देहरादून : एतिहासिक धरोहर दरबार श्री गुरु राम राय जी महाराज को टारगेट कर कुछ असामाजितक तत्व धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। श्री दरबार साहिब से जुड़ी संगतों में इस बात को लेकर भारी रोष व्याप्त है। पहले मातावाला बाग की जमीन को कब्जा करने का षडयंत किया गया। कोर्ट से फटकार के बाद अब कुछ असामाजिक तत्व श्री दरबार साहिब को टारगेट कर माहौल को तनावपूर्ण बनाने का कार्य कर रहे हैं। श्री दरबार साहिब प्रांगण में धरना प्रदर्शन नारेबाजी कर माहौल खराब करने का काम कर चुके हैं। श्री दरबार साहिब प्रबन्धन ने प्रेस क्लब देहरादून में गुरुवार को प्रेस काॅन्फ्रेंस आयोजित कर आगाह किया कि इस प्रकार का गतिरोध पैदा कर भारी तनाव पैदा किया जा रहा है यह उचित नहीं है। श्री दरबार साहिब के मुख्य व्यास्थापक मधुसूदन सेमवाल, विशेष कार्यधिकारी विनय मोहन थपलियाल. मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी भूपेंद्र रतूड़ी, कोच पवन शर्मा, जनसम्पर्क अधिकारी दिनेश रतूड़ी, विजय गुलाटी व श्री राजेंद्र ध्यानी ने सम्बोधित किया।
दरबार साहिब प्रबंधन ने आरोप लगाया कि मातावाला बाग दरबार श्री गुरु राम राय जी महाराज द्वारा संचालित ऐतिहासिक धरोहर है औरंं उनके कुछ असामाजिक तत्व और भू माफिया मातावाला बाग पर कब्जा करना चाहते हैं। उन्होंने जानकारी दी कि कुछ लोगों ने दिनांक 13 अप्रैल 2025 को जन आक्रोश पैदल मार्च निकालेंने का ऐलान किया है । जिसमें मातावाला बाग और श्री दरबार साहिब के नाम का भी उल्लेख किया गया है। न्यायालय के आदेशानुसार मातावाला बाग की 250 मी० की परिधि में धरना प्रदर्शन प्रतिबंधित है। श्री दरबार साहिब भी इस परिधि के अन्तर्गत आता है। यह कदम न्यायालय के आदेश की खुली अवहेलना है।
श्री दरबार साहिब प्रबन्धन ने जिलाधिकारी देहरादून, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून व सिटी मैजिस्ट्रेट देहरादून को पत्र लिखकर अवगत करवाया है कि इन असामाजिक तत्वों के द्वारा श्री दरबार साहिब की गरिमा के साथ लगातार खिलवाड़ किया जा रहा है। श्री दरबार साहिब से जुड़ी लाखों करोड़ों संगतों के बीच इस बात से भारी रोष व्याप्त है। श्री दरबार साहिब को टारगेट करने से अब भारी तनाव उत्पन हो गया है।
दरबार श्री गुरु राम राय जी महाराज के मुख्य व्यवस्थापक मधुसूदन सेमवाल ने कहा कि वरिष्ठ सज्जन नागरिकों के लिए मातावाला बाग में सुबह शाम सैर-भ्रमण करने के लिए कोई रोक नहीं है। लेकिन कोर्ट के आदेश के अनुसार मातावाला बाग में प्रवेश करने वालों के लिए अनुमति पत्र बनाना अनिवार्य होगा और ऐसे आगन्तुकों का रिकाॅर्ड रखना भी आवश्यक होगा ताकि अच्छे नागरिकों की आड़ में नशेड़ी व ड्रग माफिया मातावाला बाग को अपना अड्डा न बना सकें। पिछले कुछ दिनों से असामाजिक तत्वों द्वारा मातावाला बाग में माहौल खराब करने की शिकायतें आ रही थीं। कोर्ट के आदेशानुसार मातावाला बाग के 250 मीटर के दायरे में कोई भी व्यक्ति या समूह किसी प्रकार का धरना प्रदर्शन, नारेबाजी नहीं कर सकेगा, किसी प्रकार का कोई व्यवधान उत्पन नहीं कर सकेगा। किसी भी व्यक्ति के मातावाला बाग में प्रवेश पर पूर्णतः रोक रहेगी। मातवाला बाग में जब तक प्रवेश नियमवाली नहीं बन जाती है व नए कुश्ती कोच की नियुक्ति नहीं हो जाती है प्रवेश पर रोक प्रभावी रहेगी।
