Free Competitive Coaching for 10,000 Students in Uttarakhand – Empowering Economically Weaker Sections
देहरादून , 15 अक्टूबर 2025 : प्रदेश के 10 हजार प्रतियोगियों को निःशुल्क कोचिंग योजना का लाभ मिलेगा। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को इस योजना के तहत सभी तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने का अवसर मिलेगा। यह योजना छात्रों को समान स्तर की शिक्षा और मार्गदर्शन प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई है, जिससे उनकी योग्यता और आत्मविश्वास दोनों में सुधार हो सके।
मुख्य सचिव आनंद बर्धन की अध्यक्षता में सचिवालय सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में इस योजना की गुणवत्ता और क्रियान्वयन की समीक्षा की गई। बैठक में मुख्य सचिव ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिए कि योजना में किसी भी तरह की खामियां या खानापूर्ति न हो और इसका वास्तविक परिणाम छात्रों को प्राप्त हो। उन्होंने कहा कि योजना के तहत प्रतियोगियों का चयन पारदर्शी स्क्रीनिंग प्रक्रिया के माध्यम से होना चाहिए और तैयारी का समय प्रतियोगियों की सुविधा के अनुसार व्यवस्थित किया जाए।
इस अवसर पर निदेशक शिक्षा डॉ. मुकुल कुमार सती ने बताया कि इस वर्ष कक्षा 11 में अध्ययनरत प्रतियोगियों को दो वर्ष की निःशुल्क कोचिंग दी जाएगी, जबकि 12वीं पास करने वाले प्रतियोगियों को एक वर्ष की कोचिंग का लाभ मिलेगा। कोचिंग आर्ट्स, साइंस और कॉमर्स तीनों स्ट्रीम के अनुरूप प्रदान की जाएगी और इसमें लगभग सभी प्रमुख प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जाएगी।
इसके अतिरिक्त, मेधावी प्रतियोगियों के लिए विशेष 6 वर्ष की एडवांस कोचिंग की भी व्यवस्था की गई है, ताकि वे प्रतियोगियों के बीच उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को सभी प्रक्रियाओं को शीघ्र पूरा करने और योजना के प्रभावी क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। बैठक में सचिव दिलीप जावलकर, अपर सचिव मनुज गोयल और अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस पहल से न केवल आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी का अवसर मिलेगा, बल्कि यह राज्य के शिक्षा क्षेत्र में समग्र सुधार और मेधावी प्रतिभाओं के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।