CM Dhami Launches 13 Emergency Sirens & Renovated Clock Tower in Dehradun
मुख्यमंत्री धामी ने देहरादून को दी नई सौगातें: 13 इमरजेंसी सायरन, घंटाघर का नया रूप, और ‘हिलांस’ कैंटीन
देहरादून, 5 सितंबर 2025 : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को देहरादून शहर के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिनमें आपातकालीन सायरन, ऐतिहासिक घंटाघर का सौंदर्यीकरण और आधुनिक ‘हिलांस’ कैंटीन शामिल हैं।
मुख्यमंत्री आज शाम 6 बजे डालनवाला थाने से रिमोट कंट्रोल के माध्यम से 13 अत्याधुनिक लॉन्ग रेंज इमरजेंसी सायरन का उद्घाटन करेंगे। ये सायरन आपदा की स्थिति में लोगों को तुरंत अलर्ट करने के लिए लगाए गए हैं, जिनकी आवाज 8 से 16 किलोमीटर तक सुनाई देगी। इन सायरन को पुलिस चौकियों में स्थापित किया गया है। शाम छह से साढे छह बजे के बीच सायरन का परीक्षण किया जाएगा।
इस परियोजना के पहले चरण में, 16 किलोमीटर रेंज वाले सायरन ऋषिकेश, प्रेमनगर, क्लेमेंटाउन और रायपुर के थानों में लगाए गए हैं, जबकि डालनवाला, पल्टन बाजार, राजपुर, पटेल नगर, नेहरू कॉलोनी, कैंट, वसंत विहार, पुलिस चौकी बिन्दाल और पुलिस लाइन रेसकोर्स में 8 किलोमीटर रेंज वाले 9 सायरन लगाए गए हैं। जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि दूसरे चरण में विकासनगर, डोईवाला, ऋषिकेश और चकराता जैसे अन्य क्षेत्रों में भी ये सायरन लगाने की योजना है।
घंटाघर का भव्य सौंदर्यीकरण और नई ‘हिलांस’ कैंटीन
शाम 6:30 बजे, मुख्यमंत्री ने घंटाघर में आयोजित एक कार्यक्रम में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत घंटाघर के सौंदर्यीकरण कार्यों का लोकार्पण किया। ऐतिहासिक घंटाघर को उसकी पारंपरिक शैली में रखते हुए इसके चारों ओर बगीचे, रंगीन फव्वारे और हाई-बीम लाइटिंग लगाई गई है, जिससे यह एक प्रमुख धरोहर के रूप में और भी आकर्षक दिख रहा है।
इसी कार्यक्रम में, धामी ने देहरादून क्लेक्ट्रेट, कोरोनेशन अस्पताल, गुच्चुपानी और आईएसबीटी में स्थापित चार ‘हिलांस’ कैंटीन का भी उद्घाटन किया। जिला प्रशासन द्वारा स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से संचालित इन कैंटीन में हस्तशिल्प, पहाड़ी उत्पाद और मिलेट्स से बने व्यंजन उपलब्ध हैं। ये कैंटीन न केवल नागरिकों को सुविधा प्रदान करती हैं बल्कि स्थानीय लोगों को स्वरोजगार के अवसर भी दे रही हैं।
‘भिक्षा से शिक्षा’ पहल का भी हुआ लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने बाल भिक्षावृत्ति निवारण के अंतर्गत बच्चों को ‘भिक्षा से शिक्षा’ में प्रवेश दिलाने की पहल का भी लोकार्पण किया। इस पहल का उद्देश्य भीख मांगने वाले बच्चों को मुख्यधारा में लाकर उन्हें शिक्षा से जोड़ना है।
मुख्यमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर जिलाधिकारी सविन बंसल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने पहले ही तैयारियों का जायजा लिया था और सभी व्यवस्थाओं को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए थे।
