देहरादूनः शुक्रवार को उत्तराखंड के माणा में ग्लेशियर टूटने से भारी हिमस्खलन हो गया था। जिससे बीआरओ के कैंप को क्षति पहुंची है। इस दौरान 55 मजदूर बर्फ में दब गए थे, जिनमें से 46 को बचा लिया गया है। एक की मौत हो गई है और आठ लापता लोगों की तलाश जारी है। करीब सेना आईटीबीपी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ विभिनन एजेसिंयों के 200 से ज्यादा लोग बचाव अभियान में जुटे हैं।
एवलांच रेस्क्यू एक नजर
- एवलांच में घायल एक मजदूर की मौत हो गई है
- आज शनिवार को दूसरे दिन भी प्रशासन, सेना और एसडीआरएफ द्वारा रेस्क्यू कार्य जारी है।
- वहीं शनिवार को 25 घायलों को ज्योर्तिमठ लाया गया है। जहां उनका उपचार किया जा रहा है।
- सीएम धामी ने मौके पर जारी राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया और घायल श्रमिकों से मुलाकात कर उनका हाल-चाल जाना।
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली जिले में माणा के पास हिमस्खलन प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया।
- सीएम धामी ने किया हिमस्खलन प्रभावित क्षेत्र का दौरा
- वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली जिले में माणा के पास हिमस्खलन प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर मौके पर जारी राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान सुरक्षित बाहर निकाले गए श्रमिकों का कुशलक्षेम जाना। साथ ही बचाव कार्य में जुटे सैन्य अधिकारियों एवं प्रशासनिक टीमों से विस्तृत जानकारी प्राप्त कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कहा कि सरकार संकट की इस घड़ी में प्रभावितों की हरसंभव सहायता के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। प्रभावित श्रमिकों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रशासन, सेना और एसडीआरएफ की टीमें लगातार राहत कार्यों में जुटी हुई हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में केन्द्र सरकार द्वारा भी बचाव कार्यों में पूरा सहयोग मिल रहा है। हमारी डबल इंजन सरकार हर परिस्थिति में नागरिकों के साथ मजबूती से खड़ी है।