By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
  • क्राइम
  • देश-विदेश
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्पोर्ट्स
  • स्वास्थ्य
  • वीडियो न्यूज़
Search
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Reading: सोमवार को हुए धमाका 1.5 मैग्नीट्यूड भूकंप के बराबर
Share
Notification Show More
Latest News
रिस्पना और बिंदाल नदी किनारे बने घरों पर लग लगे लाल निशान
उत्तराखंड
वित्त आयोग के उत्तराखण्ड दौरे की तैयारियां तेज
उत्तराखंड
चेक डैम प्रस्‍तावों में तेजी लाने के निर्देश
उत्तराखंड
स्कूलों के पाठ्यक्रम में सड़क सुरक्षा शिक्षा शामिल करने की आवश्यकता
शिक्षा
केदारनाथ यात्रा : स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की अपील, 50 से अधिक उम्र है तो अनिवार्य तौर पर कराएं हेल्थ चेकअप
उत्तराखंड
Aa
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Aa
  • पर्यटन
  • राजनीती
Search
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
Follow US
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Himalaya Ki Awaj > Blog > उत्तराखंड > सोमवार को हुए धमाका 1.5 मैग्नीट्यूड भूकंप के बराबर
उत्तराखंड

सोमवार को हुए धमाका 1.5 मैग्नीट्यूड भूकंप के बराबर

Web Editor
Last updated: 2024/04/11 at 6:31 AM
Web Editor
Share
4 Min Read
SHARE

देहरादूनः दून घाटी में सोमवार की दोपहर तेज धमाके की आवाज से हर कोई सहम गया था । इस तीव्र ध्वनि से प्रेमनगर समेत आसपास के इलाकों में धरती कांप उठी। स्थानीय बाशिंदों ने आवाज से घरों की खिड़कियों व दरवाजों में कंपन का दावा किया था। अब इस पर वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान ने अपनी मुहर लगा दी है।

भूकंप की तीव्रता नापने के लिए वाडिया इंस्टीट्यूट में लगी सिस्मोग्राफ मशीन में धमाके की आवाज को रिकॉर्ड किया गया है। संस्थान के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि ऐसी तीव्र ध्वनि वाडिया के सिस्मोग्राफ में अब तक रिकॉर्ड नहीं की गई। वैज्ञानिक धमाके की आवाज के वैज्ञानिक कारणों का पता लगाने में जुट गए हैं।

सोमवार दोपहर करीब दो बजे दून की घाटियों में तेज धमाके की आवाज गूंज उठी। प्रेमनगर, विकासनगर, हरबर्टपुर, सहसपुर, सेलाकुई समेत आसपास के कई क्षेत्रों में इस तेज ध्वनि से भूकंप जैसे कंपन भी महसूस हुए। स्थानीय पुलिस सक्रिय हुई तो यह पता चला कि वायुसेना के अभ्यास के दौरान हवा में धमाके की आवाज का आभास होता है, जिसे सुपरसोनिक बूम कहते हैं। इससे किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है।

वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक नरेश कुमार बताते हैं कि सिस्मोग्राफ मशीन का रिकॉर्ड चेक करने पर पाया गया कि सोमवार दोपहर देहरादून क्षेत्र में तेज धमाके की आवाज रिकार्ड हुई। इससे दून की धरती में कंपन भी दर्ज किया गया। कंपन की तीव्रता रिएक्टर पैमाने पर 1.5 मैग्नीट्यूड भूकंप के बराबर थी। अभी वाडिया संस्थान के वैज्ञानिकों को तीव्र ध्वनि के कारणों का पता नहीं है। इसके स्पष्ट होने के बाद वैज्ञानिक कारणों पर काम किया जाएगा।

वरिष्ठ वैज्ञानिक नरेश कुमार बताते हैं कि धमाकों जैसी आवाज व भूकंप का परस्पर संबंध है। भूकंप आने पर धरती के कई किमी. नीचे ऐसी आवाजेें होती हैं, लेकिन वह ऊपर नहीं आ पातीं। इनसे कंपन होता है। भूकंप के बिना भी अगर तेज धमाके जैसी आवाज हो तो धरती में कंपन दर्ज किया जाता है। सोमवार को भी ऐसी ही आवाज के कारण धरती में कंपन हुआ और वह रिकार्ड हो गया। उन्होंने बताया कि हिरोशिमा में हुए विस्फोट से 6 मैग्नीट्यूट के भूकंप बराबर कंपन दर्ज किया गया था।

