By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
  • क्राइम
  • देश-विदेश
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्पोर्ट्स
  • स्वास्थ्य
  • वीडियो न्यूज़
Search
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Reading: कांवड़ यात्रा को लेकर एसओपी भेजें जिले
Share
Notification Show More
Latest News
एईबीएएस गुड गवर्नेंस की दिशा में महत्वपूर्ण कदम :जस्सुभाई
उत्तराखंड
जवाहर नवोदय विद्यालय सैन्दवार में पूर्व छात्र सम्मेलन आयोजित
उत्तराखंड
किसानों की कमाई का नया फार्मूला: मिट्टी में कार्बन बढ़ाओ, आय भी बढ़ाओ
उत्तराखंड
पौड़ी में गुलदार ने एक और बनाया निवाला, इलाके में दहशत
उत्तराखंड
उत्तराखंड में शराब महंगी, शौकिनों को बड़ा झटका
उत्तराखंड
Aa
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Aa
  • पर्यटन
  • राजनीती
Search
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
Follow US
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Himalaya Ki Awaj > Blog > उत्तराखंड > कांवड़ यात्रा को लेकर एसओपी भेजें जिले
उत्तराखंड

कांवड़ यात्रा को लेकर एसओपी भेजें जिले

Web Editor
Last updated: 2024/06/22 at 1:18 PM
Web Editor
Share
4 Min Read
SHARE

देहरादून  : आगामी मानसून सीजन तथा कांवड़ यात्रा के दौरान संभावित आपदाओं के दृष्टिगत उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (प्रशासन) श्री आनंद स्वरूप की अध्यक्षता में विभिन्न जनपदों के साथ बैठक का आयोजन किया गया।
शनिवार को आईटी पार्क स्थित यूएसडीएमए के राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में आयोजित वर्चुअल बैठक में आनंद स्वरूप ने मानसून सीजन और कांवड़ यात्रा के दौरान किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए सभी जनपदों से उनके स्तर पर की जा रही तैयारियों के संबंध में जानकारी ली। कांवड़ यात्रा को लेकर उन्होंने हरिद्वार जिले से जल्द कार्ययोजना तथा एसओपी यूएसडीएमए तथा राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के साथ साझा करने को कहा। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान सबसे बड़ी चुनौती भीड़ प्रबंधन की रहती है, इसलिए जरूरी है कि कांवड़ यात्रा मार्ग वाले सभी जिले अपनी पुख्ता तैयारी अभी से कर लें।

बैठक में अपर अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (क्रियान्वयन) श्री राजकुमार नेगी ने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान घाटों पर कांवड़ियों तथा आम श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इसमें आपदा मित्रों को भी सुरक्षा व्यवस्था हेतु घाटों में तैनात किया जा सकता है। उन्होंने आगामी मानसून सीजन को देखते हुए नदी किनारे कैंपिंग साइटों की भी सुरक्षा व्यवस्था का ऑडिट करने के निर्देश संबंधित जनपदों के अधिकारियों को दिए।

संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो0 ओबैदुल्लाह अंसारी ने कहा कि जल्द ही सभी जिलों को मानसून की तैयारियों को जांचने और परखने के लिए एक चेक लिस्ट भेजी जाएगी। इस प्रारूप तैयार हो गया है। इससे यह पता लगाने में आसानी होगी कि कौन-कौन से कार्य पूर्ण हो गए हैं और कौन से शेष हैं। बैठक में अधिशासी निदेशक डॉ. पीयूष रौतेला, एसईओसी के प्रभारी राहुल जुगरान, यूएसडीएमए के विशेषज्ञ मनीष भगत, डॉ. वेदिका पंत, रोहित कुमार, डॉ. पूजा राणा, जेसिका टेरोन, तंद्रीला सरकार, हेमंत बिष्ट तथा एसईओसी में तैनात विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारी मौजूद थे।

जेसीबी में लगाएं जीपीएसः स्वरूप
देहरादून। जनपदों से जुड़े अधिकारियों ने मानसून को देखते हुए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा जेसीबी की तैनाती के संबंध में जानकारी दी। इस दौरान अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (प्रशासन) श्री आनंद स्वरूप ने निर्देश दिए कि सभी जनपदों में मौजूद जेसीबी में जीपीएस लगाया जाए, जिससे यह पता लगाने में आसानी हो कि जेसीबी की मौजूदा लोकेशन कहां पर है और बरसात के दौरान भूस्खलन होने पर नजदीकी स्थल से उसे तुरंत मौके पर भेजा जा सके। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने हाल ही में आपदा के दौरान किसकी क्या भूमिका है, इसे लेकर एसओपी जारी की है। उन्होंने कहा कि सभी जिलों के साथ इन्हें साझा किया जा रहा है।

