पर्यावरण प्रदूषण की निगरानी भी होगी आसान
नई दिल्ली : टीएनटी और आरडीएक्स जैसे विस्फोटकों का पता लगाना अब आसान हो जाएगा। इसी के साथ पर्यावरण प्रदूषण की निगरानी भी सरल हो जाएगी। यह सब संभव होगा स्मार्ट नैनो-मैटेरियल्स से निर्मित एक नए उपकरण सतह-संवर्धित रमन स्पेक्ट्रोस्कोपी (एसईआरएस) से। हवाई अड्डों की सुरक्षा सुनिश्चत करने में यह महत्वपूर्ण भूूूूमिका निभा सकता है। एसईआरएस रसायनों के आणविक “फिंगरप्रिंट” संकेतों को प्रवर्धित करके काम करता है इसलिये इससे विषम परिस्थिति में भी सटीक पहचान संभव हो पाती है।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के अंतर्गत आने वाले स्वायत्त संस्थान, नैनो एवं मृदु पदार्थ विज्ञान केंद्र (सीईएनएस), बेंगलुरु के शोधकर्ताओं ने र एक अभिनव बहु-परत नैनोमटेरियल विकसित किया है। प्रत्येक परत एक विशिष्ट कार्य करती है। टीम ने भौतिक वाष्प निक्षेपण तकनीकों का उपयोग करके इस मिश्रित पदार्थ का निर्माण किया है। इसके परिणामस्वरूप एक समान और मापनीय संवेदन प्लेटफ़ॉर्म तैयार हुआ। अपनी उत्कृष्ट संवेदनशीलता, स्थायित्व और सरल निर्माण प्रक्रिया के साथ, यह उन्नत सतह-संवर्धित रमन स्पेक्ट्रोस्कोपी (एसईआरएस) सब्सट्रेट हवाई अड्डे की सुरक्षा और पर्यावरण प्रदूषण निगरानी के लिए बड़ी संभावनाएं जगाता है और क्योंकि ऐसी जगहों पर रसायनों का शीघ्रता और सटीकता से पता लगाने से बहुत फायदा हो सकता है।