By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
  • क्राइम
  • देश-विदेश
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्पोर्ट्स
  • स्वास्थ्य
  • वीडियो न्यूज़
Search
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Reading: उत्तराखंड के 27 लाख विद्युत उपभोक्ताओं को झटका, महंगी हुई बिजली
Share
Notification Show More
Latest News
char dham yatra : केदारनाथ के लिए खच्चर-घोड़ों की ट्रायल के तौर पर आवाजाही शुरू
उत्तराखंड
सीमाओं पर तनाव के बीच दून में सतर्कता बढी, सघन चेकिंग अभियान
उत्तराखंड
पिथौरागढ़, सितारगंज, रुद्रपुर व काशीपुर के लिए 1910 करोड़ की परियोजनाओं पर बनी सहमति
उत्तराखंड
बिंदाल व रिस्पना नदियों पर प्रस्तावित एलिवेटेड रोड को एनएच-07 के लूप के रूप में मंजूरी देने पर जोर
उत्तराखंड
टौंस पर प्रस्तावित 72 मेगावाट क्षमता की त्यूनी-प्लासू जल विद्युत परियोजना के लिए वनभूमि हस्तानांतरण का अनुरोध
उत्तराखंड
Aa
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Aa
  • पर्यटन
  • राजनीती
Search
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
Follow US
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Himalaya Ki Awaj > Blog > उत्तराखंड > उत्तराखंड के 27 लाख विद्युत उपभोक्ताओं को झटका, महंगी हुई बिजली
उत्तराखंड

उत्तराखंड के 27 लाख विद्युत उपभोक्ताओं को झटका, महंगी हुई बिजली

Web Editor
Last updated: 2025/04/11 at 8:23 AM
Web Editor
Share
4 Min Read
SHARE

देहरादून: उत्तराखंड के 27 लाख विद्युत उपभोक्ताओं को एक बार फिर झटका लगा है। प्रदेश में वित्तीय वर्ष 2025- 26 के लिए विद्युत नियामक आयोग ने 5.62 प्रतिशत बढ़ोतरी स्वीकृत की है। जिससे आम उपभोक्ता पर प्रति यूनिट 15 पैसे के लगभग वृद्धि हो जाएगी।

वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए रिटेल टैरिफ के मुख्य बिन्दु

क) आयोग ने टैरिफ में मात्र 562% की वृद्धि की गयी है, जबकि UPCL द्वारा लगभग 12.01% की टैरिफ वृद्धि एवं समस्त बिजली कम्पनियों द्वारा प्रस्तावित संकलित वृद्धि लगगग 2923% प्रस्तावित की गयी थी। उक्त टैरिफ में वृद्धि के फलस्वरूप UPCL वित्तीय वर्ष 2025-20 में रू0 27.09 करोड़ के अधिशेष के साथ संपूर्ण स्वीकृत ARR की वसूली करने में सक्षम होगा। आयोग द्वारा इस अधिशेष को आपातकालीन परिस्थितियों में बिजली खरीद की अंतर लागत को पूरा करने के लिए रखा है।

ख) आयोग द्वारा विभिन्न श्रेणियों के उपभोक्ताओं हेतु टैरिफ को पुनर्निधारित करते समय यह प्रयास किया गया कि सभी श्रेणियों में कास-सब्सिडी को कम किया जा सके।

ग) आयोग ने सभी उपभोक्ता श्रेणियों (आरटीएस-4ए, कृषि संबद्ध गतिविधियों को छोडकर) में मौजूदा Demand Charges में कोई परिवर्तन नहीं किया है।

घ) बीपीएल उपभोक्ताओं (लगभग 4.64 लाख उपभोक्ता, कुल घरेलू उपभोक्ताओं का 17%) के टैरिफ में मामूली 10 पैसा/kWh की वृद्धि की गयी है।

च) रनोबाउंड घरेलू मीटर वाले उपभोक्ताओं के लिए ऊर्जा प्रभार (Energy Charges) में 10 पैसे की मामूली वृद्धि, 1 किलोवाट तक उपभोग करने वाले स्नोबाउंड गैर-घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 10 पैसे की वृद्धि. 1 किलोवाट से अधिक 4 किलोवाट तक उपभोग करने वाले स्नोबाउंड गैर-घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 15 पैसे की वृद्धि तथा 4 किलोवाट से अधिक उपभोग करने वाले स्नोबाउंड गैर-घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 20 पैसे की वृद्धि की गयी है।

छ) आयोग द्वारा 100 यूनिट / माह तक उपभोग करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं के लिए ऊर्जा प्रभार में 25 पैसे की मामूली वृद्धि, 101 से 200 यूनिट/गाह तक उपभोग करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 35 पैसे की वृद्धि, 201 से 400 यूनिट / माह और 400 यूनिट / माह से अधिक उपभोग करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 45 पैसे की वृद्धि तथा एकल बिन्दु थोक आपूर्ति उपभोक्ताओं के लिए 50 पैसे प्रति kVAh की वृद्धि की गयी।

