शिमला : कांग्रेस के अयोग्य घोषित विधायक चैतन्य शर्मा के पिता व उत्तराखंड में पूर्व मुख्य सचिव राकेश शर्मा और हमीरपुर से निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा के विरुद्ध दर्ज प्राथमिकी की जांच पुलिस की एसआइटी करेगी।
शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने इसके लिए एएसपी नवदीप के नेतृत्व में चार सदस्यीय एसआइटी बनाकर जांच सौंप दी है। पुलिस राज्यसभा चुनाव में मतदान के दौरान विधानसभा तक अयोग्य घोषित व निर्दलीय विधायकों को लाने और यहां से ले जाने की सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
संभावना है कि इस दौरान अयोग्य घोषित विधायकों के साथ रहे भाजपा के विधायकों को भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। इनके अलावा अन्य भाजपा-कांग्रेस के नेता जो साथ देखे गए थे, उनसे भी पूछताछ संभव है। इनके बैंक खातों की जांच भी हो सकती है।
मुख्य संसदीय सचिव (सीपीएस) संजय अवस्थी व मनाली से विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने रविवार को शिमला के बालूगंज पुलिस थाना में राकेश शर्मा और आशीष शर्मा के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसमें आरोप लगाया है कि इन दोनों ने भाजपा विधायकों के साथ मिलकर षड्यंत्र रचा, जिसके पर्याप्त सुबूत उनके पास हैं।
शिकायत में इनके बैंक खातों की जांच करवाने की मांग की गई है। इन पर भ्रष्टाचार, आपराधिक षड्यंत्र और राज्यसभा चुनाव में वोट के बदले करोड़ों रुपये के लेन-देन के आरोप हैं। सरकार गिराने और बागियों के पांच से सात सितारा होटलों में रहने की व्यवस्था करने, हेलीकाप्टर से बागी विधायकों को ले जाने के आरोप लगाए गए हैं।
निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा ने बयान जारी कर कहा है कि संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ ने उनके खिलाफ झूठी प्राथमिकी दर्ज कर छवि खराब करने का प्रयास किया है। वह दोनों नेताओं पर 50-50 करोड़ रुपये का मानहानि का केस करेंगे। आशीष ने कहा कि उन पर झूठा केस कराने में लिप्त अधिकारी भी कोर्ट में जवाबदेह रहेंगे। थाना से प्राथमिकी की कापी नहीं दी जा रही। सत्ता का रौब दिखाकर कुछ नेताओं ने प्रदेश की राजनीति को दूषित करके देवभूमि को शर्मसार कर दिया है। कहा कि सत्ता हमेशा नहीं रहती, इसलिए जो लोग इस पर इठला रहे हैं, वे समझ लें कि सच को कभी दबाया नहीं जा सकता।
आरोपित बनाए गए उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव राकेश शर्मा ने कहा है कि उन पर दर्ज केस झूठ का पुलिंदा है। प्राथमिकी की कापी मांगी गई है, जो अभी तक नहीं मिली हैं। कापी मिलने के बाद उचित जवाब दिया जाएगा। जिन लोगों ने उनकी छवि खराब करने के लिए प्राथमिकी कराई है, उनके खिलाफ मानहानि का दावा किया जाएगा।