देहरादून : हरिद्वार में चीता पुलिस के दो जवानो को गोली मार कर भागने वाले कुख्यात को स्पेशल टास्क फोर्स ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित पर एक लाख रूपये का इनाम घोषित था । थाना लक्सर हरिद्वार क्षेत्र में एक सुनार को लूटने के दौरान चीता पुलिस से हुई मुठभेड़ में पकड़े गये इनामी अपराधी ने किये थे कई राउण्ड फायर, जिसमें चीता पुलिस के दो जवान हो घायल गये थे । आरोपित पर उत्तर प्रदेेश में भ्छाी कई मुकदमे दर्ज हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुश अग्रवाल ने बताया कि पिछले साल अक्टूबर में हरिद्वार के क्षेत्र थाना लक्सर की चीता पुलिस के जवानो को सूचना प्राप्त हुई कि कुछ बदमाश लक्सर कस्बे के एक सुनार को लूट के इरादे से आये हुये है और वे संदिग्ध व्यक्ति दुर्गा मन्दिर ओवर ब्रिज लक्सर के नीचे घूम रहे है।इस पर चीता पुलिस के दो जवान वालावालीपुल के नीचे एक मोटर साईकिल में सवार तीन संदिग्ध व्यक्तियोंको देखकर उन्हें रोककर पूछताछ करने लगे। अचानक चीता पुलिस पर फायर करते हुये भागने लगे, इस मुठभेड़ के दौरान इनमंे से एक बदमाश को पुलिस ने दबोच लिया था।
किन्तु उसके अन्य साथियों द्वारा फिर चीता पुलिस पर जान से मारने की नीयत से कई राउण्ड फायर किए गए। इस दौरान एक सिपाही पैर में गोली लग गयी और पकड़ा गया व्यक्ति अपने साथियों के साथ भागने लगा। टीम ने बदमाशों का पीछा करना शुरू किया तो बदमाशों द्वारा उक्त चीता कर्मियों पर भी जान से मारने की नीयत से फायर किए गए। इस दौरान एक सिपाही के पैर में गोली लगी। यह घटना सनसनीखेज थी। घटना में पष्चिमी उत्तर प्रदेश के 05 बदमाषों की 1. शाबिर 2. अताउल खान 3. नौशाद 4. जावेद व फुरकान के नाम प्रकाश में में आये। जिनमें से मोटर साईकिल व असलाह उपलब्ध कराने वाले दो अन्य व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। साथ ही हरिद्वार पुलिस द्वारा घटना में सम्मलित अपराधी नौशाद, अताउलखान व शाबिर को गिरफ्तार किया जा चुका था। मुख्य अपराधी फुरकान एवं जावेद घटना के बाद से फरार चल रहे थे। इसमें फुरकान लगातार फरार चल रहा था।
कुछ दिन पूर्व टीम को सूचना प्राप्त हुई कि फुरकान बिहार में किसी जगह पर रह रहा है। टीम विगत 10 दिन पूर्व बिहार के भागलपुर जनपद में सूचना एकत्रित करने पहुॅची। टीम द्वारा उसके सम्भावित ठिकानो की जानकारी की गई व गोपनीय तरीके से बिहार व झारखण्ड के बार्डर के पीरपैंती कस्बे में ठिकानो की निगरानी की गई। लगातार 08 दिनो तक निगरानी करने एवं पुलिस द्वारा वेश बदलकर डिलीवरी बाय/ मजदूर आदि बनकर इन घरो पर नजर रखी जा रही थी परिणाम स्वरूप एक घर चिन्ह्ति हुआ जिसमें अपराधी फुरकान का रहना पता चला। स्थानीय पुलिस की सहायता से उक्त घर को रात के समय घेर कर दबिश दी गई तो अभियुक्त फुरकान घर की छत पर सो रहा था जैसे ही पुलिस का आभास हुआ भागने लगा लेकिन पुलिस टीम द्वारा पीछा कर पकड लिया।
इस बदमाष को पकड़ने के लिये एसटीएफ द्वारा विगत माह में कुछ समय के लिये हरिद्वार सहारनपुर में डेरा डाले हुये था। जैसे ही इस अपराधी को अपने गिरप्तारी के लिये एसटीएफ के आने की सूचना मिली तो इस षातिर अपराधी फुरकान द्वारा पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिये अपने आप को गंगनहर कलियर के पास अपने कपडे व मोबाईल रखकर अपने रिष्तेदारों को अपने डूबकर आत्महत्या करने की बात कहने की सूचना दी गई।जिससे पुलिस उसे मरा हुआ समझकर उसका पीछा करना छोड दे। इस पर इस बदमाष की पत्नी द्वारा रामपुर मनिहारन में जाकर अपने पति फुरकान की आत्महत्या की सूचना भी दी गयी थीं,लेकिन एसटीएफ ने तस्दीक लिया था इस बदमाष में पुलिस को चकमा देने की नियत से ये प्लान बनाया गया है और एसटीएफ इस बदमाष की मैनुवली जानकरी एकत्रित करने लगी क्योंकि इसके कोई भी परिजन फोन का इस्तेमाल करना बन्द कर दिया था।