Dehradun Firing Case: Three Arrested, Old Rivalry Revealed | Police News
देहरादून, 18 सितंबर 2025 : बीती 14 सितंबर को कोतवाली नगर क्षेत्र में हुई खुलेआम फायरिंग के मामले में दून पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने इस घटना के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे वारदात में इस्तेमाल की गई कार भी बरामद कर ली है। जांच में सामने आया है कि इस घटना के पीछे आपसी पुरानी रंजिश थी।
शिकायतकर्ता आसिफ मालिक अपने दोस्त हसन के साथ लाल पुल से सहारनपुर चौक की ओर जा रहे थे। तभी मेहता वाला बाग के पास एक काली KIA कार में सवार युवकों ने उन्हें रोककर उन पर दो राउंड फायरिंग कर दी। इस घटना के बाद आसिफ ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद एसएसपी देहरादून के निर्देश पर तुरंत जांच शुरू की गई।
पुलिस ने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, अपने मुखबिरों से जानकारी जुटाई और सर्विलांस की मदद से आरोपियों का पता लगाया। इन सुरागों के आधार पर पुलिस ने यश ठाकुर, देवराज और प्रिंस रोसवाल को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उनके पास से वारदात में इस्तेमाल की गई किआ सोनैट कार भी बरामद की है, जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर UP12 BY 9995 है।
पूछताछ के दौरान मुख्य आरोपी यश ठाकुर ने कबूल किया कि उसकी और पीड़ित आसिफ (उर्फ बाबा) की पुरानी दुश्मनी थी। यश ने बताया कि उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर आसिफ पर हमला करने की योजना बनाई थी। इस गैंग में यश के अलावा सात और युवक शामिल थे, जिनमें से ऋतिक, सागर, भानु और उधम प्रधान के नाम सामने आए हैं।
यश ने बताया कि प्रिंस की किआ कार से वे देहरादून आए थे और आसिफ का पीछा किया। मेहता वाला बाग के पास भानु और सागर ने आसिफ पर गोली चलाई।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि इस घटना के बाद आरोपी भानु ने कनखल और उधम प्रधान ने रुड़की में भी फायरिंग की थी। हरिद्वार पुलिस ने इन दोनों को देहरादून की घटना में इस्तेमाल की गई पिस्टल के साथ गिरफ्तार कर लिया है और वे जेल में हैं।
अभी भी दो अन्य आरोपी ऋतिक और सागर फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। कोतवाली नगर पुलिस और SOG की संयुक्त टीम इस मामले की आगे की जांच कर रही है।