By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
  • क्राइम
  • देश-विदेश
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्पोर्ट्स
  • स्वास्थ्य
  • वीडियो न्यूज़
Search
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Reading: उत्‍तराखंड में 36 लाख से अधिक बच्चों और किशोरों को दी जाएगी कृमिनाशक दवा
Share
Notification Show More
Latest News
मुख्‍यमंत्री ने शिवभक्‍तों के चरण पखारे, हेलीकाप्‍टर से पुष्‍प वर्षा
उत्तराखंड
उत्तराखंड: सरकारी स्कूलों में प्रार्थना सभाओं में गूंजने लगे गीता के श्लोक
शिक्षा
Atul, Who Run Horses and Mules in Kedarnath, Selected for IIT Madras
उत्तराखंड
केदारनाथ में घोडा खच्‍चर चलाने वाले अतुल का आइआइट मद्रास में चयन
शिक्षा
पेयजल निगम के अधीक्षण अभियंता सुजीत कुमार निलंबित
Uncategorized
Aa
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Aa
  • पर्यटन
  • राजनीती
Search
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
Follow US
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Himalaya Ki Awaj > Blog > स्वास्थ्य > उत्‍तराखंड में 36 लाख से अधिक बच्चों और किशोरों को दी जाएगी कृमिनाशक दवा
स्वास्थ्य

उत्‍तराखंड में 36 लाख से अधिक बच्चों और किशोरों को दी जाएगी कृमिनाशक दवा

Web Editor
Last updated: 2025/04/09 at 7:10 AM
Web Editor
Share
5 Min Read
SHARE

देहरादून : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज में किया गया, जिसका उद्देश्य बच्चों को कृमि संक्रमण से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से बचाना है।

स्वाति एस भदौरिया, मिशन निदेशक एन.एच.एम. द्वारा बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों और किशोरों के पोषण स्तर, संज्ञानात्मक विकास और जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाना है। कृमि संक्रमण बच्चों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है, जिससे उनके समग्र विकास में बाधा आती है। कृमि के नियंत्रण हेतु एल्बेंडाजॉल दवा को एक प्रभावी और सुरक्षित उपाय माना जाता है।

मिशन निदेशक ने जानकारी दी कि इस अभियान के अंतर्गत राज्य के समस्त निजी स्कूलों, तकनीकी / महाविद्यालयों, कोचिंग सेंटरों एवं अन्य शिक्षण संस्थानों, आंगनवाड़ी केंद्रों तथा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) के अंतर्गत मलिन एवं अगम्य बस्तियों में रह रहे बच्चों को भी शामिल किया जाएगा, ताकि हर बच्चे को कृमि मुक्ति का लाभ मिल सके। स्कूल न जाने वाले बच्चों को आशा कार्यकर्ता माध्यम से आंगनवाड़ी केंद्र में जाकर दवा लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, स्कूलों और अन्य शिक्षण संस्थानों में बच्चों की पूर्ण उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चों तक यह सुविधा पहुंचे।

झरना कमठान, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा द्वारा कार्यक्रम में बताया कि भारत सरकार द्वारा शुरू की गई यह पहल “राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम” बच्चों और किशोरों को कृमि संक्रमण से मुक्त करने हेतु एक प्रभावी और समग्र रणनीति है। उन्होने बताया कि समाज और देश के निर्माण में स्वस्थ बचपन की भूमिका सर्वोपरि है।

वे बच्चे जो किसी भी स्कूल या आंगनवाड़ी केंद्र में पंजीकृत नहीं हैं, उन्हें शहरी विकास विभाग, आई.सी.डी.एस एवं आशा कार्यकर्ताओं की सहायता से चिन्हित कर आउटरीच कैंप के माध्यम से दवा दी जाएगी। यह पहल देहरादून, नैनीताल, हरिद्वार, उधमसिंह नगर एवं पौड़ी जिलों में विशेष रूप से लागू की जाएगी।

इस अभियान के तहत 8 अप्रैल 2025 को कृमि मुक्ति दिवस और 16 अप्रैल 2025 को मॉप-अप दिवस आयोजित किया जायेगा। मॉप-अप दिवस उन बच्चों के लिए निर्धारित है जो किसी कारण कृमि मुक्ति दिवस पर दवा नहीं ले सके। राज्य के सभी 13 जिलों में 1 से 19 वर्ष की आयु के 36 लाख से अधिक लक्षित बच्चों और किशोरों को कृमिनाशक दवा एल्बेंडाजॉल 400 मिलीग्राम दी जाएगी।

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम का एनीमिया मुक्ति भारत अभियान में महत्वपूर्ण योगदान है। यह राष्ट्रीय पोषण नीति के अंतर्गत शामिल किया गया है और स्वच्छ भारत अभियान के साथ समन्वय में कार्य करता है, जिससे स्वच्छता और साफ-सफाई को बढ़ावा देकर कृमि संक्रमण को नियंत्रित किया जा सके। इस अभियान की तैयारियों के तहत, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, स्कूल एवं शिक्षण संस्थानों के नोडल शिक्षकों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया है।

