देहरादून : उत्तराखंड में न केवल समूह ग की भर्ती, बल्कि अधिकारियों की भर्ती के मामले में भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार ने रिकार्ड कायम किया है। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग (यूकेपीएससी) का दावा है कि धामी सरकार ने एक वर्ष के कार्यकाल में 6635 भर्ती की हैं, जबकि पिछले 22 वर्षों के दौरान 6869 भर्तियां ही हुई। अभी तक 3040 अभ्यर्थियों के परीक्षा परिणाम घोषित किए जा चुके हैं, जबकि 3595 अभ्यर्थियों का परीक्षा परिणाम तैयार किया जा रहा है।
आयोग ने मई 2024 तक पांच हजार से ज्यादा नए पदों पर भर्ती परीक्षाएं आयोजित करने का लक्ष्य रखा है। आयोग का दावा है कि अफसरों की भर्ती करने में धामी सरकार में छह गुणा रफ्तार बढ़ी है। मुख्यमंत्री धामी ने कड़ी चुनौती और अनेक अड़चनों के बावजूद एक साल में साढ़े छह हजार से अधिक अधिकारियों की भर्ती परीक्षा का रिकार्ड बनाया है। जबकि पहले आयोग मुश्किल से सालभर में आठ से 10 परीक्षाएं आयोजित कर पांच सौ से एक हजार अधिकारियों की ही भर्ती कर पाता था।
अब आयोग ने एक वर्ष में रिकार्ड 30 परीक्षाएं आयोजित कर तीन हजार अफसरों की भर्ती करने का रिकार्ड बनाया है। मुख्यमंत्री धामी ने आयोग में नकल माफियाओं का जाल ध्वस्त करने के बाद देश का सबसे सख्त नकलरोधी कानून बनाया है। इस कानून के बाद से आयोग की परीक्षाओं को और अधिक पारदर्शी व शुचिता के साथ संपन्न कराया जा रहा है।
आयोग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जनवरी 2023 से दिसंबर तक 3040 पदों पर अधिकारियों की भर्ती की गई है। जबकि वित्त वर्ष मार्च 2024 तक 6635 पदों पर भर्ती परिणाम जारी करने की तैयारी अंतिम चरण में चल रही है। इसमें सबसे बड़ी भर्ती पीसीएस परीक्षा, वन आरक्षी, समीक्षा अधिकारी समेत अन्य का परिणाम शामिल है। इसके अलावा विभिन्न विभागों से प्राप्त नई भर्ती के अधियाचन के तहत पांच हजार से ज्यादा पदों पर मई 2024 तक परीक्षाएं कराई जाएंगी।
खासकर पीसीएस के रिक्त पदों पर भी इस साल का अधियाचन शासन से मिलना बाकी है। ऐसे में वर्ष 2024 में भी धामी सरकार में अफसरों की बंपर भर्ती की उम्मीद की जा सकती है।
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत ने कहा कि आयोग में कई सालों बाद बड़ा बदलाव हुआ है। सरकार ने संसाधन, मैन पावर और सिक्योरिटी बढ़ाकर फुलप्रूफ व्यवस्था की है। पहले के मुकाबले इस साल भर्ती परीक्षाएं और परिणाम जारी करने में चार से पांच गुणा इजाफा हुआ है। पहले वर्षभर में एक हजार पदों पर बमुश्किल भर्ती होती थी। लेकिन इस साल आयोग ने तीन से चार हजार पदों पर भर्ती की है। आगे यह प्रक्रिया और तेज होगी।