ज) राष्ट्रीय टैरिफ नीति में निर्दिष्ट क्रॉस सब्सिडी को +/- 20% के भीतर रखने के लिए घरेलू श्रेणी के लिए टैरिफ में वृद्धि आवश्यक थी।

घरेलू श्रेणी की क्रॉस सब्सिडी 19.63% है जो राष्ट्रीय टैरिफ नीति में निर्दिष्ट +/- 20% की सीमा के भीतर है। घरेलू श्रेणी के सबसे निचले स्लैब के लिए टैरिफ को औसत आपूर्ति लागत के 80% पर रखने के लिए, टैरिफ को 100 यूनिट खपत के लिए रु० 3.65/kWh के वर्तमान अनुमोदित टैरिफ के सापेक्ष रू0 6.13/kWh तक बढ़ाने की आवश्यकता होगी। घरेलू श्रेणी के लिए 19.63% पर समग्र क्रॉस सब्सिडी प्राप्त करने के लिए, उच्च स्लैब के लिए टैरिफ को अधिक रखा गया है।

You Might Also Like

char dham yatra : केदारनाथ के लिए खच्चर-घोड़ों की ट्रायल के तौर पर आवाजाही शुरू

सीमाओं पर तनाव के बीच दून में सतर्कता बढी, सघन चेकिंग अभियान

पिथौरागढ़, सितारगंज, रुद्रपुर व काशीपुर के लिए 1910 करोड़ की परियोजनाओं पर बनी सहमति

बिंदाल व रिस्पना नदियों पर प्रस्तावित एलिवेटेड रोड को एनएच-07 के लूप के रूप में मंजूरी देने पर जोर

टौंस पर प्रस्तावित 72 मेगावाट क्षमता की त्यूनी-प्लासू जल विद्युत परियोजना के लिए वनभूमि हस्तानांतरण का अनुरोध

TAGGED: electricity becomes expensive, Shock to 27 lakh electricity consumers of Uttarakhand
Web Editor April 11, 2025
Share this Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article सरकार ने  बेरोजगारी दर में 4.4 प्रतिशत की कमी लाकर राष्ट्रीय औसत को पीछे छोड़ा : सीएम धामी
Next Article लोक उत्सव के रूप में मनाई जाएगी नंदा राजजात यात्रा : धामी
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

100 Followers Like
100 Followers Follow
100 Followers Follow
100 Subscribers Subscribe
4.4k Followers Follow
- Advertisement -
Ad imageAd image

Latest News

char dham yatra : केदारनाथ के लिए खच्चर-घोड़ों की ट्रायल के तौर पर आवाजाही शुरू
उत्तराखंड May 9, 2025
सीमाओं पर तनाव के बीच दून में सतर्कता बढी, सघन चेकिंग अभियान
उत्तराखंड May 9, 2025
पिथौरागढ़, सितारगंज, रुद्रपुर व काशीपुर के लिए 1910 करोड़ की परियोजनाओं पर बनी सहमति
उत्तराखंड May 9, 2025
बिंदाल व रिस्पना नदियों पर प्रस्तावित एलिवेटेड रोड को एनएच-07 के लूप के रूप में मंजूरी देने पर जोर
उत्तराखंड May 9, 2025

Recent Posts

  • char dham yatra : केदारनाथ के लिए खच्चर-घोड़ों की ट्रायल के तौर पर आवाजाही शुरू
  • सीमाओं पर तनाव के बीच दून में सतर्कता बढी, सघन चेकिंग अभियान
  • पिथौरागढ़, सितारगंज, रुद्रपुर व काशीपुर के लिए 1910 करोड़ की परियोजनाओं पर बनी सहमति
  • बिंदाल व रिस्पना नदियों पर प्रस्तावित एलिवेटेड रोड को एनएच-07 के लूप के रूप में मंजूरी देने पर जोर
  • टौंस पर प्रस्तावित 72 मेगावाट क्षमता की त्यूनी-प्लासू जल विद्युत परियोजना के लिए वनभूमि हस्तानांतरण का अनुरोध

साथियों, ये है हिमालय की आवाज. आप सोच रहे होंगे कि इतने पोर्टल के बीच एक और पोर्टल. इसमें क्या अलग है. यूं तो इसमें भी खबर ही होंगी, लेकिन साथ ही होगी हिमालय की आवाज यानी अपनी माटी, अपने गांव गली और चौक की बात. जल-जंगल और जमीन की बात भी. पहाड़ के विकास के लिए हम दमदार आवाज बनेंगे. आप सभी शुभचिंतकों के सहयोग का आकांक्षी. : किरण शर्मा, संस्‍थापक

Most Viewed Posts

  • मक्‍की की वजह से पर्यटन के नक्‍शे पर आया यह गांव (5,518)
  • राज्य में 12 पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशन बनाए गए (5,460)
  • टिहरी राजपरिवार के पास 200 करोड से अधिक की संपत्ति (3,957)
  • कम मतदान प्रतिशत वाले बूथों पर जनजागरूकता में जुटा चुनाव आयोग (3,774)
  • प्रधानमंत्री माेदी और गृह मंत्री शाह जल्‍द आएंगे उत्‍तराखंड (3,687)
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Follow US

© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?