By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
  • क्राइम
  • देश-विदेश
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्पोर्ट्स
  • स्वास्थ्य
  • वीडियो न्यूज़
Search
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Reading: चार धाम यात्रा में देवदूत साबित हो रहे हैं एसडीआरएफ के जवान
Share
Notification Show More
Latest News
खेत की डोल पर घास का गठठर रखने पर भतीजे से हुआ विवाद, गंवानी पडी जान
क्राइम
41 साल बाद फिर रचा इतिहास, ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट में स्‍पेस की सैर पर निकले भारत के शुभांशु
देश-विदेश
अपडेट : यमुनोत्री धाम पैदल मार्ग पर आवाजाही शुरू
देश-विदेश
प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता अनिल कपूर और फिल्म निर्माता निर्देशक बोनी कपूर ने ऋषिकेश में परमार्थ निकेतन में बिताए सुकून के पल 
उत्तराखंड
अपडेट ::केदारनाथ यात्रा : मलबा हटाने के बाद गौरीकुंड और सोनप्रयाग के बीच वाहनों की आवाजाही शुरू
देश-विदेश
Aa
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Aa
  • पर्यटन
  • राजनीती
Search
  • उत्तराखंड
  • करियर
  • राजनीती
  • पर्यटन
Follow US
  • Advertise
© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Himalaya Ki Awaj > Blog > उत्तराखंड > चार धाम यात्रा में देवदूत साबित हो रहे हैं एसडीआरएफ के जवान
उत्तराखंड

चार धाम यात्रा में देवदूत साबित हो रहे हैं एसडीआरएफ के जवान

Web Editor
Last updated: 2023/06/02 at 11:32 AM
Web Editor
Share
6 Min Read
SHARE

देहरादून : उत्तराखंड राज्य में चलने वाली चारधाम यात्रा का देश भर में एक अलग ही महत्व हैं। देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड आते है। धार्मिक महत्व के साथ साथ पर्यटन की दृष्टि से देखा जाए तो यहां पर अनेक रमणीक, पौराणिक, रोमांच से भरपूर स्थान देखने के लिए मिल जायेंगे, जिसकी ओर अनायास ही पर्यटक खिंचे चले आते है। लेकिन इसमें चुनौतियां भी कम नहीं हैं। पिफर चाहे बात मौसम बिगडने की हो या यात्रियों के रास्‍ता भटकने की। ऐसे में यात्रा मार्ग पर तैनात एसडीआरएफ के जवान यात्रियों के लिए देवदूत साबित हो रहे हैं।

इस वर्ष सकुशल यात्रा आरम्भ होने के उपरांत कुछ ही दिनों में श्रीकेदारनाथ यात्रा मार्ग पर लिनचोली से आगे भैरव व कुबेर ग्लेशियर पर एवलांच आने से यात्रा मार्ग पूर्ण रूप से बाधित हो गया। अन्य कोई वैकल्पिक मार्ग भी न होने के कारण हजारों श्रद्धालुओं को रुकना पड़ा, साथ ही मौसम की स्थिति भी सही नही थी जिससे श्रद्धालुओं को और भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। ऐसी स्थिति में SDRF ने युद्ध स्तर पर मोर्चा संभाल लिया गया, श्री मणिकांत मिश्रा, सेनानायक SDRF के दिशानिर्देश में अधिक से अधिक संख्या में SDRF बल को तैनात किया गया। अन्य इकाईयों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए SDRF जवान खुद ही फावड़े और बेलचे उठाकर रास्ता बनाने निकल पड़े। बर्फ का पहाड़ SDRF के दृढ़ निश्चयिता से छोटा निकला, न दिन न रात, न ठंड न गर्मी, कोई नही था जो SDRF जवानों के हौंसलो की धार को कुंद कर सकता था।

SDRF जवानों ने फावड़ों बेल्चों से बर्फ काट-काट कर रास्ता बनाया, साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से रास्तों के किनारे रोप को भी बांधा जिससे फ़िसलन भरे रास्ते मे चलते समय उसका सहारा मिल सके।