एल्बेंडाजॉल के सेवन से प्रतिकूल प्रभाव बहुत ही कम होते हैं, जो मुख्यतः गंभीर कृमि संक्रमण वाले बच्चों में देखे जाते हैं। किसी भी प्रकार की प्रतिकूल घटना से निपटने के लिए जिला/ब्लॉक स्तर पर राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) की मोबाइल टीमें और 104 व 108 हेल्पलाइन को सक्रिय रखा गया है। सभी सेवा प्रदाताओं के पास ए.एन.एम, निकटतम सरकारी चिकित्सालय और 104 मेडिकल हेल्पलाइन नंबर की सुविधा उपलब्ध है। स्वास्थ्य विभाग ने प्रतिकूल घटनाओं की रोकथाम के लिए व्यापक दिशानिर्देश और नीतियां लागू की हैं, जिनका सख्ती से पालन किया जा रहा है।

कार्यक्रम में डा. मनोज उप्रेती, निदेशक स्वास्थ्य महानिदेशालय, डॉ मनु जैन निदेशक एनएचएम, डॉ मनोज शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी देहरादून, डा० पल्लवी, उपनिदेशक विद्यालयी शिक्षा, डॉ अर्चना ओझा, डॉ अजय नगरकर, सहायक निदेशक, एन.एच.एम, प्रेम लता बौडाई, प्रधानाचार्य राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज, राजपुर, पंकज सिंह, सलाहकार आर. के.एस.के., डॉ ऑचल आदि अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।

You Might Also Like

मुनस्‍यारी में जंगली मशरूम खाने से नानी और नातिन की मौत के मामले में जांच के आदेश

सीबीएसई से संबद्ध सभी स्कूलों में शुगर बोर्ड की तर्ज पर ऑयल बोर्ड लगाने के निर्देश

Suspense Ends Over Samosas, Jalebis, and Laddoos

समोसा, जलेबी और लडडू जैसी मिठाइयों को लेकर सस्‍पेंस खत्‍म

 टीबी मुक्त भारत अभियान में उत्कृष्ट योगदान देने वाले सम्मानित

TAGGED: More than 36 lakh children and adolescents will be given deworming medicine in Uttarakhand
Web Editor April 9, 2025
Share this Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article खेलो मास्टर्स राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए उत्‍तराखंड की टीम रवाना
Next Article जानिए क्‍यों चर्चित है उत्‍तराखंड के उत्‍तरकाशी जिले का ‘ब्वारी गांव’
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

100 Followers Like
100 Followers Follow
100 Followers Follow
100 Subscribers Subscribe
4.4k Followers Follow
- Advertisement -
Ad imageAd image

Latest News

मुख्‍यमंत्री ने शिवभक्‍तों के चरण पखारे, हेलीकाप्‍टर से पुष्‍प वर्षा
उत्तराखंड July 17, 2025
उत्तराखंड: सरकारी स्कूलों में प्रार्थना सभाओं में गूंजने लगे गीता के श्लोक
शिक्षा July 17, 2025
Atul, Who Run Horses and Mules in Kedarnath, Selected for IIT Madras
उत्तराखंड July 17, 2025
केदारनाथ में घोडा खच्‍चर चलाने वाले अतुल का आइआइट मद्रास में चयन
शिक्षा July 17, 2025

Recent Posts

  • मुख्‍यमंत्री ने शिवभक्‍तों के चरण पखारे, हेलीकाप्‍टर से पुष्‍प वर्षा
  • उत्तराखंड: सरकारी स्कूलों में प्रार्थना सभाओं में गूंजने लगे गीता के श्लोक
  • Atul, Who Run Horses and Mules in Kedarnath, Selected for IIT Madras
  • केदारनाथ में घोडा खच्‍चर चलाने वाले अतुल का आइआइट मद्रास में चयन
  • पेयजल निगम के अधीक्षण अभियंता सुजीत कुमार निलंबित

साथियों, ये है हिमालय की आवाज. आप सोच रहे होंगे कि इतने पोर्टल के बीच एक और पोर्टल. इसमें क्या अलग है. यूं तो इसमें भी खबर ही होंगी, लेकिन साथ ही होगी हिमालय की आवाज यानी अपनी माटी, अपने गांव गली और चौक की बात. जल-जंगल और जमीन की बात भी. पहाड़ के विकास के लिए हम दमदार आवाज बनेंगे. आप सभी शुभचिंतकों के सहयोग का आकांक्षी. : किरण शर्मा, संस्‍थापक

Most Viewed Posts

  • मक्‍की की वजह से पर्यटन के नक्‍शे पर आया यह गांव (5,578)
  • राज्य में 12 पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशन बनाए गए (5,530)
  • टिहरी राजपरिवार के पास 200 करोड से अधिक की संपत्ति (4,032)
  • कम मतदान प्रतिशत वाले बूथों पर जनजागरूकता में जुटा चुनाव आयोग (3,836)
  • प्रधानमंत्री माेदी और गृह मंत्री शाह जल्‍द आएंगे उत्‍तराखंड (3,749)
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Follow US

© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?