Uttarakhand’s MMR Drops to 91, Marks Significant Progress in Maternal Health
देहरादून, 5 सितंबर 2025 : उत्तराखंड ने मातृ स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक बड़ी सफलता हासिल की है। भारत सरकार द्वारा जारी एक विशेष बुलेटिन के अनुसार, राज्य का मातृ मृत्यु अनुपात (MMR) 2020-22 के 104 से घटकर 2021-23 में 91 पर आ गया है। यह 13 अंकों की महत्वपूर्ण कमी है, जो मातृ मृत्यु दर में 12.5 प्रतिशत की गिरावट को दर्शाती है।
यह उपलब्धि उत्तराखंड सरकार की नीतियों और स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति मजबूत प्रतिबद्धता का प्रमाण है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस शानदार उपलब्धि के लिए राज्य सरकार की समर्पित नीतियों, स्वास्थ्यकर्मियों के अथक प्रयासों और सामुदायिक सहभागिता को श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि सरकार मातृ स्वास्थ्य को और भी मजबूत बनाने के लिए लगातार काम करती रहेगी।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने भी इस पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, “मातृ स्वास्थ्य हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। यह हमारे स्वास्थ्यकर्मियों, सरकारी संस्थानों और सामुदायिक भागीदारों के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है।” उन्होंने हर गर्भवती महिला को सुरक्षित और सम्मानजनक प्रसव सेवाएँ देने का संकल्प दोहराया।
सफलता के पीछे की मुख्य वजहें
इस उपलब्धि के पीछे सरकार द्वारा उठाए गए कई महत्वपूर्ण कदम हैं:
- मातृ मृत्यु निगरानी एवं प्रतिक्रिया (MDSR): प्रत्येक मातृ मृत्यु की जांच करके तुरंत सुधार के कदम उठाए गए।
- गुणवत्ता सुधार: प्रसव कक्षों और ऑपरेशन थिएटरों को गुणवत्ता प्रमाणित किया गया, जिससे सुरक्षित और स्वच्छ प्रसव सुनिश्चित हुए।
- संस्थान-आधारित प्रसव: जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम (JSSK) जैसी योजनाओं से अस्पतालों में मुफ्त और सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा मिला।
- आपातकालीन परिवहन: 108 और 102 एम्बुलेंस सेवाओं को मजबूत किया गया ताकि आपात स्थिति में गर्भवती महिलाओं को तुरंत अस्पताल पहुँचाया जा सके।
- पल्स एनीमिया अभियान: 57,000 से अधिक गर्भवती महिलाओं की हीमोग्लोबिन की जांच कर उनका सही इलाज किया गया।
- सामुदायिक सहयोग: आशा, एएनएम और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के नेटवर्क से दूर-दराज के क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुँचाई गईं।
इन सभी प्रयासों का परिणाम यह है कि आज उत्तराखंड मातृ स्वास्थ्य में एक आदर्श राज्य बनने की ओर अग्रसर है। राज्य का लक्ष्य है कि भविष्य में किसी भी माँ की जान रोके जा सकने वाले कारणों से न जाए।