श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो इसलिए SDRF जवानों द्वारा ऐसी विषम परिस्थितियों में 24 घंटों यात्रा मार्ग पर तैनात रहकर महिलाओं व बुजुर्गों को हाथ पकड़कर या पीठ पर बैठाकर साथ ही बच्चों को गोद में उठाकर रास्ता पार कराया गया। श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग पर जहाँ SDRF के जवान खतरनाक पैदल मार्ग पर तीर्थयात्रियों का आवागमन करवा रहे है वही उनके खोए समान को खोजकर वापस लौटा रहे है।

उच्चतुंगता क्षेत्र में आने पर श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी अनेक समस्याओं जैसे सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आना, बेहोश होना, अत्यधिक ठंड लगने से हाइपोथर्मिया इत्यादि का सामना करना पड़ता है। SDRF द्वारा ऐसी स्थिति में त्वरित कार्यवाही करते हुए प्रभावित श्रद्धालु को पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलिंडर, कॉन्संट्रेटर इत्यादि की सहायता से प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराते हुए स्ट्रैचर के माध्यम से बिना समय गंवाए प्राथमिक चिकित्सालय पहुँचा रहे है। यदि अस्पताल में भर्ती किसी श्रद्धालु को चिकित्सकों द्वारा हायर सेंटर रेफर किया जाता है तो SDRF जवानों द्वारा अपने कंधों पर हेलीपैड तक पहुँचाकर इनका जीवन सुरक्षित करने में संजीवनी का काम किया जा रहा है। श्रीकेदारनाथ के साथ-साथ SDRF द्वारा श्री बद्रीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री में भी संवेदनशील स्थानों पर तैनात रहकर श्रद्धालुओं की सहज सुगम व सुरक्षित यात्रा हेतु पूर्ण कर्तव्यनिष्ठा व समपर्ण के साथ कार्य किया जा रहा है। चाहे किसी अस्वस्थ/चोटिल श्रद्धालु का प्राथमिक उपचार हो, बुजुर्गों, दिव्यांगों, बच्चों को दर्शन कराना हो या VVIP आने पर सुरक्षात्मक रूप से अग्रणी भूमिका निभाना हो, SDRF ने हर जगह पर अपनी उपयोगिता को सिद्ध किया है व श्रद्धालुओं के हृदय में SDRF की सकारात्मक छवि बनाई है।

वर्ष 2023 में चारधाम यात्रा आरम्भ होने के उपरांत वर्तमान समय तक SDRF उत्तराखंड द्वारा कुल 86 अस्वस्थ/चोटिल को उपचार प्रदान कर उनके अनमोल जीवन को सुरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके अतिरिक्त प्रतिदिन सैकड़ो श्रद्धालुओं को दुर्गम रास्तों से पार कराया जा रहा है।

20 मई से सिखों के धाम कहे जाने वाले श्री हेमकुण्ड साहिब के कपाट खुलने के उपरान्त यात्रा आरम्भ होने पर श्रद्धालुओं के सुरक्षित आवागमन हेतु यात्रा मार्ग पर घांघरिया व श्री हेमकुण्ड साहिब में SDRF टीमों द्वारा तैनात रहकर महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया जा रहा है। विगत दिनों बर्फबारी के उपरान्त फिसलन भरे बर्फीले रास्तों पर यात्रियों की सुगम यात्रा हेतु SDRF द्वारा अनेकानेक सुरक्षात्मक उपाय अपनाए गए व दिन और रात समर्पित होकर कार्य किया गया।

वहीं बात करें कुमाऊं मण्डल की तो, माँ पूर्णागिरि मेले में SDRF द्वारा जहां एक ओर द्वारा यात्रियों की हर सम्भव मदद की जा रही है वही काली मंदिर के समीप धर्मशालाओं में आगजनी की घटना पर त्वरित कार्यवाही कर एक बड़ी दुर्घटना का न्यूनीकरण किया गया।वही SDRF द्वारा पिथौरागढ़ में आदि कैलाश यात्रा से लौट रहे यात्री जो भूस्खलन के कारण गर्भधार में फंस गए थे उनमें से कल, 40 यात्रियों को अत्यंत विकट परिस्थितियों में सकुशल रेस्क्यू किया गया और आज लगभग 120 यात्रियों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पहुंचाया गया व शेष का रेस्क्यू कार्य गतिमान है।