गर्भवती महिलाओं का डाटाबेस बनेगा
देहरादून। अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (प्रशासन) श्री आनंद स्वरूप ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में सभी जनपद पंचायत, ब्लॉक, तहसील स्तर पर गर्भवती महिलाओं का डाटाबेस तैयार कर लें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने विगत दिनों सचिवालय में मानसून को लेकर आयोजित बैठक में निर्देश दिए थे कि सभी जनपद मानसून के दृष्टिगत एक डेटाबेस बनाएं ताकि आपदा के समय संपर्क कट जाने पर उन्हें अस्पतालों तक सुरक्षित पहुंचाया जा सके।

जनपदों को बताएंगे, कैसे लेते हैं मदद
देहरादून। आपदा के समय सैन्य बलों की सहायता कैसे ली जाती है तथा कैसे वायुसेना से हवाई निकासी हेतु मदद के लिए अनुरोध किया जाता है, इसे लेकर जल्द जनपदों के साथ प्रशिक्षण बैठक आयोजित की जाएगी। अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (क्रियान्वयन) राजकुमार नेगी इस संबंध में जनपद स्तरीय अधिकारियों को जानकारी देंगे।

You Might Also Like

एईबीएएस गुड गवर्नेंस की दिशा में महत्वपूर्ण कदम :जस्सुभाई

जवाहर नवोदय विद्यालय सैन्दवार में पूर्व छात्र सम्मेलन आयोजित

किसानों की कमाई का नया फार्मूला: मिट्टी में कार्बन बढ़ाओ, आय भी बढ़ाओ

पौड़ी में गुलदार ने एक और बनाया निवाला, इलाके में दहशत

उत्तराखंड में शराब महंगी, शौकिनों को बड़ा झटका

TAGGED: Districts should send SOP regarding Kanwar Yatra
Web Editor June 22, 2024
Share this Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article ब्रोंकोस्कोपी फेफड़ों की बीमारियों के इलाज मे उपयोगी
Next Article रायपुर हत्‍याकांड में गैंगस्‍टर की प्रेमिका का भी कनेक्‍शन
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

100 Followers Like
100 Followers Follow
100 Followers Follow
100 Subscribers Subscribe
4.4k Followers Follow
- Advertisement -
Ad imageAd image

Latest News

एईबीएएस गुड गवर्नेंस की दिशा में महत्वपूर्ण कदम :जस्सुभाई
उत्तराखंड December 18, 2025
जवाहर नवोदय विद्यालय सैन्दवार में पूर्व छात्र सम्मेलन आयोजित
उत्तराखंड December 16, 2025
किसानों की कमाई का नया फार्मूला: मिट्टी में कार्बन बढ़ाओ, आय भी बढ़ाओ
उत्तराखंड December 10, 2025
पौड़ी में गुलदार ने एक और बनाया निवाला, इलाके में दहशत
उत्तराखंड December 4, 2025

Recent Posts

  • एईबीएएस गुड गवर्नेंस की दिशा में महत्वपूर्ण कदम :जस्सुभाई
  • जवाहर नवोदय विद्यालय सैन्दवार में पूर्व छात्र सम्मेलन आयोजित
  • किसानों की कमाई का नया फार्मूला: मिट्टी में कार्बन बढ़ाओ, आय भी बढ़ाओ
  • पौड़ी में गुलदार ने एक और बनाया निवाला, इलाके में दहशत
  • उत्तराखंड में शराब महंगी, शौकिनों को बड़ा झटका

साथियों, ये है हिमालय की आवाज. आप सोच रहे होंगे कि इतने पोर्टल के बीच एक और पोर्टल. इसमें क्या अलग है. यूं तो इसमें भी खबर ही होंगी, लेकिन साथ ही होगी हिमालय की आवाज यानी अपनी माटी, अपने गांव गली और चौक की बात. जल-जंगल और जमीन की बात भी. पहाड़ के विकास के लिए हम दमदार आवाज बनेंगे. आप सभी शुभचिंतकों के सहयोग का आकांक्षी. : किरण शर्मा, संस्‍थापक

Most Viewed Posts

  • मक्‍की की वजह से पर्यटन के नक्‍शे पर आया यह गांव (5,903)
  • राज्य में 12 पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशन बनाए गए (5,830)
  • टिहरी राजपरिवार के पास 200 करोड से अधिक की संपत्ति (4,330)
  • कम मतदान प्रतिशत वाले बूथों पर जनजागरूकता में जुटा चुनाव आयोग (4,190)
  • प्रधानमंत्री माेदी और गृह मंत्री शाह जल्‍द आएंगे उत्‍तराखंड (4,117)
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Follow US

© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?