्वार, 28 अगस्त 2025 : उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कुख्यात गैंगस्टर प्रवीण वाल्मीकि गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक मनीष बांलर प्रवीण का भतीजा है और दूसरे का नाम पंकज अष्टवाल को गिरफ्तार है। एसटीएफ के अनुुुुसार सूचना मिल रही थी कि प्रवीण वाल्मीकि जेल में रहकर अपने गुर्गों के माध्यम से पार्किंग ठेके, रंगदारी और करोड़ों की जमीनों पर अवैध कब्जों में संलग्न था।
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि सुनील राठी गैंग का सदस्य रहा प्रवीण वाल्मीकि हरिद्वार में हत्या और रंगदारी जैसे कई संगीन अपराधों में शामिल रहा है। वर्तमान में वह सितारगंज जेल में बंद है, लेकिन वहां से भी अपने गैंग को संचालित कर रहा था। एसटीएफ को सूचना मिली थी कि वह लोगों को धमकाकर उनकी जमीनों को अवैध रूप से बेच रहा है।
जांच में इन तथ्यों की पुष्टि होने पर एसटीएफ ने 27 अगस्त को थाना गंगनहर में प्रवीण वाल्मीकि, उसके भतीजे मनीष बांलर, पंकज अष्टवाल और छह अन्य के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। इसके बाद, देर रात एसटीएफ की टीम ने गंगनहर क्षेत्र में छापेमारी कर मनीष बांलर और पंकज अष्टवाल को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी ने बताया कि इस गैंग ने साल 2014 में श्याम बिहारी की करोड़ों की संपत्ति को हड़पने की साजिश रची थी। श्याम की मृत्यु के बाद उसका भाई कृष्ण गोपाल संपात्ति की देखभाल कर रहा था। वर्ष 2018 में गैंग ने कृष्ण गोपाल की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद, श्याम बिहारी की पत्नी रेखा को धमकाकर संपत्ति अपने नाम करने का दबाव बनाया गया। जब वह नहीं मानी, तो गैंग ने उसके भाई सुभाष पर भी जानलेवा हमला किया।
गैंग के डर से रेखा का परिवार रुड़की छोड़कर चला गया। इसी का फायदा उठाते हुए, प्रवीण वाल्मीकि और उसके साथियों ने रेखा और कृष्ण गोपाल की पत्नी स्नेहलता बनकर फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी तैयार की और करोड़ों की संपत्ति बेच दी। पंकज अष्टवाल ने फर्जी अटॉर्नी के जरिए यह संपत्ति खुर्द-बुर्द करने में मनीष बांलर का साथ दिया। एसटीएफ की पूछताछ में फर्जी रेखा और अन्य संदिग्धों की जानकारी मिली है, उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके अलावा, प्रवीण वाल्मीकि गैंग द्वारा किए गए भूमि कब्जे के अन्य मामलों की भी जांच की जा रही है।