By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
  • क्राइम
  • देश-विदेश
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्पोर्ट्स
  • स्वास्थ्य
  • वीडियो न्यूज़
Search
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Reading: सहायक आयुक्त तापस चक्रवर्ती को मिलेगा ‘साहित्य सरस्वती सम्मान’
Share
Notification Show More
Latest News
गौचर के लिए 18 सीटर हेली सेवा जल्द 
उत्तराखंड
दुबई से भारत लाया गया 15 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का  आरोपी गैंगस्टर जगदीश पुनेठा
क्राइम
मां संग गांव पहुंचे मुख्यमंत्री धामी, माटी को माथे से लगा हुए भावुक
उत्तराखंड
रुद्रप्रयाग में घास लेने गई सात महिलाओं पर भालू का हमला, एक गंभीर
उत्तराखंड
सपनों से भी ऊंची पहाड़ की बेटी की उड़ान
उत्तराखंड
Aa
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Aa
  • पर्यटन
  • राजनीती
Search
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
Follow US
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Himalaya Ki Awaj > Blog > उत्तराखंड > सहायक आयुक्त तापस चक्रवर्ती को मिलेगा ‘साहित्य सरस्वती सम्मान’
उत्तराखंड

सहायक आयुक्त तापस चक्रवर्ती को मिलेगा ‘साहित्य सरस्वती सम्मान’

Web Editor
Last updated: 2025/10/10 at 2:41 PM
Web Editor
Share
2 Min Read
SHARE

Assistant Commissioner Tapas Chakraborty to Receive Prestigious ‘Sahitya Saraswati Samman’

देहरादून, 10 अक्टूबर 2025: जबलपुर की अंतरराष्ट्रीय संस्था ‘कादंबरी साहित्य सांस्कृतिक एवं सामाजिक संगठन’ ने सहायक आयुक्त तापस चक्रवर्ती को उनके उत्कृष्ट यात्रा वृतांत लेखन के लिए प्रतिष्ठित ‘साहित्य सरस्वती सम्मान’ से सम्मानित करने की घोषणा की है। संस्था की ओर से देशभर के साहित्यकारों में से उत्कृष्ट लेखन योगदान देने वाले रचनाकारों का चयन किया जाता है।

तापस चक्रवर्ती उत्तराखंड में केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर आयुक्तालय में सहायक आयुक्त के पद पर कार्यरत हैं। साहित्य और फोटोग्राफी के प्रति गहरी लगन रखने वाले चक्रवर्ती अब तक देश-विदेश के अनेक दर्शनीय स्थलों की यात्राओं पर आधारित पांच यात्रा वृतांत प्रकाशित कर चुके हैं। इनमें ‘रुक जाना नहीं, त्रिवेन्द्रम्’ (2016), ‘मंदिरों का नगर, विष्णुपुर’ (2018), ‘अविस्मरणीय यूरोप’ (2022), ‘उत्तराखंड: हिमालय की गोद में’ (2022) और हाल ही में प्रकाशित ‘हम्पी: उत्कर्ष से अपकर्ष तक’ (2025) शामिल हैं।

उनकी रचनाओं को पहले भी कई बार सम्मान मिल चुका है। उन्हें पर्यटन मंत्रालय द्वारा 2018-19 में ‘मंदिरों का नगर, भुवनेश्वर’ पुस्तक के लिए ‘सर्वश्रेष्ठ यात्रा वृत्तांत पुरस्कार’ से नवाजा गया था। इसके अलावा 2024 में उनके साहित्यिक योगदान के लिए ‘उत्तराखंड साहित्य सम्मान’ भी प्रदान किया गया।

‘कादंबरी साहित्य समारोह’ का भव्य आयोजन आगामी 22 नवंबर 2025 को मध्य प्रदेश के जबलपुर में किया जाएगा, जहां तापस चक्रवर्ती को औपचारिक रूप से ‘साहित्य सरस्वती सम्मान’ प्रदान किया जाएगा।

You Might Also Like

गौचर के लिए 18 सीटर हेली सेवा जल्द 

मां संग गांव पहुंचे मुख्यमंत्री धामी, माटी को माथे से लगा हुए भावुक

रुद्रप्रयाग में घास लेने गई सात महिलाओं पर भालू का हमला, एक गंभीर

सपनों से भी ऊंची पहाड़ की बेटी की उड़ान

उत्तराखंड में बनेंगे दो इकोनामिक स्पिरिचुअल जोन 

Web Editor October 10, 2025
Share this Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article अब सेना अस्पताल में पूर्व सैनिकों को मिलेगी गोल्फ कार्ट की सुविधा
Next Article एसजीआरआर यूनिवर्सिटी में फ्रेशर्स पार्टी की धूम,  बॉलीवुड थीम पर मस्ती
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

100 Followers Like
100 Followers Follow
100 Followers Follow
100 Subscribers Subscribe
4.4k Followers Follow
- Advertisement -
Ad imageAd image

Latest News

गौचर के लिए 18 सीटर हेली सेवा जल्द 
उत्तराखंड November 15, 2025
दुबई से भारत लाया गया 15 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का  आरोपी गैंगस्टर जगदीश पुनेठा
क्राइम November 15, 2025
मां संग गांव पहुंचे मुख्यमंत्री धामी, माटी को माथे से लगा हुए भावुक
उत्तराखंड November 15, 2025
रुद्रप्रयाग में घास लेने गई सात महिलाओं पर भालू का हमला, एक गंभीर
उत्तराखंड November 15, 2025

Recent Posts

  • गौचर के लिए 18 सीटर हेली सेवा जल्द 
  • दुबई से भारत लाया गया 15 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का  आरोपी गैंगस्टर जगदीश पुनेठा
  • मां संग गांव पहुंचे मुख्यमंत्री धामी, माटी को माथे से लगा हुए भावुक
  • रुद्रप्रयाग में घास लेने गई सात महिलाओं पर भालू का हमला, एक गंभीर
  • सपनों से भी ऊंची पहाड़ की बेटी की उड़ान

साथियों, ये है हिमालय की आवाज. आप सोच रहे होंगे कि इतने पोर्टल के बीच एक और पोर्टल. इसमें क्या अलग है. यूं तो इसमें भी खबर ही होंगी, लेकिन साथ ही होगी हिमालय की आवाज यानी अपनी माटी, अपने गांव गली और चौक की बात. जल-जंगल और जमीन की बात भी. पहाड़ के विकास के लिए हम दमदार आवाज बनेंगे. आप सभी शुभचिंतकों के सहयोग का आकांक्षी. : किरण शर्मा, संस्‍थापक

Most Viewed Posts

  • मक्‍की की वजह से पर्यटन के नक्‍शे पर आया यह गांव (5,841)
  • राज्य में 12 पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशन बनाए गए (5,798)
  • टिहरी राजपरिवार के पास 200 करोड से अधिक की संपत्ति (4,289)
  • कम मतदान प्रतिशत वाले बूथों पर जनजागरूकता में जुटा चुनाव आयोग (4,133)
  • प्रधानमंत्री माेदी और गृह मंत्री शाह जल्‍द आएंगे उत्‍तराखंड (4,078)
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Follow US

© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?