देहरादून: केदारनाथ धाम के कपाट 10 मई को खुलने जा रहे हैं। स्थिति ये है कि केदारनाथ हेली सेवा टिकटों की बुकिंग 20 जून तक फुल हो चुकी है। हेली सेवा के टिकटों की मारामारी के चलते पिछले वर्षों की भांति इस वर्ष भी साइबर ठगों ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से टिकट बुकिंग के नाम पर ठगी की कोशिश शुरू कर दी है। ऐसे में साइबर थाना पुलिस ने केदारनाथ यात्रा पर आने वाले यात्रियों के लिए अलर्ट जारी करते हुए आधिकारिक वेबसाइट heliyatra.irctc.co.in से ही टिकट बुक करने का अनुरोध किया है।
यात्रा शुरू होने से पूर्व ही साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन के पास ऐसे मामले आने शुरू हो गए हैं, जिसमें फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी की कोशिश की जा रही है। वर्तमान में चार शिकायतें पहुंची हैं, जिनकी जांच की जा रही है। साइबर थाना पुलिस ने आमजन से अपील की है कि यदि आप भी केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा लेने की सोच रहे हैं तो आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ही टिकट बुक करवाएं।
वर्ष 2023 में चार धाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या का रिकार्ड बना था। करीब 56 लाख श्रद्धालुओं ने चारों धाम के दर्शन किए थे। इसी बीच साइबर थाने में ऐसे कई मामले सामने आए, जिसमें विभिन्न राज्यों के श्रद्धालु साइबर ठगों के जाल में फंस गए और उन्हें उत्तराखंड आने के बाद पता चला कि हेली सेवा के नाम पर वह ठगी के शिकार हुए हैं। इसके बाद वह पुलिस के चक्कर लगाने को मजबूर हो गए।
वर्ष 2023 में इस प्रकार की साइबर ठगी से जुड़े अलग-अलग जिलों में 40 मामले सामने आए थे। साइबर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर पांच आरोपितों की गिरफ्तार किया और 64 फर्जी वेबसाइट बंद कराईं।
साइबर ठग हेली सेवा के नाम पर फर्जी वेबसाइट तैयार करते हैं। वह ऐसी तकनीक का इस्तेमाल करते हैं कि इंटरनेट पर सर्च करने पर उनकी फर्जी वेबसाइट सबसे ऊपर दिखाई देती है। इन वेबसाइट पर संपर्क के लिए फर्जी आइडी पर लिए मोबाइल नंबर दिए जाते हैं। किसी श्रद्धालु का फोन आता है तो ठग उन्हें बातों में उलझाकर टिकट की धनराशि अपने बैंक खातों में ट्रांसफर करवा लेते हैं। इसी तरह से वाट्सएप नंबर पर मैसेज करके भी ठग झांसे में लेते हैं। ठगी के दौरान वह स्थानीय भाषा का भी उपयोग करते हैं। वर्ष 2023 में हेली सेवा के नाम पर साइबर ठगी करने में बिहार का गिरोह सक्रिय था।
इन बातों का रखें ख्याल
हेली सेवा टिकट बुक कराने के लिए आइआरसीटीसी की अधिकारिक वेबसाइट का इस्तेमाल करें। इंटरनेट पर सर्च करने के बाद आधिकारिक वेबसाइट की पुष्टि जरूर कर लें। किसी अज्ञात व्यक्ति के मैसेज और फोन काल से सावधान रहें। किसी तरह के प्रलोभन और आफर पर विश्वास न करें। अंजान लिंक से भी सतर्क रहें। ठगी होने पर साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें।