मुख्यमंत्री ने डीएम चमोली को दिया राजेश के परिजनों की मदद के निर्देश
सांसद अनिल बलूनी के हस्तक्षेप के बाद पंजाब पुलिस ने कराया मुक्त
देहरादन : उत्तराखंड में चमोली के नारायणबगड़ के कौब गांव का रहने वाला राजेश कुमार मुक्त गगन के तले सांस ले रहा है। पंजाब के तरनतारन में दीनेवाला गांव की एक गोशाला में बंधुआ मजूदूर के तौर पर उसने अपनी पूरी जवानी गंवा दी। अब गढवाल के सांसद अनिल बलूनी के हस्तक्षेप से उसे न केवल बंधुआ मजदूरी से मुक्ति मिल गई, बल्कि अपने परिजन भी मिल गए। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली के जिलाधिकारी को परिवार की पूरी मदद करने को कहा है।
दरअसल बुधवार को राजेश का एक वीडियो हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वह खुद को चमोली निवासी बताते हुए आपबीती साझा कर रहा है। इस वीडियो को गढवाल सांसद अनिल बलूनी ने देखा। अपने एक्स हैंडल पर उन्होंने कहा कि मुझे सोशल मीडिया पर एक वीडियो मिला है जिसमें बताया गया है कि उत्तराखंड के नारायणबगड़ (चमोली) के एक नौजवान को पंजाब के किसी जगह पर एक गौशाला मालिक ने पंद्रह साल से बंधुआ मजदूर बनाकर रखा हुआ है। वीडियो बनाने वाले सज्जन द्वारा युवक को मुक्त कराने और मदद करने की बात की जा रही है। उन्होंने कहा कि मैंने पंजाब के राज्यपाल से बात कर उन्हें इस घटना से अवगत कराया और अनुरोध किया कि राजेश को जल्द से जल्द रेस्क्यू कर उनके पैतृक गांव नारायणबगड़, चमोली पहुंचाया जाए। बलूनी के अनुसार राज्यपाल के कार्यालय से उन्हें बताया गया कि इस घटना को लेकर पुलिस महानिदेशक, पंजाब को निर्देश दे दिया गया है। इसके तुरंत बाद पुलिस ने कुछ ही घंटों में पीड़ित को ढूंढ निकाला और उसे बचा लिया। पुलिस के अनुसार, राजेश को मवेशियों के बाड़े में काम करने के लिए मजबूर किया गया था, जहाँ उसे सबसे घिनौनी और शोषणकारी परिस्थितियों में मवेशियों की देखभाल करनी पड़ती थी।अधिकारियों ने बताया कि गोशाला संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। बताया जा रहा है राजेश वर्ष 2008 में बिना किसी को बताए अपना गांव छोडकर चला गया था। तब उसकी उम्र 25 वर्ष थी। पंजाब के नवां शहर में राजेश की बहन भी रहती है। अधिकारी उससे भी संपर्क कर रहे हैं।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि मामले जहां जिलाधिकारी तरनतारन ने राजेश की हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। जिलाधिकारी चमोली ने पंजाब के नवा शहर में निवास कर रही राजेश की बहन से भी संपर्क कर हर संभव मदद के लिए आश्वस्त किया है। साथ उन्होंने बताया कि मामले उत्पीड़न करने वाले तबेला संचालक के विरुद्ध तरनतारन थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई गई है।