ऐसी आवाज देहरादून में बेशक पहली बार दर्ज की गई हो, लेकिन देश के अन्य हिस्सों में यह आवाजें सुनी जा चुकी हैं। बेंगलुरु में ऐसी ही धमाकेनुमा आवाज दर्ज की जा चुकी है। बाद में यह सुपरसोनिक बूम निकला। दरअसल जब किसी चीज की रफ्तार ध्वनि की रफ्तार से ज्यादा होती है, तो उसे सुपरसोनिक रफ्तार कहते हैं। जब विमान ध्वनि की रफ्तार से कम गति से चलता है तो फर्क नहीं पड़ता, लेकिन जब विमान ध्वनि की रफ्तार से तेज चलता है तो सुपरसोनिक बूम पैदा करता है। इससे बड़ी मात्रा में ध्वनि ऊर्जा पैदा होती है। विमान के गुजरने के बाद तेज धमाके जैसी आवाज आती है।

You Might Also Like

रिस्पना और बिंदाल नदी किनारे बने घरों पर लग लगे लाल निशान

वित्त आयोग के उत्तराखण्ड दौरे की तैयारियां तेज

चेक डैम प्रस्‍तावों में तेजी लाने के निर्देश

केदारनाथ यात्रा : स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की अपील, 50 से अधिक उम्र है तो अनिवार्य तौर पर कराएं हेल्थ चेकअप

उत्तराखंड में बाहर से आने वाले व्यावसायिक वाहनों पर लगेगा ग्रीन सेस

TAGGED: supersonic boom
Web Editor April 11, 2024
Share this Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article पतंजल‍ि के भ्रामक विज्ञापन मामले में प्रदेश के अफसर भी फंसे, अदालत से की क्षमा याचना
Next Article दस वर्ष में देश पहले से कहीं ज्‍यादा मजबूत : मोदी
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

100 Followers Like
100 Followers Follow
100 Followers Follow
100 Subscribers Subscribe
4.4k Followers Follow
- Advertisement -
Ad imageAd image

Latest News

रिस्पना और बिंदाल नदी किनारे बने घरों पर लग लगे लाल निशान
उत्तराखंड May 17, 2025
वित्त आयोग के उत्तराखण्ड दौरे की तैयारियां तेज
उत्तराखंड May 17, 2025
चेक डैम प्रस्‍तावों में तेजी लाने के निर्देश
उत्तराखंड May 17, 2025
स्कूलों के पाठ्यक्रम में सड़क सुरक्षा शिक्षा शामिल करने की आवश्यकता
शिक्षा May 16, 2025

Recent Posts

  • रिस्पना और बिंदाल नदी किनारे बने घरों पर लग लगे लाल निशान
  • वित्त आयोग के उत्तराखण्ड दौरे की तैयारियां तेज
  • चेक डैम प्रस्‍तावों में तेजी लाने के निर्देश
  • स्कूलों के पाठ्यक्रम में सड़क सुरक्षा शिक्षा शामिल करने की आवश्यकता
  • केदारनाथ यात्रा : स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की अपील, 50 से अधिक उम्र है तो अनिवार्य तौर पर कराएं हेल्थ चेकअप

साथियों, ये है हिमालय की आवाज. आप सोच रहे होंगे कि इतने पोर्टल के बीच एक और पोर्टल. इसमें क्या अलग है. यूं तो इसमें भी खबर ही होंगी, लेकिन साथ ही होगी हिमालय की आवाज यानी अपनी माटी, अपने गांव गली और चौक की बात. जल-जंगल और जमीन की बात भी. पहाड़ के विकास के लिए हम दमदार आवाज बनेंगे. आप सभी शुभचिंतकों के सहयोग का आकांक्षी. : किरण शर्मा, संस्‍थापक

Most Viewed Posts

  • मक्‍की की वजह से पर्यटन के नक्‍शे पर आया यह गांव (5,524)
  • राज्य में 12 पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशन बनाए गए (5,463)
  • टिहरी राजपरिवार के पास 200 करोड से अधिक की संपत्ति (3,962)
  • कम मतदान प्रतिशत वाले बूथों पर जनजागरूकता में जुटा चुनाव आयोग (3,779)
  • प्रधानमंत्री माेदी और गृह मंत्री शाह जल्‍द आएंगे उत्‍तराखंड (3,695)
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Follow US

© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?