देहरादून: उत्तराखंड परिवहन निगम में अनियमितता के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे। पिछले दिनों ही महालेखाकार कार्यालय की ओर से किए गए आडिट में करोड़ों रुपये की वित्तीय अनियमितता के मामले सामने आए थे। अब परिवहन निगम की सुपर डीलक्स नान-स्टाप वाल्वो बस सेवा में यात्रियों को एक्सपायरी डेट की पानी की बोतल देने का मामला सामने आया है। जो बोतल यात्रियों को दी गई उस पर 19 नवंबर 2023 को एक्सपायरी डेट अंकित थी।
बस में सवार यात्रियों ने परिवहन निगम पर उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा से खिलवाड़ का आरोप लगाते हुए हंगामा भी किया। शिकायत का संज्ञान लेकर निगम के महाप्रबंधक दीपक जैन ने जांच के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही पानी की बोतल उपलब्ध कराने वाली एजेंसी पर जुर्माना लगाने की बात कही है।
घटना रविवार शाम दिल्ली से देहरादून आ रही नान-स्टाप वाल्वो बस में सामने आई। वाल्वो बस (यूके07-पीए-3030) दिल्ली कश्मीरी गेट आइएसबीटी से शाम पांच बजे देहरादून के लिए चली। बस पर मोनू कुमार परिचालक तैनात था। इस बस के लिए देहरादून के ओम सिटी निवासी एवं ग्राफिक एरा अस्पताल के चिकित्सक डा. आर प्रकाश ने आनलाइन सीट बुक की हुई थी। बस में कुल 35 यात्री बैठे हुए थे।
डा. आर प्रकाश ने बताया कि बस के चलने के कुछ देर बाद परिचालक ने सभी यात्रियों को पीने के पानी की बोतल दी। बता दें कि वाल्वो बस में यात्रियों को पानी की बोतल निश्शुल्क उपलब्ध कराई जाती है। जैसे ही डा. आर प्रकाश ने बोतल पर दर्ज मैनुफेक्चरिंग डेट और एक्सपायरी डेट देखी, उनके होश उड़ गए। बोतल पर मैन्युफैक्चरिंग डेट 19 जून 2023 जबकि एक्सपायरी डेट 19 नवंबर 2023 अंकित थी। उन्होंने सभी यात्रियों को यह पानी पीने से रोक दिया और मामले की जानकारी दी।
यात्रियों ने बस में एक्सपायरी डेट का पानी उपलब्ध कराने के विरोध में हंगामा किया और परिचालक से उनकी तीखी झड़प भी हुई। यात्रियों ने आरोप लगाया कि परिवहन निगम 945 रुपये किराया लेकर भी उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहा। यात्रियों ने बस में अंकित परिवहन निगम के शिकायती नम्बर पर फोन कर शिकायत दर्ज कराई।
उत्तराखंड परिवहन निगम की वाल्वो बसों में पानी की बोतल उपलब्ध कराने के लिए निगम ने सिडकुल कोटद्वार की पैरामाउंट ग्रीन केयर कंपनी से करार किया हुआ है। बस में प्रत्येक यात्री को 500 एमएल की पानी की बोतल दी जाती है।