Uttarakhand’s First Successful Dual Transcatheter Valve Replacement Performed at Shri Mahant Indiresh Hospital
देहरादून, 14 अक्टूबर 2025 : श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की कार्डियोलॉजी टीम ने हृदय रोग उपचार में नई उपलब्धि हासिल कर उत्तराखंड के चिकित्सा इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जोड़ा है। अस्पताल में पहली बार बिना किसी चीरे के ड्यूल ट्रांसकैथेटर वाल्व रिप्लेसमेंट (ट्रांसकैथेटर वाल्व-इन-वाल्व एओर्टिक इम्प्लांटेशन विद सेल्फ एक्सपेंडिंग वाल्व और ट्रांसकैथेटर मिट्रल वाल्व इम्प्लांटेशन विद बलून एक्सपैंडेबल वाल्व) की जटिल प्रक्रिया को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया।
यह चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया प्रोफेसर एवं हेड यूनिट-1 कार्डियोलॉजी डॉ. साहिल महाजन और असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मयंक अग्रवाल के नेतृत्व में पूरी की गई। अस्पताल के चेयरमैन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे उत्तरी भारत के लिए मील का पत्थर साबित होगी।
इस प्रक्रिया के तहत 65 वर्षीय सुन्दरी देवी, जो रूमैटिक हार्ट डिजीज से पीड़ित थीं और 2020 में सर्जिकल ड्यूल वाल्व रिप्लेसमेंट करा चुकी थीं, का इलाज किया गया। उनके कृत्रिम वाल्व फेल होने लगे थे और सांस लेने में गंभीर परेशानी थी। उम्र, कमजोर हृदय क्षमता और पहले की सर्जरी के कारण ओपन-हार्ट सर्जरी अत्यंत जोखिमपूर्ण थी।
ऐसे में डॉ. साहिल महाजन की टीम ने अत्याधुनिक ट्रांसकैथेटर तकनीक अपनाकर यह प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी की। केवल पाँच दिनों में मरीज को पूरी तरह स्वस्थ अवस्था में अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।