You Might Also Like

प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता अनिल कपूर और फिल्म निर्माता निर्देशक बोनी कपूर ने ऋषिकेश में परमार्थ निकेतन में बिताए सुकून के पल 

सीएम ने गृह मंत्री से किया उत्तराखंड के हित में नीतिगत प्रावधानों में शिथिलता का आग्रह

मुख्यमंत्री ने दिए प्रत्येक जिले में दो-दो आदर्श गांव बनाने के निर्देश

विजिलेंस में अफसरों की कमी को लेकर डीजीपी से करेंगे बात : सचिव

एक मिनट की रील और पांच मिनट की शार्ट फिल्‍म, पुरस्‍कार पांच लाख रुपये

TAGGED: state disaster respons force
Web Editor June 2, 2023
Share this Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article केदारनाथ के लिए हेली टिकटों के नाम पर 12 लोगों से ठगी
Next Article श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में आंतरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ ने किया पर्यावरण पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

100 Followers Like
100 Followers Follow
100 Followers Follow
100 Subscribers Subscribe
4.4k Followers Follow
- Advertisement -
Ad imageAd image

Latest News

खेत की डोल पर घास का गठठर रखने पर भतीजे से हुआ विवाद, गंवानी पडी जान
क्राइम June 25, 2025
41 साल बाद फिर रचा इतिहास, ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट में स्‍पेस की सैर पर निकले भारत के शुभांशु
देश-विदेश June 25, 2025
अपडेट : यमुनोत्री धाम पैदल मार्ग पर आवाजाही शुरू
देश-विदेश June 25, 2025
प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता अनिल कपूर और फिल्म निर्माता निर्देशक बोनी कपूर ने ऋषिकेश में परमार्थ निकेतन में बिताए सुकून के पल 
उत्तराखंड June 25, 2025

Recent Posts

  • खेत की डोल पर घास का गठठर रखने पर भतीजे से हुआ विवाद, गंवानी पडी जान
  • 41 साल बाद फिर रचा इतिहास, ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट में स्‍पेस की सैर पर निकले भारत के शुभांशु
  • अपडेट : यमुनोत्री धाम पैदल मार्ग पर आवाजाही शुरू
  • प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता अनिल कपूर और फिल्म निर्माता निर्देशक बोनी कपूर ने ऋषिकेश में परमार्थ निकेतन में बिताए सुकून के पल 
  • अपडेट ::केदारनाथ यात्रा : मलबा हटाने के बाद गौरीकुंड और सोनप्रयाग के बीच वाहनों की आवाजाही शुरू

साथियों, ये है हिमालय की आवाज. आप सोच रहे होंगे कि इतने पोर्टल के बीच एक और पोर्टल. इसमें क्या अलग है. यूं तो इसमें भी खबर ही होंगी, लेकिन साथ ही होगी हिमालय की आवाज यानी अपनी माटी, अपने गांव गली और चौक की बात. जल-जंगल और जमीन की बात भी. पहाड़ के विकास के लिए हम दमदार आवाज बनेंगे. आप सभी शुभचिंतकों के सहयोग का आकांक्षी. : किरण शर्मा, संस्‍थापक

Most Viewed Posts

  • मक्‍की की वजह से पर्यटन के नक्‍शे पर आया यह गांव (5,565)
  • राज्य में 12 पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशन बनाए गए (5,511)
  • टिहरी राजपरिवार के पास 200 करोड से अधिक की संपत्ति (4,018)
  • कम मतदान प्रतिशत वाले बूथों पर जनजागरूकता में जुटा चुनाव आयोग (3,812)
  • प्रधानमंत्री माेदी और गृह मंत्री शाह जल्‍द आएंगे उत्‍तराखंड (3,735)
Himalaya Ki AwajHimalaya Ki Awaj
Follow US

© 2023 Himalaya Ki Awaj. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?